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24 Dec 2024, Tue

केदारनाथ में श्रद्धालुओं से मारपीट की घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है

उत्तराखंड में चल रही चार धाम यात्रा के बीच सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल है। इस वीडियो में कुछ लोग मारपीट करते हुए नजर आ रहे हैं, दावा है कि मुस्लिम घोड़ा-खच्चर संचालकों ने श्रद्धालुओं के साथ मारपीट की है। इस घटना को सांप्रदायिक रंग दिया गया है हालाँकि पड़ताल में पता चलता है कि आरोपी युवक मुस्लिम समुदाय से नहीं हैं।  

भाजपा नेता विनोद वछेती ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि बाबा केदारनाथ के मार्ग में यात्री पर घोड़ा खच्चर वाले शांतिदूतों ने लाठी डंडों से हमला कर दिया, कसूर बस इतना था कि उसने घायल खच्चर पर सवाल कर दिया था !! बाकी कहानी आप सभी समझ ही गए होंगे.

बाबा केदारनाथ के मार्ग में यात्री पर घोड़ा खच्चर वाले शांतिदूतों ने लाठी डंडों से हमला कर दिया, कसूर बस इतना था कि उसने घायल खच्चर पर सवाल कर दिया था !!

बाकी कहानी आप सभी समझ ही गए होंगे. pic.twitter.com/emBeEHE3tv

— Vinod Bachheti (@iVinodBachheti) June 13, 2023

सर्वेश कुमार ने ट्वीट करते हुए लिखा कि शर्मनाक और दुखद – केदारनाथ में यात्रियों के साथ घोड़ा और खच्चर वालों ने, जो की ज्यादातर बुल्ले हैं, की मारपीट घोड़ापड़ाव /भीमबली क्षेत्र की घटना यात्रियों को घोड़ा हांकने वाले डंडों से पीटा, असुरक्षित यात्रियों के लिए सुरक्षा गार्ड्स का कोई अता पता नहीं  

अनूप सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि शर्मनाक/दुखद – केदारनाथ में मुस्लिम आतंक केदारनाथ में चारधाम यात्रियों के साथ मुस्लिम घोड़ा और खच्चर वालों ने की मारपीट घोड़ापड़ाव /भीमबली क्षेत्र की घटना यात्रियों को लाठी-डंडों से पीटा  

क्या है हकीकत? पड़ताल हमे 13 जून को एनबीटी हिंदी पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट के मुताबिक, ‘महिपालपुर दिल्ली निवासी तनुका पौंडार ने कोतवाली सोनप्रयाग में पुलिस को शिकायत दी है। इसमें कहा गया है कि वे बाबा केदारनाथ के दर्शन करने आए थे। 10 जून को जब वह गौरीकुंड से केदारनाथ धाम की यात्रा पर जा रही थीं तो भीमबली पुल के पास उनको एक घोड़ा गिरा हुआ दिखा। उसकी हालत गंभीर थी। इस पर उन्‍होंने वहां मौजूद लोगों से मदद मांगी, लेकिन किसी ने मदद नहीं की। वहां पर एक व्यक्ति अन्य घोड़ों को पीट रहा था। उन्‍होंने इसका विरोध किया तो कई घोड़ा संचालक वहां पहुंच गए और गाली-गलौच करते हुए उनसे मारपीट करने लगे। आरोप है कि इस दौरान घोड़ा संचालकों ने डंडों से उनकी और अन्य यात्रियों की पिटाई की। साथ ही उनको उत्तराखंड से बाहर जाने को कहा।’

रिपोर्ट में आगे लिखा है, ‘पुलिस ने इस मामले में पांच घोड़ा संचालकों के खिलाफ केस दर्ज कर अंकित सिंह, सन्तोष कुमार, रोहित कुमार और गौतम को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में एक नाबालिग भी शामिल है। रुद्रप्रयाग डीएसपी हर्षवर्धनी सुमन ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उनके लाइसेंस को रद्द करने के लिए जिला प्रशासन को सूचना दी गई है।’  

इस घटनाक्रम पर हिंदुस्तान और दैनिक जागरण ने भी रिपोर्ट प्रकाशित की है।  

हमे रुद्रप्रयाग पुलिस का एक ट्वीट भी मिला। 13 जून 2023 को किए गए ट्वीट में आरोपियों के नाम अंकित सिंह, सन्तोष कुमार, रोहित कुमार निवासी ग्राम आसो, जयकंडी, रुद्रप्रयाग और गौतम निवासी ग्राम जाखन भरदार, रुद्रप्रयाग दिए गए हैं। साथ में इस मामले में एक नाबालिग के शामिल होने की जानकारी दी गई है।

अभियुक्त अंकित सिंह, सन्तोष कुमार, रोहित कुमार निवासी ग्राम आसो, जयकण्डी, रुद्रप्रयाग व गौतम निवासी ग्राम जाखन भरदार, रुद्रप्रयाग। इनके अतिरिक्त घटना में संलिप्त एक नाबालिग के सम्बन्ध में अलग से कार्यवाही की गयी है।

— Rudraprayag Police Uttarakhand (@RudraprayagPol) June 13, 2023

निष्कर्ष: केदारनाथ में घोड़े को मारने का विरोध करने पर घोड़ा संचालकों ने श्रद्धालुओं पर हमला कर दिया था। इस मामले में आरोपी मुसलमान नहीं हैं। घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है।

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