सोशल मीडिया में एक तस्वीर शेयर कर दावा किया जा रहा है कि एक दलित दूल्हे की बारात पर ऊँची जाति के लोगों ने हमला किया हालाँकि पड़ताल में पता चलता है कि यह दावा भ्रामक है।
दलित वोईस ने तस्वीर ट्वीट कर लिखा कि मध्य प्रदेश के मंदसौर के गरोठ इलाके में एक दलित बीएसएफ जवान की बारात पर उच्च जाति के हिंदू सदस्यों द्वारा हमले में छह लोग घायल हो गए।
#Casteism Six persons were injured after upper caste Hindu members attacked the wedding procession of a Dalit BSF jawan in Mandsaur’s Garoth area of Madhya Pradesh. pic.twitter.com/8ZbPGn8Ssp
— The Dalit Voice (@ambedkariteIND) April 15, 2023
दलित टाइम्स ने भी इसे ऊँची जाति के लोगों द्वारा बदसलूकी बताया।
क्या है हकीकत: पड़ताल में हमने सम्बन्धित कीवर्ड्स को गूगल पर सर्च किया तो दैनिक भास्कर और न्यूज18 पर प्रकाशित रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट के मुताबिक मंदसौर जिले के गरोठ थाना इलाके के पिपलिया राजा गांव में बीती रात दो शादियां हो रही थी। इसमें एक मेघवाल समाज के आर्मी जवान अर्जुन की बारात निकाली जा रही थी। इसी गांव में मीणा समाज में भी एक शादी हो रही है। मीणा समाज के लोगों ने दलित दूल्हे की बारात निकालने पर विवाद शुरु कर दिया। इस दौरान दलित दूल्हे और बारातियों के साथ मारपीट की। रिपोर्ट में बताया गया है कि पुलिस ने मीणा समाज के 29 लोगों पर एसटी-एससी एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है। पड़ताल में हमे एफआईआर की कॉपी भी मिली जिसमे सभी 29 आरोपी मीणा समाज से हैं।
लल्लनटॉप ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि जवान अर्जुन दलित समाज से हैं जबकि दूसरी बारात OBC समुदाय से आने वाले एक युवक की थी। मध्यप्रदेश सरकार की बेबसाईट पर बताया गया है कि मीणा समुदाय पिछड़ा वर्ग(OBC) में आते हैं।
निष्कर्ष: दलित युवक की शादी की बारात पर अपर कास्ट के लोगों ने नहीं, बल्कि ओबीसी मीणा समाज के लोगों ने पथराव किया था।
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