सोशल मीडिया में एक खबर वायरल है जिसमे दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के आगरा कैंट स्टेशन पर दो विदेशी यात्रियों से एग्जिक्यूटिव लाउंज का वॉशरूम इस्तेमाल करने पर 12 प्रतिशत जीएसटी के 224 रुपए वसूले गए। हालाँकि पड़ताल में ये दावा भ्रामक निकला।
लेखक अशोक कुमार पाण्डेय ने एक कार्टून साझा किया है जिसमे पेशाब पर 12 फीसद जीएसटी का दावा है। जनअधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने ट्वीट कर लिखा कि न्यू इंडिया में पेशाब करने पर 12% जीएसटी इसके लिए PM मोदी को बहुत-बहुत बधाई!
न्यू इंडिया में पेशाब करने पर 12% जीएसटी
इसके लिए PM मोदी को बहुत-बहुत बधाई!— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) September 3, 2022
एक यूजर नेशनल फोरम ने लिखा कि हम लोगों ने इतनी तरक्की कर ली है कि पेशाब करने पर 12% जीएसटी दे रहे हैं, इसके लिए PM मोदी को बहुत-बहुत बधाई!
हमलोगों ने इतनी तरक्की कर ली है कि पेशाब करने पर 12% जीएसटी दे रहे हैं, इसके लिए PM मोदी को बहुत-बहुत बधाई!
— NationalForum (@RashtraManch) September 3, 2022
एक पत्रकार राजेश साहू ने ट्वीट कर लिखा कि बताओ, मूतने पर भी जीएसटी! वो भी 12% कहीं तो टैक्स छोड़ दो मालिक। अब क्या आम आदमी ये काम भी बंद कर दे?
बताओ, मूतने पर भी जीएसटी! वो भी 12%
कहीं तो टैक्स छोड़ दो मालिक। अब क्या आम आदमी ये काम भी बंद कर दे? pic.twitter.com/niAb7NiXhA
— Rajesh Sahu (@askrajeshsahu) September 2, 2022
क्या है हकीकत: जीएसटी (गुड्स एंड सर्विस टैक्स) सामान और सेवाओं की सप्लाई पर लगता है। इस व्यवस्था के तहत वस्तुओं और सेवाओं पर 5 फीसदी, 12 फीसदी, 18 फीसदी और 28 फीसदी की दर से टैक्स लगता है। पड़ताल में हमने जीएसटी की बेबसाईट पर गुड्स और सर्विस टैक्स की लिस्ट चेक की लेकिन यहाँ पेशाब पर 12 फीसद जीएसटी लगाए जाने कोई जिक्र नहीं है।
हाल ही में चंडीगढ़ में आयोजित जीएसटी काउंसिल की 47वीं बैठक के बाद कई अन्य वस्तुओं को जीएसटी के दायरे में लाया गया था, साथ ही जीएसटी स्लैब में बदलाब भी किया। हमने इस सम्बन्ध में बैठक की प्रेस रिलीज को भी खंगाला, यहाँ भी पेशाब पर 12 प्रतिशत जीएसटी का कोई जिक्र नहीं है।
47th GST Council meeting
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पड़ताल में हमे ‘यूपी तक’ की एक रिपोर्ट मिली, जिसमे आईआरसीटीसी के लाउंज प्रबंधक विवेक शर्मा ने कहा कि 112 रुपये लघुशंका के नहीं बल्कि लाउंज में प्रवेश के होते हैं। एग्जिक्यूटिव लाउंज में रुकने के लिए मिनिमम शुल्क 50 प्रतिशत डिस्काउंट के बाद 112 रुपये कर दिया गया है। इसका भुगतान करने के बाद कॉम्प्लिमेंट्री कॉफी दी जाती है। लोग वॉशरूम का इस्तेमाल और फ्री वाईफाई का उपयोग भी कर सकते हैं।
IRCTC Tourism की बेबसाईट पर QA की एक लिस्ट में एग्जीक्यूटिव लाउंज से
जुड़े सवालों के जवाब दिए गए हैं। यहाँ बताया गया है कि एग्जीक्यूटिव लाउंज
में वाई-फाई, चाय, कॉफी, सॉफ्ट ड्रिंक्स, लगेज रैक, न्यूजपेपर, मैगजीन,
टीवी, टॉयलेट और ट्रेन की जानकारी के लिए डिस्प्ले और अनाउंसमेंट की
जानकारी आदि मिलती है इसके लिए IRCTC को एक निश्चित चार्ज का भुगतान देना
होता है।
services offered at Executive Lounge |
आगे हमे आगरा कैंट स्टेशन के एग्जीक्यूटिव लाउंज का बिल भी मिला। यह वही बिल है जिसमे दो विदेशी यात्री के हवाले से एक गाइड ने प्रति यात्री 112 रुपए का भुगतान किया था। गाइड ही विदेशी यात्रियों को एग्जीक्यूटिव लाउंज पर ले गया था। इस बिल में ‘लाउंज में प्रवेश’ का 100 रुपए चार्ज किया गया है, इस पर 12 रुपए टैक्स वसूला गया है। लेकिन इस बिल में पेशाब पर 112 रुपए वसूलने का कोई जिक्र नहीं है।
Lounge Bill |
IRCTC के एग्जीक्यूटिव लाउंज का मतलब क्या है?
भारतीय रेलवे ने चुनिंदा
रेलवे स्टेशनों पर एग्जीक्यूटिव लाउंज बनाए हैं। जिससे यात्री का वेटिंग
पीरियड आसानी से कट जाता है। राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां के
प्लेटफॉर्म नंबर 16 के एग्जीक्यूटिव लाउंज में आपको एक घंटे रहने के लिए
150 रुपये का शुल्क देना होगा।
An air conditioned paid premium lounge of 1100 sqft. area was commissioned yesterday in Bhagalpur station of Bihar. Passengers can avail this facility available at heart of platform on payment of nominal charge of Rs 30 and Rs 50 per hour for sofa and recliner respectively. pic.twitter.com/5ORGRHoxlk
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) September 4, 2019
इस 1 घंटे में आपको कई तरह की सुविधाएं जैसे
कि टीवी, टॉयलेट, वाई फाई, बाथरूम जैसी सुविधा मिलती है मगर खाने के लिए
आपको अलग से भुगतान करना होता है। फिलहाल देश में नई दिल्ली, मदुरै,
वाराणसी, अहमदाबाद, आगरा कैंट, जयपुर और सियालदह आदि रेलवे स्टेशनों पर
एग्जीक्यूटिव लाउंज की सुविधाएं उपलब्ध हैं।
निष्कर्ष: विदेशी यात्रियों से रेलवे स्टेशन के एग्जीक्यूटिव लाउंज में प्रवेश का चार्ज वसूला गया था, यहाँ प्रति घंटे के हिसाब से यात्रियों को सुविधाएँ दी जाती हैं, पेशाब पर 12 प्रतिशत जीएसटी वसूलने का दावा गलत है, केंद्र सरकार ने भी पेशाब पर 12 प्रतिशत जीएसटी नहीं लगाया है।