सोशल मीडिया में चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ का एक पोस्टर वायरल है। इस पोस्टर में चीफ जस्टिस के हवाले से लिखा गया है कि हिंदू राष्ट्र तो बहुत बड़ी बात है। हिंदू गांव नहीं बसाया जा सकता इतनी विविधता है विश्व के इस भूभाग में। हालाँकि पड़ताल में पता चलता कि चीफ जस्टिस ने यह बयान नहीं दिया है।
एक कट्टरपंथी इस्लामिक हैंडल यासमीन खान ने इस पोस्टर को ट्वीट करते हुए लिखा कि बिलकुल दुरुस्त
बिलकुल दुरुस्त pic.twitter.com/mBKUurmcTX
— Yasmeen Khan (@YasmeenKhan_786) July 21, 2023
सपा नेता आई खान ने ट्वीट कर लिखा कि हिंदू राष्ट्र तो बड़ी बात है। हिंदू गांव नहीं बसाया जा सकता इतनी विवधता है विश्व के इस भू भाग मै।
हिंदू राष्ट्र तो बड़ी बात है। हिंदू गांव नहीं बसाया जा सकता इतनी विवधता है विश्व के इस भू भाग मै। pic.twitter.com/zkwUcD8kuJ
— I.khan S.P.(प्रदेश सचिव अल्पसंख्यक सभा) (@islamkhan919) May 7, 2023
इसके अलावा भी कई यूजर्स इस पोस्टर को शेयर कर रहे हैं
क्या है हकीकत? पड़ताल में हमने सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ के बयान के कीवर्ड्स को गूगल पर सर्च किया तो हमें सीजेआई के वायरल बयान के संदर्भ में मेल खाती कोई भी न्यूज नहीं मिली। इस दौरान हमें जनसत्ता की 15 फरवरी 2020 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। यह रिपोर्ट तब की है, जब चंद्रचूड़ चीफ जस्टिस नहीं, बल्कि सुप्रीम कोर्ट के सीनियर जज थे।
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि गुजरात के अहमदाबाद में आयोजित 15वें जस्टिस पीडी देसाई मेमोरियल लेक्चर में ‘द ह्यूज दैट मेक इंडिया: बहुलता से बहुवाद तक’ में जस्टिस चंद्रचूड़ ने अपने विचार रखे। इस लेक्चर में उन्होंने हिंदू राष्ट्र और मुस्लिम राष्ट्र की थ्योरी को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा है कि संविधान निर्माताओं ने ‘रिपब्लिक ऑफ इंडिया’ की बुनियाद रखी है।
अहमदाबाद के इसी कार्यक्रम से सम्बंधित प्रकाशित खबर हमे आज तक, इंडिया टुडे, एबीपी न्यूज पर मिली। यहाँ उन्होंने ‘हिंदू राष्ट्र तो बहुत बड़ी बात है, हिंदू गांव नहीं बसाया जा सकता’ जैसा कोई बयान नहीं दिया।
निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि सीजेआई चंद्रचूड़ ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। इसलिए सोशल मीडिया पर वायरल पोस्टर फर्जी है।
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