प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के अडालज में मिशन स्कूल ऑफ एक्सीलेंस का शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री बच्चों के साथ स्मार्ट क्लास में बैठे। उन्होंने डिजिटल ब्लैक बोर्ड पर पढ़ाई को देखा। पीएम मोदी के दौरे पर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया समेत उनकी पार्टी के कई नेताओं ने दावा किया कि मोदी पहली बार स्कूल में बच्चों के साथ बैठे हैं। आप नेताओं ने यह साबित करने की कोशिश कि नरेंद्र मोदी ने पहली बार शिक्षा पर बात की है हालाँकि हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला।
मनीष सिसोदिया ने एएनआई के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा कि मोदी जी आज पहली बार गुजरात के बच्चों के साथ स्कूल जाकर बैठे। 27 साल पहले ये शुरू कर दिया होता तो आज गुजरात के हरेक बच्चे को, शहर से लेकर गाँव तक के हर बच्चे को, शानदार शिक्षा मिल रही होती। दिल्ली में 5 साल में हो सकता है तो गुजरात में तो भाजपा 27 साल से सरकार में है….।
मोदी जी आज पहली बार गुजरात के बच्चों के साथ स्कूल जाकर बैठे. 27 साल पहले ये शुरू कर दिया होता तो आज गुजरात के हरेक बच्चे को, शहर से लेकर गाँव तक के हर बच्चे को, शानदार शिक्षा मिल रही होती. दिल्ली में 5 साल में हो सकता है तो गुजरात में तो भाजपा 27 साल से सरकार में है, लेकिन….1/N https://t.co/kfbzohw8bN
— Manish Sisodia (@msisodia) October 19, 2022
अरविन्द केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा कि मुझे बेहद ख़ुशी है कि आज देश की सभी पार्टियों और नेताओं को शिक्षा और स्कूलों की बात करनी पड़ रही है। ये हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि है। मैं उम्मीद करता हूँ कि केवल चुनाव के दौरान शिक्षा याद ना आए। सभी सरकारें मिलकर महज़ 5 साल में सभी सरकारी स्कूलों को शानदार बना सकते हैं।
मुझे बेहद ख़ुशी है कि आज देश की सभी पार्टियों और नेताओं को शिक्षा और स्कूलों की बात करनी पड़ रही है। ये हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि है। मैं उम्मीद करता हूँ कि केवल चुनाव के दौरान शिक्षा याद ना आए। सभी सरकारें मिलकर महज़ 5 साल में सभी सरकारी स्कूलों को शानदार बना सकते हैं। pic.twitter.com/FJYSgM3HoW
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 19, 2022
आप सांसद संजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि साहेब आते-आते बहुत देर कर दी।
साहेब आते-आते बहुत देर कर दी। pic.twitter.com/RtK4lvq3ty
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) October 19, 2022
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सर्वेश मिश्रा
ने ट्वीट कर लिखा कि मुझे गर्व है कि हमारी दिल्ली के 2cr की आबादी वाले
शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया जी ने 130cr आबादी वाले हमारे देश के
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को आज स्कूल की क्लासरूम में ला दिया। इसी को
कहते हैं क्लासरूम रेवोल्यूशन, वैकल्पिक राजनीति शिक्षा क्रांति। चलिए देर
ही सही आप शिक्षा पर आए।
मुझे गर्व है कि हमारी दिल्ली के 2cr की आबादी वाले शिक्षा मंत्री @msisodia जी ने 130cr आबादी वाले हमारे देश के प्रधानमंत्री @narendramodi जी को आज स्कूल की क्लासरूम में ला दिया
इसी को कहते हैं क्लासरूम रेवोल्यूशन, वैकल्पिक राजनीति शिक्षा क्रांति
चलिए देर ही सही आप शिक्षा पर आए pic.twitter.com/veXproZaIW
— Sarvesh Mishra (@SarveshMishra_) October 19, 2022
एक यूजर नरेंद्र गिरसा ने ट्वीट कर लिखा कि धन्यवाद केजरीवाल जी!! सालों
साल से चुनाव में ऊंच नीच,धर्म जाति, हिंदू मुस्लिम,शमशान कब्रिस्तान जैसे
मुद्दे पर भाजपा ने देश,और गुजरात को ठगा है। पहली बार गुजरात में केजरीवाल
जी ने मोदी जी को भी मजबूरन स्कूल में फोटो खिंचाने को मजबूर कर दिया! 27
साल से करते तो बात कुछ और होती।
पड़ताल: इन दावों की पड़ताल में हमे सबसे पहले नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट मिली। जिसमे बताया गया है कि नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने साल 2009 में ‘गुणोत्सव’ अभियान की शुरुआत की थी। इस गुणोत्सव अभियान के तहत मुख्यमंत्री और उनके तमाम मंत्री, आइएएस और अन्य
वरिष्ठ अधिकारी तीन दिनों तक राज्य के एक-चौथाई स्कूलों का दौरा करते, उनके
हालात का मुआयना करते और यह भी देखते कि बच्चों को जो पढ़ाया जा रहा है,
उसका क्या नतीजा निकला। स्कूलों को ‘ए’, ‘बी’, ‘सी’ और ‘डी’ ग्रेड में बांट कर इन ग्रेड के अनुसार स्कूलों के लिए ख़ास योजना तैयार कीगयी।
Gunotsav, launched 3 yrs back in Guj to achieve quality improvement at primary school stage has become a subject of study at national level!
— Narendra Modi (@narendramodi) November 18, 2011
हमे नरेंद्र मोदी की बेबसाईट पर 2009 में प्रकाशित एक आर्टिकल भी मिला जिसमे बताया गया है कि अभियान के पहले दिन उन्होंने देहगाम तालुका के संपा प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया था। इसी तरह नरेंद्र मोदी के अलग अलग स्कूल दौरों की जानकारी यहाँ दी गयी है।
इसके अलावा @ModiArchive हैंडल से भी गुणोत्सव अभियान की तस्वीरों को शेयर किया गया है।
A look back: Modi launched a three-day campaign to improve primary education in Gujarat with ‘Gunotsav’.
Modi personally visited govt-aided schools to assess students’ progress, took dictation tests, monitored midday meals, attendance, computer labs, library & playground. pic.twitter.com/ou9qKrTDCr
— Modi Archive (@modiarchive) October 19, 2022
साल 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बन जाने के बाद भी उन्होंने कई स्कूलों में जाकर बच्चों से मुलाकात की है। 2018 में पीएम अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के प्राथमिक स्कूल में छात्र-छात्राओं से मुखातिब हुए थे। साल 2017 में पीएम मोदी गुजरात के बडनगर के एक कॉलेज में पहुँचे थे।
Had a lively interaction with bright young minds at a school in Narur. Spoke to them about a wide range of subjects including the importance of sports and skill development. pic.twitter.com/VbhUzCakmb
— Narendra Modi (@narendramodi) September 17, 2018
Visited GMERS Medical College in Vadnagar and interacted with students. Our society needs more doctors devoted to creating a healthy India. pic.twitter.com/eKdMXmxJWR
— Narendra Modi (@narendramodi) October 8, 2017
पीएम मोदी ने साल 2018 में ‘परीक्षा पर चर्चा’ कार्यक्रम की शुरुआत की थी।
हर साल वो देश के अलग-अलग राज्यों के छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के
साथ बातचीत करते हैं।
निष्कर्ष: नरेंद्र मोदी के पहली बार स्कूल पहुँचकर बच्चों के साथ बैठने का दावा गलत है। नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने से पहले गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर भी बच्चों से मुखातिब हुए हैं।