सोशल मीडिया में एक तस्वीर वायरल है। यूजर्स का दावा है कि एक हिंदू युवती अपूर्वा शेट्टी को मुस्लिम युवक आशिक ने मार दिया हालाँकि पड़ताल में पता चलता है कि दोनों एक ही समुदाय से हैं।
एक यूजर ऋतू राठौड़ ने तस्वीर को साझा करते हुए लिखा है कि एक बात मेरे समझ के बाहर है कि कैसे एक अच्छी पढ़ी लिखी लड़की व सुन्दर हिन्दू लड़की। गन्दी शक्ल वाले बेरोजगार मुस्लिम लड़के के प्यार में कैसे पड़ जाती है। सुदर्शन चैनल के पत्रकार सागर कुमार ने ट्वीट कर लिखा है कि मेरा वाला अब्दुल ऐसा नहीं है।
एक और यूजर हिन्दू पोस्ट ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है कि जिहाद के एक और मामले ने इस बार मैसूर में एक युवा हिंदू लड़की की जान ले ली है। शहर के एक लॉज में अपूर्वा शेट्टी (21) नाम की छात्रा की हत्या कर दी गई। उसका दोस्त आशिक (26) मुख्य आरोपी है।
Another case of suspected grooming jihad has taken the life of a young Hindu girl, this time in Mysuru. A student named Apoorva Shetty (21) was killed at a lodge in the city. Her friend Ashik (26) is the prime suspect.https://t.co/GIf7zQePDB
— HinduPost (@hindupost) September 8, 2022
क्या है हकीकत: मामले की पड़ताल करते हुए हमने इससे जुड़े कीवर्ड्स को सर्च किया तो हमें स्टार ऑफ मैसूर पर 2 सितम्बर को इस घटना की खबर प्रकाशित हुई मिली। इस खबर के अनुसार 31 अगस्त की रात मैसूर के एक होटल में 21 साल की अपूर्वा शेट्टी का शव बरामद हुआ।
खबर में बताया गया है कि अपूर्वा अपने बॉयफ्रेंड के साथ होटल ठहरी थी। लड़का 29 अगस्त की शाम को ही होटल से बाहर चला गया। जब वह दोपहर में भी नहीं आया तो होटल कर्मचारी को शक हुआ क्योंकि वह नाश्ते या दोपहर के भोजन के लिए भी कमरे से बाहर नहीं आई थी। उसने कमरे में खाने का आर्डर भी नहीं दिया था। होटल कर्मचारी ने इस मामले की पूरी जानकारी पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस ने आशीष को गिरफ्तार कर लिया।
इस खबर में आरोपी का नाम आशिक नहीं आशीष बताया गया है, इसके बाद हमने मामले की एफआईआर देखी, यहाँ भी आरोपी का नाम आशीष बताया गया है। इसके बाद हमने मैसूर डीसीपी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रदीप गुंटी ने सम्पर्क किया। उन्होंने हमे बताया कि सोशल मीडिया में वायरल तस्वीर अपूर्वा और आशीष की ही हैं लेकिन इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। आरोपी का नाम आशिक नहीं, आशीष है।
निष्कर्ष: अपूर्वा मर्डर केस में सांप्रदायिक विवाद नहीं है, मृतका और आरोपी एक ही समुदाय के हैं।