वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने सोशल मीडिया पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के नाम पर एक फेक चिट्ठी शेयर की है, जिसमें वह कोरोना महामारी के बीच हुए कुंभ मेले के लिए की गई तैयारियों की तारीफ की गयी है। इस चिट्ठी में आरएसएस का भी जिक्र किया गया है। हालाँकि बाद में प्रशांत भूषण ने अपना ट्विट डिलीट कर दिया।
प्रशांत भूषण द्वारा ट्विट की गयी वायरल चिट्ठी, एनएसए अजीत डोभाल की ओर से उत्तराखंड के मुख्य सचिव को लिखी गई है। पत्र के मुताबिक, सभी एजेंसियों और सरकारी विभागों के साझा प्रयास से कुंभ मेले का सफलतापूर्वक आयोजन हुआ और राज्य में धार्मिक माहौल को बढ़ाया है. मुझे भरोसा है कि आपके प्रयास से धार्मिक मौहाल सुनिश्चित होगा और भविष्य में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा को फैलाने में मदद मिलेगी।
इस लेटर को शेयर करते हुए वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि अजीत डोभाल कुम्भ मेले के आयोजन के लिए उत्तराखंड सरकार की तारीफ कर रहे हैं और बेशर्मी से आरएसएस की विचारधारा को बढ़ाने की बात कर रहे हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र सरकार में मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने भी ट्विटर पर अजीत डोभाल की इस चिट्ठी को शेयर करते हुए लिखा- वो ईमानदारी से अपना काम कर रहे हैं। एनएसए अजीत डोभाल ने अशोक स्तम्भ के साथ विचारधारा के लिए अपनी प्रतिबद्धत पर मुहर लगाई है।
A letter is doing rounds suggesting that National Security Advisor Ajit Doval has appreciated Uttarakhand government officials for successfully organising the Kumbh Mela in Haridwar. The letter is fake and the NSA has not written any such letter: Government officials
— ANI (@ANI) April 20, 2021
Letter suggesting that National Security Advisor Ajit Doval has appreciated Uttarakhand government officials for successfully organising the Kumbh Mela in Haridwar is fake and the NSA has not written any such letter. https://t.co/5xPjdDMfEr
— Raj Shekhar Jha (@rajshekharTOI) April 21, 2021
जबकि इस सम्बन्ध में अधिकारी पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि इस चिठ्ठी को अजीत डोभाल ने नहीं लिखा है। फेक चिट्ठी ट्विट करने के बाद जब प्रशांत भूषण लोगों के निशाने पर आए तो उन्होंने अपना ट्विट डिलीट कर दिया।