सोशल मीडिया में टाइम्स अखबार की कटिंग को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि 5G ऑक्शन में देश को 2.8 लाख करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। पड़ताल में यह कटिंग फर्जी साबित हुई है। खबर की इस कटिंग को एडिट कर शेयर किया जा रहा है।
वामपंथी लेखक अशोक कुमार कुमार इस कटिंग को साझा करते हुए लिखा है कि ज़ीरो गिनिए और बताइए टाइम्स पर ED का छापा कितने दिनों में पड़ जाएगा?
ज़ीरो गिनिए और बताइए टाइम्स पर ED का छापा कितने दिनों में पड़ जाएगा? pic.twitter.com/hC2mpJLlVP
— Ashok Kumar Pandey अशोक اشوک (@Ashok_Kashmir) August 3, 2022
कांग्रेस नेता पंखुरी पाठक ने ट्वीट कर लिखा है कि 5G स्कैम पर पूरे देश की मीडिया चुप। कोई डिबेट, कोई शोर, कोई चर्चा नहीं क्योंकि कई सारे 000 इनके मुंह में ठूंस कर इन्हें चुप करा रखा है।
5G स्कैम पर पूरे देश की मीडिया चुप …
कोई डिबेट, कोई शोर, कोई चर्चा नहीं!क्योंकि कई सारे 000 इनके मुंह में ठूंस कर इन्हें चुप करा रखा है ! pic.twitter.com/BIXQBXlzE0
— Pankhuri Pathak पंखुड़ी पाठक پنکھڑی (@pankhuripathak) August 3, 2022
हंसराज मीना ने भी एक ट्वीट में 5G घोटाले का दावा किया है। उनके ट्विट में घोटाले की रकम की संख्या में अख़बार से भी ज्यादा जीरो हैं।
28,00,00,00,00,00,00,00,00,000
scam by bjp. Biggest scam in Indian history ! #5G_Scam_Bjp pic.twitter.com/hhBhHehGwh— Hansraj Meena Office (@HansrajOffice_) August 2, 2022
इसके अलावा अखबार की इस कटिंग को RLD नेता और पूर्व पत्रकार प्रशांत कनौजिया, गुजरात में भारतीय ट्राइबल पार्टी के विधायक छोटूभाई वसावा, उत्तर प्रदेश कांग्रेस, बिहार यूथ कांग्रेस, कांग्रेस के छात्र संगठन NSUI तमिल नाडू, मध्य प्रदेश कांग्रेस सेवादल, दमन और दीव कांग्रेस सेवादल, कांग्रेस नेता विनय कुमार दोकनिया, DMK नेता T R B राजा समेत कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने ट्वीट किया है।
क्या है हकीकत: हमें इस अखबार में दो जगह लिखी गई घाटे की रकम में अंतर दिखाई दिया। हेडिंग में लिखी रकम में 28 के बाद 14 शून्य लगे हैं यानी ये रकम 2800 लाख करोड़ रुपए हुई जबकि सब-हेडिंग में घाटे की रकम 2.8 लाख करोड़ रुपए बताई गई।
अखबार की कटिंग में ‘टाइम्स बिजनेस’ लिखा है। लिहाजा सबसे पहले हमने वेबसाइट पर इस खबर को खोजा। यहां हमें 5G ऑक्शन में 2.8 लाख करोड़ के घाटे वाली हेडलाइन के साथ कोई खबर नहीं मिली। वायरल अखबार की कटिंग में ‘द टाइम्स ऑफ़ इंडिया’ के नेशनल एडिटर पंकज डोभाल का बाइलाइन है।
That’s how the Business Page looks like when you start the day with record spectrum auctions, and end the day with record auto sales… pic.twitter.com/R9Qee59Zfi
— Pankaj Doval (@pankajdoval) August 2, 2022
हमने पंकज डोभाल का ट्विटर अकाउंट खंगाला तो पता चला कि पंकज ने अपने ट्विटर अकाउंट पर 2 अगस्त को वायरल कटिंग की असली ई-कॉपी ट्वीट की है और ये वायरल कटिंग से मिलती-जुलती भी है। असल पेज में रिकार्ड 1.5 लाख करोड़ में 5G स्पेक्ट्रम के नीलामी की बात लिखी है।
निष्कर्ष: पड़ताल में 5G ऑक्शन में घाटे का दावा गलत साबित हुआ। अखबार की वायरल कटिंग फर्जी है जिसे असली कटिंग के साथ छेड़छाड़ कर बनाया गया है। वायरल कटिंग की हेडिंग में दो अलग अलग रकम बताकर नुकसान होने के बात की जा रही है जबकि अखबार की असली कटिंग में 1.5 लाख करोड़ की कमाई होने की बात लिखी गई है।