बर्मिंघम में कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 का समापन हो चुका है। 28 जुलाई से 8 अगस्त तक लगभग 200 भारतीय एथलीटों ने 16 विभिन्न खेलों में पदक के लिए प्रतिस्पर्धा की। भारतीय एथलीटों ने कुल 61 पदक जीते। रेसलिंग में गोल्ड मेडल जीतने वाले दीपक पुनिया, रवि दहिया और बजरंग पुनिया की एक तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल है। जिसे किसान आन्दोलन से जोड़कर साझा किया गया है।
राजस्थान यूथ कांग्रेस ने तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा कि ये फोटो किसान आंदोलन की है और ये तीनों पहलवान अब सोना जीतकर आए हैं। इस तस्वीर को रीट्वीट करते हुए कांग्रेस नेता अल्का लाम्बा ने लिखा कि हमारे अन्नदाताओं का आशीर्वाद और दुआएँ जो थी इन सबके साथ।
हमारे अन्नदाताओं का आशीर्वाद और दुआएँ जो थी इन सबके साथ.. 😊🇮🇳👍 https://t.co/ZN3PiqXiGI
— Alka Lamba (@LambaAlka) August 12, 2022
पत्रकार मनदीप पुनिया तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा है कि ये फोटो किसान आंदोलन की है और ये तीनों पहलवान अब सोना जीतकर आए हैं।
ये फोटो किसान आंदोलन की है. और ये तीनों पहलवान अब सोना जीतकर आए हैं. pic.twitter.com/fCNxLrWdL5
— Mandeep Punia (@mandeeppunia1) August 11, 2022
इसके अलावा कई और सोशल मीडिया यूज़र्स ने तस्वीर को इसी दावे के साथ शेयर किया है।
क्या है हकीकत: वायरल तस्वीर में खिलाडियों के पीछे एक बैनर लगा हुआ है, इस पर अस्पष्ट तौर पर ‘सम्मान समारोह’ लिखा दिखाई दे रहा है। इसके बाद कुछ कीवर्ड्स की मदद से हमने वायरल तस्वीर को इंटरनेट पर खोजा।
हमें न्यूज वेबसाइट ‘हरियाणा एक्सप्रेस’ पर वायरल तस्वीर से मिलती-जुलती फोटो मिली। फोटो में खिलाड़ियों के कपड़े और पीछे लगा बैनर वायरल तस्वीर से मेल खाता है। फोटो में दीपक पुनिया, रवि दहिया और बजरंग पुनिया के साथ मंच पर राकेश टिकैत को भी देखा जा सकता है।
10 सितम्बर 2021 की इस रिपोर्ट के मुताबिक सोनीपत की खरखौदा अनाज मंडी में किसान नेताओं ने टोक्यो ओलंपिक में देश के लिए मेडल जीतने वाले पहलवान व खिलाड़ियों के लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया। खिलाड़ियों के सम्मान समारोह में किसान नेता राकेश टिकैत व अन्य किसान नेताओं ने पहलवान रवि दहिया, बजरंग पुनिया, दीपक पुनिया, हॉकी खिलाड़ी सुमित कुमार, पैरालंपियन अमित सरोहा को सम्मानित किया।
इस सम्बन्ध में ‘ETV भारत‘ ने भी 10 सितंबर 2021 को खबर प्रकाशित की है। इस खबर के मुताबिक, सर्वजाति किसान गरीब मंच ने सोनीपत के खरखौदा में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया था। इसमें टोक्यो ओलंपिक में मेडल विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया था। इस सम्मान समारोह में किसान नेता राकेश टिकैत भी मौजूद थे।
अमर उजाला ने भी इस कार्यक्रम की रिपोर्ट प्रकाशित की है, जिसके मुताबिक राकेश टिकैत ने खिलाडियों को सम्मानित कर कहा कि देश का तिरंगा जिसने भी दुनिया में फहराया है, उनका सम्मान करना बनता है। खिलाड़ियों की जाति, गांव व रिश्तेदारी नहीं होती, वे देश के होते हैं। अब इन खिलाड़ियों की जिम्मेदारी है कि वे नई पौध तैयार करें। उन्होंने खिलाड़ियों को खेल भावना से खेलते रहने की सीख देते हुए कहा कि जब तक सरकार खिलाड़ियों का सम्मान कर रही है, तब तक हम सबका धन्यवाद करते रहेंगे।
निष्कर्ष: वायरल तस्वीर खिलाडियों के सम्मान समारोह की है, इसका किसान आन्दोलन से कोई लेना देना नहीं है।