सोशल मीडिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक वीडियो वायरल है। इस
वीडियो में वह चोरी के संदर्भ में बोल रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते कि ”जब मैं छोटी चोरी करता था,
उस दिन अगर मेरी मां ने रोका होता तो मैं इतना बड़ा लुटेरा न बनता।’
इस 10 सेकेंड्स के वीडियो
के जरिए दावा किया जा रहा है कि भाषण में प्रधानमंत्री स्वंय को ‘चोर’ बता
रहे हैं। हालाँकि पड़ताल में पता चलता है कि प्रधानमंत्री एक कहानी सुना रहे थे, उस कहानी के एक हिस्से को को एडिट कर शेयर किया जा रहा
है।
पत्रकार कशिश राज ने ट्वीट कर लिखा है कि जब मैं छोटी चोरी करता था। उस दिन
अगर मेरी मां ने रोका होता तो आज मै इतना बड़ा लुटेरा नहीं बनता। यूपी के
जिला महाराजगंज की फरेंदा सीट से कांग्रेस विधायक वीरेंद्र उपाध्याय ने
ट्वीट कर लिखा कि साहेब की कहानी, उनकी जुबानी। जब मैं छोटी चोरी करता था
उस दिन अगर मेरी मां ने रोका होता तो आज मै इतना बड़ा लुटेरा नहीं बनता।
एक यूजर मुर्दा लोकतंत्र ने इस वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा है “काश मां ने चोरी के साथ साथ पहले झूठ पर ही कान के नीचे जमाकर झापड़ उडादी होती तो आज देश, समाज यूं बर्बाद न हुआ होता?”
काश मां ने चोरी के साथ साथ पहले झूठ पर ही कान के नीचे जमाकर झापड़ उडादी होती तो आज देश,समाज यूं बर्बाद न हुआ होता? pic.twitter.com/jiqU4NIbHl
— मुर्दा लोकतंत्र=NEW INDIA (@chaudharyrk1001) September 7, 2022
इसके अलावा इस वीडियो को पत्रकार दिनेश कुमार, कांग्रेस नेता सद्दाम हुसैन, एक यूजर संवाद टीवी ने शेयर किया है। इस वीडियो को ट्वीटर और फेसबुक दोनों प्लेटफार्म पर जमकर साझा किया जा रहा है।
क्या है हकीकत: इस वायरल वीडियो की पड़ताल करते हमने बैकग्राउंड पर ध्यान दिया तो इसमें भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का चुनाव चिह्न कमल है और नीचे बंगाली में बीजेपी लिखा हुआ है। वीडियो को देखने के बाद ऐसा लगता है कि पीएम मोदी किसी जनसभा को संबंधित कर रहे हैं। इससे जुड़े कीवर्ड्स सर्च करने पर हमें इसका ओरिजिनल वीडियो नरेन्द्र मोदी के यू-ट्यूब चैनल पर मिला। वीडियो 10 अप्रैल 2021 को यह वीडियो अपलोड किया गया था। यह वीडियो बंगाल विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान सिलिगुड़ी में मोदी द्वारा दिए गए भाषण की है। 57.19 मिनट के इस वीडियो में 39.00 मिनट से लेकर 40.16 मिनट के बीच के फ्रेम में वह पश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला करते हुए बोला था “हर स्कीम में तोलाबाजी, हर स्कीम में कट मनी।
मोदी ने आगे कहा कि यही सिलीगुड़ी में कुछ दिन पहले दीदी ने कहा कि उनके तोलाबाज तो सिर्फ 100, 200 और 500 रुपये लेते हैं। इसमें क्या बड़ी बात है। बड़े आराम से दीदी कही रही है कि तोलाबाज तो 100, 200 और 500 रुपया बड़े आराम से लेते हैं। इसमें इतना चिल्लाते क्यों हैं मोदी! भाईयों और बहनों, जब हम छोटे थे तो एक कथा सुनी थी। उस कथा में एक बहुत बड़ा डाकू लुटेरा। उसको फांसी की सजा हुई। जब उसको फांसी की सजा हुई तो उससे पूछा गया कि तुम्हारी अंतिम इच्छा क्या है? तो उसने कहा कि मुझे मेरी मां से मिलना है फिर सरकार ने व्यवस्था की उसे उसकी मां से मिलवा दिया जाए। जब वह अपनी मां से मिला तो उसने झपटकर अपनी मां के नाक को काट लिया। अपनी मां के नाक को काट लिया। फांसी पर जाने से पहले उसने अपनी मां के नाक को काट लिया। लोगों ने जब उससे पूछा कि तुमने अपनी मां के नाक को क्यों काट लिया तो उसने कहा, जब मैं छोटी चोरी करता था, उस दिन अगर मेरी मां ने रोका होता, तो मैं इतना बड़ा लुटेरा न बनता। मुझे फांसी पर जाने की नौबत नहीं आती।”
निष्कर्ष: प्रधानमंत्री मोदी भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलते हुए एक कहानी सुना रहे थे, न कि अपने बचपन में चोरी करने की बात कर रहे थे।