उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) की ओर से को यूपी पीईटी-2022 परीक्षा को लेकर विभिन्न शहरों के रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंडों पर बड़ी संख्या में छात्रों की भीड़ उमड़ी। इसी परीक्षा को लेकर सोशल मडिया पर दो वीडियो वायरल हो रहें हैं। वीडियो में दो ट्रेनों में युवाओं की खचाखच भीड़ देखी जा सकती है। हालाँकि पड़ताल में पता चलता है कि यह वीडियो पुराने हैं, इनका पीईटी परीक्षा से लेना देना नहीं है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि फार्म- 37 लाख, खाली पद-गिनती। इन युवाओं को सालाना 2 करोड़ रोज़गार का झांसा दिया गया था लेकिन इस तस्वीर में देश के शिक्षित बेरोज़गार युवाओं की बेबसी दिख रही है। ये साफ है कि प्रधानमंत्री आंखें मूंद कर बैठे हैं और नौजवान ठोकरें खाने पर मजबूर हैं।
कांग्रेस नेता प्रियंका गाँधी वाड्रा ने एक वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा कि UP-PET परीक्षा में भारी अव्यवस्था के चलते छात्र-छात्राओं को हो रही परेशानी देखकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे लेकिन भाजपा सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रहा।
आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने एक वीडियो को रीट्वीट करते हुए लिखा कि ये तस्वीर बेरोज़गारी की जीती जागती कहानी बयाँ कर रही है। लेकिन अफ़सोस इस विकराल समस्या पर न कोई TV डिबेट होगी न कोई सरकार जवाब देगी। इस वीडियो को दैनिक भास्कर की पत्रकार कोमल निगम ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि दिल दहलाने वाला वीडियो। ऐसे खतरा लेकर एग्जाम देने जाना ज़रूरी नहीं है लेकिन मजबूरी क्या नहीं करवा ले। सरकार कुछ इन्तेजाम कर देती तो अच्छा होता।
पड़ताल: हमने इन दोनों वायरल वीडियोज से अलग अलग एंगल से स्क्रीनशॉट लेकर रिवर्स-सर्च किया तो दोनों ही वीडियो यूट्यूब पर मिली। इसमें एक वीडियो को 21 मार्च 2016 को अपलोड कर मुंबई लोकल ट्रेन का बताया गया है।
सर्च के दौरान यूपी सरकार के फैक्ट चेक ट्विटर हैंडल पर हमें एक पोस्ट मिली। इसमें वायरल वीडियो को लेकर बताया गया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कुछ अकाउंट्स द्वारा उत्तर प्रदेश में आयोजित PET के संदर्भ को लेकर मुंबई लोकल का वीडियो अपलोड कर अव्यवस्था की भ्रामक तस्वीर प्रस्तुत की जा रही है।
#InfoUPFactCheck: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कुछ अकाउंट्स द्वारा उत्तर प्रदेश में आयोजित PET के संदर्भ को लेकर मुंबई लोकल का वीडियो अपलोड कर अव्यवस्था की भ्रामक तस्वीर प्रस्तुत की जा रही है।
बल्कि, उत्तर प्रदेश में पूर्ण सुरक्षित एवं व्यवस्थित ढंग से परीक्षा का आयोजन हो रहा है। pic.twitter.com/FjNxUprvhN
— Info Uttar Pradesh Fact Check (@InfoUPFactCheck) October 15, 2022
वहीं दूसरी वीडियो जिसमें चलती ट्रेन से लटकते हुए लोग दिख रहे हैं। यह वीडियो हमें नीरज आनंद नाम के यूट्यूब चैनल पर मिली जिसके कैप्शन में लिखा है कि ये नज़ारा केवल पटना में ही देखने को मिलेगा।। यह वीडियो 27 फरवरी 2018 को अपलोड हुई की गयी है।
इस सम्बन्ध में हमे नार्थ सेंट्रल रेलवे का एक ट्वीट भी मिला जिसमे बताया गया है कि अफवाहों से बचें! प्रियंका गांधी के ट्वीट के संदर्भ में (जो अब डिलीट किया जा चुका है) स्पष्ट किया जाता है कि मेमू ट्रेन का कोच नंबर 40042 आज प्रयागराज से नहीं गुजरा है और इस तस्वीर का UPPET परीक्षा से कोई लेना-देना नहीं है।
अफवाहों से बचें!@priyankagandhi के ट्वीट के संदर्भ में (जो अब डिलीट किया जा चुका है) स्पष्ट किया जाता है कि मेमू ट्रेन का कोच नंबर 40042 आज प्रयागराज से नहीं गुजरा है और इस तस्वीर का UPPET परीक्षा से कोई लेना-देना नहीं है। pic.twitter.com/MNcSpafcrw
— North Central Railway (@CPRONCR) October 15, 2022
साथ ही कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने अपने ट्वीट में दो करोड़ रोजगार का
जिक्र करते हुए यह भी लिखा कि युवाओं को सालाना 2 करोड़ रोज़गार का झांसा
दिया गया था। हमने इस सम्बन्ध में पहले पड़ताल की है, जिसमे पता चलता कि
प्रधानमंत्री नरेंद्र ने कभी दो करोड़ रोजगार का वादा नहीं किया था।
निष्कर्ष: यूपी में पीईटी परीक्षा का वायरल वीडियो से लेना देना नहीं है, दोनों ही वीडियो कई वर्ष पुराने हैं।