सोशल मीडिया पर बीते दिनों एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें कांवड़ियों द्वारा एक कार क्षतिग्रस्त कर दिया गया। इस घटना का सांप्रदायिक रंग देते हुए माहौल खराब करने की कोशिश की गयी, लोगों ने दावा किया कि कार मुस्लिम दंपत्ति दम्पत्ति सवार थी। हालाँकि पड़ताल में पता चलता है कि कार स्वामी और चालक हिंदू है।
पुनीत कुमार सिंह ने वीडियो ट्वीट कर लिखा कि शिव को मानने वाले ऐसी हुड़दंगई कैसे कर सकते है? हरिद्वार के मंगलोर मंडी के पास कार बैक करते हुए कावड़ियों से टकरा गई इसके बाद कावड़ियों ने कार को मिल पलट दी. कार चलाने वाला मुस्लिम था, कार में उसकी फैमिली भी थी और कार पलटते वक़्त वहां मौजूद पुलिस क्या कर रही थी? कुछ लोगों का कहना है कि कावड़िया ले जाते वक़्त किसी चीज़ को छू नही सकते है, तब तो जितने लोगों ने बवाल काटा कार को धकेला वो भी अशुद्ध हो गए होंगे और कार उन सब से तो नही टकराई थी.
शिव को मानने वाले ऐसी हुड़दंगई कैसे कर सकते है?
हरिद्वार के मंगलोर मंडी के पास कार बैक करते हुए कावड़ियों से टकरा गई इसके बाद कावड़ियों ने कार को मिल पलट दी.
कार चलाने वाला मुस्लिम था, कार में उसकी फैमिली भी थी और कार पलटते वक़्त वहां मौजूद पुलिस क्या कर रही थी?
कुछ लोगों का… pic.twitter.com/ZKiMBuaK4h
— Puneet Kumar Singh (@puneetsinghlive) July 11, 2023
एक कट्टरपंथी हैंडल द मुस्लिम ने लिखा कि कावड़ियों ने मुस्लिम पति–पत्नी
की कार को पलट को पलट दिया। यह वीडियो मगलोर मंडी की बताई जा रही है एक
लोकल न्यूज़ पोर्टल के अनुसार कार से कावड़ियों को हल्की ठोकर लगी थी।
इस्लामोफोबिया अपने चरम पर पहुंच गया जिसका कोई इलाज।
लोकेशन–मंगलोर,हरिद्वार,उत्तराखंड
कावड़ियों ने मुस्लिम पति–पत्नी की कार को पलट को पलट दिया।
यह वीडियो मगलोर मंडी की बताई जा रही है
एक लोकल न्यूज़ पोर्टल के अनुसार कार से कावड़ियों को हल्की ठोकर लगी थी।इस्लामोफोबिया अपने चरम पर पहुंच गया जिसका कोई इलाज ।#Islamophobia pic.twitter.com/TZv1MGzmTd
— The Muslim (@TheMuslim786) July 11, 2023
मोहम्मद हुसैन ने लिखा कि क्यूँ नहीं इसे कावड जिह़ाद् कहा जाए..? हरिद्वार में कावड़ियों ने एक मुस्लिम पति पत्नी की कार को इसलिए पलट कर लाठी डंडों से तोडफोड की और आग लगाने की कोशिश की कि, गाड़ी पिछे लेते समय कार सड़क पर रखी एक कांवड़ को छू गई थी गुस्साई भीड़ ने कार में सवार महिला को नीचे उतार कर कार में आग लगाने की कोशिश की, वीडियो में पुलिस भी दिख रही है और ये सब पुलिस के सामने गुण्डागर्दी हुई है!!
क्यूँ नहीं इसे कावड जिह़ाद् कहा जाए..?
हरिद्वार में कावड़ियों ने एक मुस्लिम पति पत्नी
की कार को इसलिए पलट कर लाठी डंडों से तोडफोड की और आग लगाने की कोशिश की कि, गाड़ी पिछे लेते समय कार सड़क पर रखी एक कांवड़ को छू गई थी गुस्साई भीड़ ने कार में सवार महिला को नीचे उतार कर कार में आग… https://t.co/qGp2ah7cHA— Mohammed Hussain (@hussain_hrw) July 11, 2023
इसके अलावा अशरफ हुसैन, मीर फैजल, जगदीश सोलंकी, ताबिश खान, जर्नो मिरर, खालिद, मुहम्मद महफूज आलम, कांग्रेस समर्थक मनीष कुमार, मिन्हाज अंसारी समेत कई यूजर्स ने इस घटना को कावड़ियों द्वारा मुस्लिम दम्पत्ति पर हमला बताया।
क्या है हकीकत? पड़ताल में हमे दैनिक जागरण पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि मंगलौर थाना क्षेत्र में गुड़ मंडी परिसर में विश्राम कर रहे कांवड़ यात्रियों की कांवड़ को एक कार छूकर निकल गई। इस बात से आक्रोशित कांवड़ यात्रियों ने कांवड़ खंडित करने के आरोप में कार चालक को पीटा। आक्रोशित भीड़ ने कार में जमकर तोड़फोड़ करते हुए कार को पलट दिया और आग लगाने का प्रयास किया। पुलिस ने किसी तरह से आक्रोशित कांवड़ यात्रियों को शांत किया। इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया है। हालाँकि इस रिपोर्ट में कार चालक के सम्बन्ध में कोई जिक्र नहीं है।
इसके बाद हमने वायरल वीडियो में कार की नम्बर पर गौर किया। जांच के दौरान
कार का रजिस्ट्रेशन चेक किया तो पता चला कि यह कार प्रताप सिंह के नाम पर
रजिस्टर है।
हमे हरिद्वार पुलिस का ट्वीट मिला। इसमें बताया गया है कि मंगलौर क्षेत्र में कार से कांवड़ टकराने पर कांवड़ियों द्वारा उग्र होकर कार को क्षतिग्रस्त किए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें अब सोशल मीडिया के माध्यम से यह प्रचारित/प्रसारित किया जा रहा है कि कार में समुदाय विशेष के दंपत्ति सवार थे और इस मामले पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं करी है। यह बात पूरी तरह गलत है !! इस घटना का किसी समुदाय विशेष से कोई संबंध नहीं है एवं क्षतिग्रस्त हुई कार के चालक स्थानीय निवासी प्रताप सिंह की शिकायत पर हरिद्वार पुलिस द्वारा उक्त मामले में मुकदमा दर्ज कर दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है, वैधानिक कार्रवाई जारी है। कुछ “असामाजिक तत्वों द्वारा” बिना सत्यता जाने झूठे तथ्य प्रचारित किए जा रहे हैं। कृपया आप ऐसा करने से बचें भ्रामक एवं असत्य तथ्य प्रचारित करने पर संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कृपया उपरोक्त सम्बन्ध में भ्रामक प्रचार-प्रसार न करें। इस घटना का किसी समुदाय विशेष से कोई संबंध नहीं है एवं क्षतिग्रस्त हुई कार के चालक स्थानीय निवासी प्रताप सिंह की शिकायत पर हरिद्वार पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज कर दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है, वैधानिक कार्रवाई जारी है। pic.twitter.com/c6CWweYhgY
— उत्तराखण्ड पुलिस – Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) July 11, 2023
हालाँकि पड़ताल में हमने देखा कि वायरल वीडियो में कार चालक एक काली टोपी लगाए हुए है, साथ ही उनके साथ वाली सीट पर एक बुर्के में महिला भी नजर आ रही है। इसके बाद हमने उत्तराखंड के रुड़की के स्थानीय चैनल ‘The Newswala Network’ के पत्रकार अखिलेश गुप्ता से सम्पर्क किया। अखिलेश गुप्ता ने हमे बताया कि घटना वाले दिन कार को उसके मालिक प्रताप सिंह ही चला रहे थे, वो यहाँ के स्थानीय निवासी हैं।
हमने अखिलेश की मदद से प्रताप सिंह से सम्पर्क किया तो उन्होंने बताया कि कार में उनके साथ उनकी पत्नी नहीं थी, बल्कि एक परिचित मुस्लिम महिला थी। उन्होंने अपने सिर पर काली टोपी पहनने को लेकर कहा कि वो भाजपा और आरएसएस से जुड़े हुए हैं, उनकी काली टोपी संघ के सदस्यों द्वारा पहनी जाने वाले टोपी है, यह मुस्लिम टोपी नहीं है।
आखिर में हमने जब प्रताप सिंह के मोबाइल नंबर को ट्रूकॉलर पर सर्च किया
तो हमें वो काली टोपी वाली उनकी तस्वीर मिली, जो उन्होंने वायरल वीडियो
में भी पहन रखा है।
निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि कांवड़ियों ने मुस्लिम दम्पत्ति पर हमला नहीं किया था। कार को उसके स्वामी और हिंदू चालक प्रताप सिंह चला रहे थे ।
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