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24 Dec 2024, Tue

फैक्ट चेक: जय श्री राम के नारों की वजह से नहीं हुआ था अब्दुल समद पर हमला, न ही हिंदूवादी ने काटी दाढ़ी

दिल्ली से सटे गाजियाबाद के लोनी में एक बुज़ुर्ग की पिटाई का एक वीडियो वायरल हुआ। हालाँकि इस वीडियो में किसी तरह की आवाज नहीं हैं, लेकिन इसमें देखा जा सकता है कि आरोपियों ने बुजुर्ग की न केवल जमकर पिटाई की है बल्कि उनकी दाढ़ी भी काट दी।


इस दौरान बुजुर्ग उन सभी से हाथ जोड़कर मिन्नतें कर रहा है। इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि पीड़ित बुजुर्ग एक खाट पर बैठे हैं और उन्हें दो लोगों ने घेर रखा है। एक युवक के हाथ में कैंची है। इसी बीच, दूसरा युवक बारी-बारी से उन्हें थप्पड़ मारता है, जबकि पहला उनकी दाढ़ी काट लेता है।

An elderly Muslim #AbdulSamad has been attacked in #Gaziabad by goons because of his religion. They cut his beard and beaten him badly. pic.twitter.com/cIM6PkqRnp

— Hedayat Karim (@HedayatKarim) June 14, 2021

पीड़ित ने बाद में अपनी आप बीती बताते हुए एक वीडियो जारी किया, इस वीडियो उनके साथ एक समाजवादी पार्टी के नेता भी नजर आ रहे हैं। वीडियो में अब्दुल समद ने कहा, ‘मैं बॉर्डर के पास एक ऑटोरिक्शा में यात्रा कर रहा था जब मेरे आगे बैठे दो लोगों ने मेरा अपहरण कर लिया। वे मुझे एक बिल्कुल सुनसान इलाके के जंगल क्षेत्र में ले गए और मुझे मारना शुरू कर दिया। मैं उनसे जान के लिए भीख मांगता रहा और प्रार्थना करने लगा। उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या मैं अल्लाह का नाम ले रहा हूं और उन्होंने मुझे बार-बार ‘जय श्री राम’ का जाप करने के लिए कहा। उन्होंने हंटर से मेरी पीठ पर वार किया और मुझे ‘जय श्री राम’ कहने के लिए मजबूर किया।’

समाचार बेबसाईट ‘द वायर’ में प्रकाशित खबर

 

इस वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया में लोगों ने इसे हिंदुत्व और भाजपा से जोड़कर नाराजगी व्यक्त की। एमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने लिखा, ‘हिंदुत्व विचारधारा की बहादुरी हमेशा कमजोर, बुजुर्गों और बच्चों पर हमला करने में हैं। हमेशा एक भीड़ के रूप में हमला करते हैं। हिंदूवादी गुंडों द्वारा मुसलमानों का सम्मान छीना जा रहा है।

 

नेता वारिस पठान ने ट्विटर पर लिखा, ‘गाजियाबाद में एक बुजुर्ग मुस्लिम व्यक्ति अब्दुल समद सैफी पर हमला किया गया और उन्हें ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने कहा” मुझे इतना मारा कि मैं दर्द सहन नहीं कर सका। वे कैंची लाए और मेरी दाढ़ी काट दी, भाजपा ने यूपी चुनाव की तैयारी शुरू करदी!’


इस पर पीस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहम्मद शादाब ने लिखा, ‘गाजियाबाद के लोनी में यह आतंकी घटना घटित हुई है उस संबंध में हमारी पूरी टीम उन आतंकियों पर कार्रवाई के लिए प्रयास कर रहे हैं।’ एक दूसरे यूजर मोहम्मद शोईब पठान ने लिखा, ‘हजरत अली का फरमान है कि अगर आपके ऊपर जुलम होता है तो उसका जिहाद करे इसी तरह मायूस कमजोरी बन जाएगी। अगर आप उसके खिलाफ नहीं खड़ा हुए तो उसका मुकाबला हमको खुद करना पड़ेगा किसी कानून का इंतजार नहीं करना होगा। आप बता दें कि कानून द्वारा किसी को सजा मिली भी हो, एक का नाम बताएं।’

एक यूजर फैजान ने लिखा, ‘अरे मुसलमानो भाइयों कब तक ऐसे देखोगे जुल्म होते हुए। अब जुल्म का सामना करना पड़ेगा और जवाब देना पड़ेगा। यह जब से मोदी आया है पूरे देश को बर्बाद कर दिया है। विश्व गुरु बनाने जा रहा था देश को पर बर्बादी की ओर ले जा रहा है। अब वक्त आ गया है जवाब देना होगा।’ फैजान ने धमकी भरे अंदाज में यह भी लिखा, ‘यह सब चीजों से कुछ नहीं होने वाला है ऐसा कितना केस हुआ और कितना खत्म हो गया यूपी पुलिस यूपी का मुख्यमंत्री बड़वा है। अब करना होगा हम ही सभी को कुछ ना कुछ वरना यह जीने नहीं देंगे। इसका बदला लिया जाएगा वक्त का इंतजार कीजिए जरूर आपको अपडेट किया जाएगा।’

 

कांग्रेस नेता शमा महमूद ने लिखा, ‘गाजियाबाद में एक बुजुर्ग मुस्लिम व्यक्ति अब्दुल समद सैफी पर हमला किया गया और उन्हें ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने के लिए मजबूर किया गया। ‘उन्होंने मुझे इतना मारा कि मैं दर्द सहन नहीं कर सका। वे एक जोड़ी कैंची लाए और मेरी दाढ़ी काट दी”, उन्होंने कहा। भाजपा ‘आगामी यूपी चुनावों के लिए बांटो और राज करो’ नीति पर वापस आ गयी है।’

 

इस घटना के सामने आने के बाद पत्रकार साक्षी जोशी ने लिखा, ‘मुझे तो उन ‘हिंदुओं’ पर शर्म आती है जो किसी बुजुर्ग, बेबस, मासूम शख़्स को पिटता देख सिर्फ ख़ामोश ही नहीं रहते बल्कि प्राउड हिंदू का तमग़ा लिए घूमते हैं क्योंकि वो शख़्स मुसलमान था। छी, शर्म बेच खाई है ऐसे हैवानों ने। सही कहते हैं ये लोग, हिंदू ख़तरे में है ऐसे ही हैवानों से।

 

पत्रकार राना अयूब ने लिखा, ‘मैंने ऐसे वीडियो देखे हैं जिन्होंने मुझे परेशान किया है। लेकिन इसने मुझे बेदम कर दिया है। एक मुस्लिम व्यक्ति को भीड़ ने पीटा, जय श्री राम का नारा लगाने के लिए मजबूर किया। क्या मुझे अपना गुस्सा व्यक्त करने, अपने परिजनों के लिए चिंता करने, एक मुसलमान के रूप में अपमानित महसूस करने की अनुमति है जिस देश को हमने अपना कहा है?’ पत्रकार शबा नकवी ने इन्डियन एक्सप्रेस की खबर को साझा करते हुए इसे हिन्दू राष्ट्र और चुनाव से जोड़ा है।

 

कांग्रेस नेता हसीबा ने लिखा, ‘यह राज्य प्रायोजित आतंकवाद बार-बार होता रहता है। जब आप लिंचरों को माला पहनाते हैं, जब वो मरते हैं तो उनके शरीर को राष्ट्रीय ध्वज में लपेटते हैं  और अंतिम संस्कार में केंद्रीय मंत्री शामिल होते हैं, हम इससे बेहतर क्या उम्मीद कर सकते हैं?’

 

एक लेखिका सुचित्रा विजयन ने इसे बहुसंख्यक हिन्दुओ का आतंक बताया है। वहीं लेखिका सुजाता ने लिखा, ‘बेशर्म और बेग़ैरत सीना ठोंक कर कहते फिर रहे हैं कि हमारे राम हैं हम उनके नाम पर घोटाला करेंगे और लिंचिंग भी और क़ानून प्रशासन सब आँखों पर मास्क लगाकर पड़ा है।’

 

एक यूजर अशरफ हुसैन ने लिखा, ‘आप मोहब्बत में उनके बुजुर्गों की अर्थी को कांधा तक दे रहे, वो नफ़रत में आपके बुजुर्गों की दाढ़ी तक नहीं छोड़ रहे।’

 

इस घटना को लेकर एक कार्टून भी सामने आया है जिससे प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसा गया है।

अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने लिखा, ‘मैं शर्मिंदा हूँ। हमारे देवताओं के नाम
पर जो कुछ होता है, उस पर मुझे शर्म आती है। भारत और विदेशों में हिंदू, जो
चाहते हैं कि हर मुसलमान इस्लाम के नाम पर आतंकवाद की निंदा करे। जब इस
क्रूरता को सही ठहराने के लिए हमारे भगवान और हमारे धर्म का दुरुपयोग किया
जा रहा है, तब क्या  मैं आपकी आवाज सुन रही हूं?


पत्रकार आरफा खानम शेरवानी ने लिखा, ‘दादा की उम्र के एक मुस्लिम व्यक्ति
को बेरहमी से थप्पड़ मारा गया, पीटा गया, लात मारी गई, उसकी दाढ़ी को काट
दिया गया, जय श्री राम का बोलने के लिए मजबूर किया गया। दाढ़ी काटने का
मतलब उसकी धार्मिक पहचान के लिए उसका अपमान करना था। यह हिंदुओं के नाम पर
हुआ। आपकी चुप्पी ही आपकी स्वीकृति है।’

क्या है हकीकत?

कस्बा अनूपशहर के बुलंदशहर के मीरा मोहल्ला निवासी अब्दुल समद पांच जून को लोनी बॉर्डर क्षेत्र के हाजीपुर बेहटा एक रिश्तेदार के घर जा रहे थे। इस दौरान रास्ते में उनके साथ मारपीट हुई। हालाँकि अब्दुल समद ने इस मामले में दो दिन तक पुलिस को जानकारी नहीं दी। 

इसके बाद 7 जून को समाजवादी नेता उम्मद पहलवान इदरीसी ने अब्दुल समद के साथ फेसबुक लाइव किया। उनकी टाइमलाइन के मुताबिक यह फेसबुक लाइव शाम 6 बजे किया गया था। इस वीडियो में उन्होंने जय श्री राम न बोलने की वजह से पिटाई का आरोप लगाया।

 

हालाँकि अब्दुल समद के पुलिस को दी गयी शिकायत पर नजर डालें तो इसमें कहीं भी ‘जय श्री राम’ का जिक्र नहीं किया। यह शिकायत फेसबुक लाईव के तीन घंटे बाद रात 9 बजे चार अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज हुई है।

 

क्षेत्राधिकारी अतुल कुमार सोनकर ने FactMyths.com से बातचीत में बताया कि 7 जून की अब्दुल समद की शिकायत पर 4 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था, जिसमे 12 जून को परवेश गुज्जर को हिरासत में लिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि अब्दुल समद आरोपियों को पहले से जानता था, इसके बावजूद उसने अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दी थी। 

उन्होंने बताया कि अब्दुल ताबीज बनाने का काम करता है। इस कारण कई लोग उसके पास ताबीज बनवाने के लिए आते है। आरोपियों में किसी व्यक्ति को अब्दुल ने ताबीज बना कर दिया था इसके बाद उसकी पत्नी का मिसकैरेज हो गया। इसी वजह से 5 जून को बुजुर्ग की पिटाई की गई। इसके बाद कल 14 जून को जब अब्दुल समद के साथ मारपीट वीडियो सामने आया तो पुलिस ने कल्लू और आदिल को गिरफ्तार कर लिया। फरार अभियुक्त पोली, मुशाहिद, आदिल को तलाश किया जा रहा है।

थाना लोनी बार्डर क्षेत्रान्तर्गत हुई घटना में #GhaziabadPolice द्वारा की गई कठोर कार्यवाही- 3 अभियुक्त गिरफ्तार@Uppolice pic.twitter.com/zg6lHregKD

— GHAZIABAD POLICE (@ghaziabadpolice) June 14, 2021

अतुल कुमार सोनकर ने बताया कि इस घटना में ‘जय श्री राम’ जैसा कोई विवाद नहीं हैं, न ही आरोपी किसी हिंदू सगंठन के सदस्य है। अब्दुल समद को पीटने वाले आरोपियों में दोनों समुदाय के युवक शामिल हैं, साथ ही पीड़ित और आरोपी दोनों पहले से परिचित हैं।

हालाँकि अब्दुल समद के बेटे तैय्यब सैफी का कहना है कि उनके पिता अब्दुल
समद कारपेंटर हैं। वह ताबीज का काम नहीं करते हैं। लेकिन अब्दुल समद के एक
वीडियो से पुलिस की ताबीज वाली थ्योरी सही साबित हो रही है। यह वीडियो
पिटाई से पहले की है। इस वीडियो में समद कह रहा है कि इंतजार ने कहकर भेजा
कि इन्हें ताबीज देकर मेरे वश में कर दो, इनसे मेरा काम है।

अब्दुल समद के बाद आरोपी सद्दाम उर्फ़ बौना का बयान सुनिए, इससे स्पष्ट है कि दोनों पक्ष एक दूसरे को पहले से जानते थे. अब्दुल समद ताबीज बनाने का काम करता था. pic.twitter.com/8QaUg8FAFS

— Vishal Maheshwari (@VMaheshwari40) June 17, 2021

एक दूसरे वीडियो में वीडियो में आरोपी सद्दाम उर्फ़ बौना बता रहा है कि उसने अपने घर के लिए भी अब्दुल
समद से जादू टोना करवाया था। पांच जून को अब्दुल समद उससे ही मिलने आए थे।
इसके बाद इंतजार के कहने पर सद्दाम ही अब्दुल समद को बंथला स्थित प्रवेश के
घेर पर ले गया। यहां अब्दुल समद ने प्रवेश को बताया कि इंतजार के कहने पर
वह उसे वश में करना चाहता था। इसके बाद आरोपित कल्लू ने अब्दुल समद की
दाढ़ी काटी और अन्य युवकों ने उसकी पिटाई की। प्रवेश के साथ अनस, आवेश,
आदिल, बाबू बिहारी समेत दस बारह युवक मौजूद थे।

आखिर वीडियो म्यूट कैसे हुआ?

अब्दुल समद ने सपा नेता के साथ वीडियो में मारपीट की वजह ‘जय श्री राम’ के नारे को बताया। समद का खान है कि आरोपी उससे जय श्री राम बुलवा रहे थे, जब उसने अल्लाह का नाम लिया तब भी उन्होंने पीटा। हालाँकि मारपीट का यह वीडियो म्यूट है। न इसमें जय श्री राम सुनाई देता है, न ही अल्लाह हू अकबर।


क्षेत्राधिकारी अतुल कुमार सोनकर ने बताया कि मारपीट के वीडियो को एजेंडे के मुताबिक म्यूट किया गया है। जिससे उसकी सच्चाई किसी को पता न चले। उन्होने कहा कि वीडियो म्यूट करने वालों के साथ साथ इसे शेयर कर तनाव फ़ैलाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

फैक्ट चेक पत्रकार मोहम्मद जुबैर ने भी अन्य वीडियो के साथ इस म्यूट वीडियो को साझा किया है। साथ ही जब इस घटना को एक यूजर दिव्या ने फर्जी बताने की कोशिश की इसे गलत बताने वाले दावे को भी मोहम्मद जुबैर ने रिट्वीट किया है।

 

सपा नेता बनाई ‘जय श्री राम’ की स्क्रिप्ट?

सोशल
मीडिया में वायरल जिस वीडियो में अब्दुल समद मारपीट की वजह जय श्री राम का
नारा बता रहे हैं, उस वीडियो को समाजवादी पार्टी के नेता उम्मद पहलवान
इदरीसी ने फेसबुक लाईव किया था। यह वीडियो इदरीसी के घर या दफ्तर में शूट
किया गया है। अतुल कुमार सोनकर ने बताया कि इस घटना में ‘जय श्री राम’ का
एंगेल कहाँ से आया है इसकी जांच की जाएगी, सपा नेता का भी वीडियो मिला है,
उसकी भी जांच की जा रही है।

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