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25 Dec 2024, Wed

फैक्ट चेक: बिहार में नहीं लगाया गया ‘नीतीश सबके हैं’ नया पोस्टर, ये दो साल पुराना है

बिहार में बड़ा सियाली उलटफेर करते हुए नीतीश कुमार एनडीए से अलग होकर महागठबंधन में शामिल हो गए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री पद से भी इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद नीतीश कुमार आरजेडी नेता तेजस्वी यादव साथ सरकार बनाने का दावा पेश करने राजभवन पहुँच रहे हैं। इसी बीच कई मीडिया संस्थान ने दावा किया है कि बिहार में  ‘नीतीश सबके हैं’ पोस्टर लगाया गया। सोशल मीडिया में भी यह पोस्टर वायरल है।

ABP न्यूज़ ने ब्रॉडकास्ट में एक पोस्टर चलाया। एंकर शीरीन ने बताया बिहार में सब कुछ बदल बदलता हुआ दिखाई दे रहा है, नीतीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। बिहार में अलग अलग जगहों में पोस्टर लगाए गए हैं जिसमे लिखा कि नीतीश सबके हैं। ABP न्यूज ने अपने इस प्रसारण का वीडियो ट्वीट भी किया। साथ में लिखा कि पटना में सड़कों पर नीतीश के ये नए पोस्टर लगे।

WATCH | पटना की सड़कों पर नीतीश कुमार के नए पोस्टर लगे
@Sheerin_sherry https://t.co/smwhXUROiK#NitishKumar #Bihar #TejasviYadav #BiharPolitics pic.twitter.com/M90TznDz99

— ABP News (@ABPNews) August 9, 2022

रिपब्लिक भारत ने प्रसारण के दौरान पोस्टर दिखाते हुए इसे पटना में नीतीश का नया पोस्टर बताया है। ANI ने इस पोस्टर को साझा करते हुए लिखा कि पटना में JD(U) कार्यालय के बाहर पोस्टर लगाया गया है। हालाँकि इस ट्वीट को अब हटा दिया गया है।  NDTV ने भी ट्वीट करते हुए पटना में JD(U) कार्यालय के बाहर लगा पोस्टर बताया है। जिसे बाद में डिलीट कर दिया गया।  

क्या है हकीकत: पड़ताल में हमने इस पोस्टर को सबसे पहले ‘रिवर्स इमेज सर्च’ से तलाशा तो यह पोस्टर हमे हिंदी अखबार ‘हिंदुस्तान’ की बेबसाईट पर 2 अक्टूबर 2020 को प्रकाशित खबर में मिला। खबर में बताया गया कि विधानसभा चुनाव पूर्व जदयू ने पोस्टर लगवाए हैं।

हालाँकि इस खबर में प्रकाशित पोस्टर का एंगल मौजूदा वायरल पोस्टर से अलग है। इसके बाद हमे आज तक की ऐंकर चित्रा त्रिपाठी का एक ट्वीट मिला, चित्रा त्रिपाठी ने 6 अक्टूबर 2020 को इस पोस्टर को साझा किया था।

जब नीतीश सबके हैं,
तो PM की फ़ोटो सबके लिये क्यों नहीं हो सकती?

LJP को पोस्टर में PM की फ़ोटो इस्तेमाल करने से मना किया गया तो नेता जी लोग बोल पड़े कि
“PM तो सबके हैं” #BiharElections pic.twitter.com/cMSeWjpl7Z

— Chitra Tripathi (@chitraaum) October 6, 2020

इन दोनों ही पोस्टर में एक जैसी समानताएं हैं। पोस्टर में 2 मजदूर दिख रहे हैं, साथ ही नीतीश कुमार के पोस्टर के नीचे दो अन्य पोस्टर भी नजर आ रहे हैं।

पड़ताल में हमे यह भी पता चला कि ABP न्यूज के रिजनल चैनल ABP बिहार ने 2 अक्टूबर 2020 को अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि जेडीयू कार्यालय के बाहर दो पोस्टर लगाए गए हैं, जिनमें लिखा है ‘नीतीश सबके हैं’ और ‘तरक़्क़ी दिखती है।’ इसके बावजूद ABP न्यूज इसे अब नया पोस्टर बताकर खबर चला रहा है।

निष्कर्ष: ‘नीतीश सबके हैं’ पोस्टर दो साल पुराना है, जिसे मौजूदा घटनाक्रम से जोड़कर नया पोस्टर बताया जा रहा है

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