सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल है जिसमे एक शख्स नग्न अवस्था में खड़ा है। इस शख्स के शरीर पर चोट के निशान हैं और आसपास पुलिसकर्मी नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह शख्स कानपुर के पत्रकार चंदन जायसवाल हैं। दावा किया जा रहा है कि कानपुर पुलिस ने पत्रकार के साथ मारपीट की और इसके बाद उन्हें नंगा कर दिया। हालाँकि यह दावा गलत है।
पत्रकार राहुल अहीर ने इस वीडियो को साझा करते हुए लिखा है कि MP के बाद अब यूपी में नंगा हुआ लोकतंत्र का चौथा स्तंभ। कानपुर के पत्रकार चंदन जयसवाल को महाराजपुर थाने की पुलिस ने नंगा किया। यूपी कांग्रेस ने इस वीडियो को साझा करते हुए लिखा है कि कानपुर में पत्रकार को नग्न करके वीडियो बनाना योगी पुलिस के विभत्स चेहरे को बेनकाब करता है। भाजपा शासित राज्यों में जिस तरह पत्रकारों पर सरकारी हमले हो रहे हैं इससे भाजपा की नीति और नियति दोनों का पता चलता है। दोषी पुलिसकर्मियों पर तत्काल कार्रवाई हो।
कानपुर में पत्रकार को नग्न करके वीडियो बनाना योगी पुलिस के विभत्स चेहरे को बेनकाब करता है।
भाजपा शासित राज्यों में जिस तरह पत्रकारों पर सरकारी हमले हो रहे हैं इससे भाजपा की नीति और नियति दोनों का पता चलता है।
दोषी पुलिसकर्मियों पर तत्काल कार्रवाई हो। pic.twitter.com/bYvB05vtA3
— UP Congress (@INCUttarPradesh) April 24, 2022
एक यूजर टी आलम ने लिखा है कि एक बार फिर से भाजपाई राज्य कानपुर में पुलिस द्वारा संविधान के चौथे स्तंभ का नंगा करके परिचय मंगा गया, परिचय देने वाले पत्रकार का नाम चंदन जयसवाल बताया जा रहा है। क्या भारतीय पत्रकारों का यही वो सुनहरा दौड़ है जिसकी ज़्यादातर पत्रकारों ने कल्पना की थी? वहीं न्यूजलौंड्री के पत्रकार अतुल चौरसिया ने इसी वीडियो को रीट्वीट करते हुए लिखा है कि कानपुर से आ रही यह ख़बर वीभत्स है। पत्रकार को पुलिस ने नंगा करके वीडियो बनाया।
आम आदमी पार्टी के नेता सर्वेश मिश्रा ने ट्वीट कर लिखा है कि इस देश में यूपी पुलिस एक पत्रकार को नंगा कर के उसके गले में प्रेस कार्ड डालकर विडीओ बनवाती है और वो वायरल हो जाता है।
इसके बाद भी दुनिया भर के मुद्दों पर बोलने वाले पत्रकारों के मुँह से एक शब्द नहीं फूट रहा तो लानत ही है।
सबसे पहले आपकी ही आज़ादी जा रही है।
कांग्रेस नेता ऋतू चौधरी ने वीडियो का स्क्रीनशॉट साझा करते हुए लिखा है कि बेहद शर्मनाक!! कानपुर के पत्रकार चंदन जायसवाल को थाना महाराजपुर की पुलिस
ने सड़क पर नंगा किया और उनका प्रेस कार्ड उनके गले में लटका दिया। वहीं
सपा नेता जितेन्द्र वर्मा ने लिखा कि पत्रकार को नंगा करने की घटना यूपी की
सबसे शर्मनाक घटनाओं में से एक है। पुलिस को शर्म आनी चाहिए। दोषी
पुलिसवालों को दंडित करें।
समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह ने ट्वीट कर लिखा है कि प्रेस पर, न्यूज चैनलों पर भाजपा सरकार एक कानून बनाकर ताला डाल दे। अघोषित
आपातकाल में पिछड़े वर्ग के पत्रकार के बदन पर एक वस्त्र नहीं है थाने के
अंदर मारने पीटने के बाद अपमानित किया गया। विशेषतौर से गले में मीडिया
कार्ड डाला है मीडिया में जबरदस्त दहशत है। यूपी में कानून का राज है।
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता मनोज काका ने एक टीवी डिबेट में पत्रकार के
वायरल वीडियो का जिक्र किया है। उन्होंने डिबेट का वीडियो ट्वीट करते हुए
लिखा है कि लोकतंत्र मे हर सरकार जनता द्वारा ही चुनी जाती है पर लोकतंत्र
के चौथे स्तंभ और उसके महत्वो विचार को नज़दीक से संरक्षण देने वाला
पत्रकार भी जब यूपी में नंगा करके पीटा जा रहा हो तो सच बताइए लोकतंत्र कहॉ
ढूँढा जाय?
क्या है हकीकत: जांच में पता चलता है कि यह मामला 19 अप्रैल की रात कानपुर के महराजपुर थाना क्षेत्र का है। आज तक के पत्रकार रंजय सिंह के मुताबिक चंदन के पिता ने अपनी एक जमीन एक फैक्ट्री को किराए पर दे रखी है। चंदन जायसवाल अपने पिता के मना करने के बाद भी फैक्ट्री मालिक से किराया वसूलने पहुंच गए। फैक्ट्री मालिक ने उन्हें किराया देने से मना कर दिया। इसके बाद दोनों के बीच कहासुनी हुई और चंदन ने कथित तौर पर फैक्ट्री में आग लगा दी। रंजय सिंह के मुताबिक सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने चंदन जायसवाल को हिरासत में लिया।
इसी घटनाक्रम के बाद यह वीडियो वायरल हुआ जिसमे पत्रकार चंदन जायसवाल नग्न अवस्था में खड़े हुए हैं। इस वीडियो के वायरल होने के बादकानपुर रेंज के आईजी
प्रशांत कुमार ने इस मामले की जांच के आदेश दिए थे। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक वीडियो वायरल
करने के सम्बन्ध में एक सिपाही को लाइन हाजिर किया गया है।
हालाँकि इस मामले का एक और वीडियो सामने आया है जिसमे चंदन खुद ही अपने कपडे फाड़ रहे हैं। कानपुर पुलिस ने इस वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा है कि चन्दन जायसवाल द्वारा स्वयं ही अपने कपडे फाडकर उतारे गये हैं। पुलिस द्वारा कपडे नहीं उतारे गये हैं और ना ही मारपीट की गयी है। अज्ञात व्यक्ति द्वारा विडियो बनाकर वायरल की गयी है। विडियो किसके द्वारा बनायी गयी व वायरल की गयी, प्रकरण के सम्बन्ध में जाँच CO सदर द्वारा की जा रही है।
चन्दन जायसवाल द्वारा स्वयं ही अपने कपडे फाडकर उतारे गये हैं। पुलिस द्वारा कपडे नहीं उतारे गये हैं और ना ही मारपीट की गयी है । अज्ञात व्यक्ति द्वारा विडियो बनाकर वायरल की गयी है। विडियो किसके द्वारा बनायी गयी व वायरल की गयी, प्रकरण के सम्बन्ध में जाँच CO सदर द्वारा की जा रही है। pic.twitter.com/WBJIMSiT2I
— Kanpur Outer Police (@KanpurOuterpol) April 24, 2022
जांच में यह भी पता चला कि चंदन जायसवाल कानपुर प्रेस क्लब के सदस्य है लेकिन इस हालिया घटनाक्रम के बाद प्रेस क्लब ने उन्हें अपनी सदस्यता से निलंबित कर दिया। प्रेस क्लब ने इस संबंध में एक पत्र जारी किया है जिसमें चंदन जायसवाल पर कई आरोप लगाए गए हैं।
पत्र में लिखा है, ‘चंदन जायसवाल के खिलाफ उनके परिजनों ने शिकायत की थी कि वह आये दिन अपने माता-पिता, पत्नी, बच्चों और भाई बहनों के साथ मारपीट करते हैं। वे घर में रखे जेवर और रुपए भी ले जा चुके हैं। वे घर और फैक्ट्री में आग भी लगा चुके हैं। घर में तोड़-फोड़ कर गोली भी चला चुके हैं। कुछ दिन पहले उनके इन्हीं कृत्यों के चलते उनके परिजनों की शिकायत पर बादशाही नाके की पुलिस उन्हें जेल भी भेज चुकी है। उनके इस कृत्य से प्रेस क्लब की गरिमा को ठेस पहुंची है इसीलिए चंदन जायसवाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है।’
निष्कर्ष: पड़ताल में पुलिस द्वारा पत्रकार के कपडे फाड़ने की पुष्टि नहीं होती है, कानपुर प्रेस क्लब ने भी पत्रकार पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं, साथ ही उन्हें सदस्यता से निलम्बित भी कर दिया है।