लखनऊ में अकबरनगर में अतिक्रमण हटाए जाने को लेकर सोशल मीडिया में प्रोपेगेंडाबीते दिनों से सोशल मीडिया में लखनऊ के अकबरनगर में अतिक्रमण हटाने जाने के वीडियो वायरल है। इन वीडियो के साथ लोग सांप्रदायिक तनाव भड़काने की कोशिश कर रहे हैं, साथ ही भ्रामक जानकारी भी शेयर कर रहे हैं।
समाजवादी पार्टी समर्थक सूर्या समाजवादी ने एक्स पर लिखा, ‘नाले पर रिवर फ्रंट बनाने के लिए अकबरनगर में 100 साल से रह रहे 1000 से अधिक लोगों के घरों पर बुल्डोजर चला दिया गया अयोध्या की तरह इस जुल्म का भी हिसाब होगा योगी आदित्यनाथ’
नाले पर रिवर फ्रंट बनाने के लिए अकबरनगर में 100 साल से रह रहे 1000 से अधिक लोगों के घरों पर बुल्डोजर चला दिया गया
अयोध्या की तरह इस जुल्म का भी हिसाब होगा योगी आदित्यनाथ pic.twitter.com/UVA3QTfGJ7
— Surya Samajwadi (@surya_samajwadi) June 14, 2024
करिश्मा अजीज ने लिखा, ‘मुसलमानों पर जुर्म हो राहें है, देश के नेता आवाज़ उठा रहे है लेकिन देश के अभिनेता चुप्पी साधे हैं! इतने सरे बॉलीवुड मुस्लिम अभीनेता है लेकिन किसी ने भी आज तक मुसलमानो के लिए एक आवाज़ नही उठाई केवल एक नसरुद्दीन साह को छोर कर सभी चुप्पी साधे रहते हैं!’
मुसलमानों पर जुर्म हो राहें है, देश के नेता आवाज़ उठा रहे है लेकिन देश के अभिनेता चुप्पी साधे हैं!
इतने सरे बॉलीवुड मुस्लिम अभीनेता है लेकिन किसी ने भी आज तक मुसलमानो के लिए एक आवाज़ नही उठाई केवल एक नसरुद्दीन साह को छोर कर सभी चुप्पी साधे रहते हैं!! pic.twitter.com/KDol1DMov2
— Karishma Aziz (@karishma_aziz97) June 14, 2024
सदफ आफरीन ने लिखा, ‘अकबर नगर में इस मस्जिद को जुमे की नमाज़ के बाद शहीद कर दिया गया!’
अकबर नगर में इस मस्जिद को जुमे की नमाज़ के बाद शहीद कर दिया गया! pic.twitter.com/4Bki5oKoTr
— Sadaf Afreen صدف (@s_afreen7) June 15, 2024
कवीश अजीज ने लिखा, ‘पूरा अकबरनगर कब्रिस्तान बन चुका है…’
पूरा अकबरनगर कब्रिस्तान बन चुका है… pic.twitter.com/dVGncQGpgC
— Kavish Aziz (@azizkavish) June 12, 2024
नदीम अहमद ने लिखा, ‘अकबर नगर, लखनऊ में सरकार का सौंदर्यीकरण के नाम पर उत्पीड़न चरम पर है, आख़िर सत्ताधीश इतना अहंकारी और क्रूर कैसे हो सकता है ?’
अकबर नगर, लखनऊ में सरकार का सौंदर्यीकरण के नाम पर उत्पीड़न चरम पर है, आख़िर सत्ताधीश इतना अहंकारी और क्रूर कैसे हो सकता है ? pic.twitter.com/XBUMr8Ppvk
— Nadeem Ahmed𓂆🔻 نديم احمد (@IamNadeem_A) June 13, 2024
जाकिर अली त्यागी ने लिखा, ‘अरे अल्लाह, अरे अल्लाह कहां जायेंगे अब हम” रोती बिलखती महिला को पुलिस इसलिए खींच रही है क्योंकि उसके घर पर चल रहे बुलडोज़र का वह विरोध कर रही है, प्रशासन लखनऊ के अकबरनगर में बने हज़ारों आशियानों को तोड़कर रिवर फ्रंट बना रहा है! लोग टूट जाते है एक घर बनाने में, तुम तरस नही खाते बस्तियां जलाने में!’
“अरे अल्लाह, अरे अल्लाह कहां जायेंगे अब हम”
रोती बिलखती महिला को पुलिस इसलिए खींच रही है क्योंकि उसके घर पर चल रहे बुलडोज़र का वह विरोध कर रही है, प्रशासन लखनऊ के अकबरनगर में बने हज़ारों आशियानों को तोड़कर रिवर फ्रंट बना रहा है!
लोग टूट जाते है एक घर बनाने में,
तुम तरस नही खाते… pic.twitter.com/nL7wlG5w0b— Zakir Ali Tyagi (@ZakirAliTyagi) June 12, 2024
पीकू ने लिखा, ‘2027 के चुनाव के बाद योगी का राजनीतिक करियर खत्म हो सकता है. वह वापस नहीं आएगा.’
Yogi’s political career might end after the 2027 elections. He won’t be coming back. pic.twitter.com/WI40eQ7k1r
— Piku (@risingsurbhi) June 14, 2024
क्या है हकीकत? हिंदुस्तान और दैनिक जागरण की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश की योगी सरकार लखनऊ की 27 सहायक नदियों में एक कुकरैल का मूल स्वरूप लौटना चाहती है। कुकरैल नदी प्राचीन है। यह सई नदी के पास से निकलती है। समय के साथ इसमें नाले खोल दिए गए। मूल नदी के तल में सिल्ट जमा होने से इसको जल देने वाले स्रोत बंद हो गए। लोग इसे नाला समझने लगे। अब सिल्ट सफाई कर इसकी मूल निर्मल जलधारा वापस लौटाई जाएगी। इसी कुकरैल नदी के किनारे लोगों के घर-दुकान बने हुए हैं। जिन्हें हटाया जा रहा है।
इस मामले में अकबरनगर के लोग कोर्ट पहुंचे। 7 मार्च 2024 को NBT की रिपोर्ट के मुताबिक इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने कहा कि कुकरैल नदी के किनारे अवैध कब्जा कर मकान बनाने वाले 31 तक खुद जगह खाली कर दें। मामले की सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ताओं ने माना था कि वे सरकारी जमीन पर अवैध रूप से काबिज हैं। हालांकि, वहां लंबे समय से रह रहे गरीब लोगों की समस्या को देखते हुए कोर्ट ने राज्य सरकार और एलडीए से कहा है कि वहां रहने वाला जो भी व्यक्ति ईडब्ल्यूएस फ्लैट के लिए आवेदन करे, उसे फ्लैट दिया जाए। लोगों की ओर से दलील दी गई कि उन्हें सरकार की पुनर्वास नीति के तहत ही वहां से हटाया जाए। एलडीए की ओर से विशेष अधिवक्ता सुदीप कुमार एवं अनुज का कहना था कि सरकार तो पहले ही इन लोगों के पुनर्वास की बात कह रही है।
वहीं 10 मई 2024 को हिंदुस्तान पर प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक उच्चतम न्यायालय ने लखनऊ के अकबरनगर क्षेत्र में अनधिकृत निर्माणों के खिलाफ लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) द्वारा की जा रही तोड़फोड़ की कार्रवाई में हस्तक्षेप से इनकार कर दिया। तथ्यों से जाहिर है कि याचिकाकर्ताओं के पास उस जगह के मालिकाना हक को लेकर कोई दस्तावेज नहीं है। हालांकि, शीर्ष अदालत ने साफ कर दिया कि किसी भी झुग्गीवासी को वैकल्पिक आवास दिए बिना बेदखल नहीं किया जाना चाहिए।
इस मामले में 11 मई 2024 को दैनिक जागरण की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक कुकरैल नदी पर कब्जा करके अवैध रूप से बसाए गए अकबरनगर प्रथम और द्वितीय के निर्माण को ध्वस्त करने पर रोक लगाने की याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने एलडीए को सभी विस्थापितों को वैकल्पिक आवास आवंटित करने के साथ इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ के ध्वस्तीकरण आदेश को बरकरार रखा है।
पड़ताल में यह भी पता चलता है कि प्रशासन ने विस्थापितों को आवास मुहैया करवाए हैं। साथ ही इसके लिए लगातार शिविर भी लगवाए गए। 10 दिसम्बर 2023 को हिंदुस्तान पर प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक आवास के लिए विशेष पंजीकरण शिविर में 82 लोगों ने प्रधानमंत्री आवास योजना के फार्म लिये। इसमें अकबरनगर प्रथम की हसीन जहां, कुतुबुद्दीन बेग, लतीफ खान, अकबरनगर द्वितीय के मो. शफीक, मधु सोनकर, राम खिलावन, राजेश शिल्पकार, रमेश कुमार ने दस्तावेजों के साथ 5 हजार रुपये जमा कर आवास पंजीकरण कराया। कैम्प में आए 21 विस्थापितों ने डूडा आसरा आवास के लिए पंजीकरण कराया।
लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा अकबरनगर प्रथम व द्वितीय में कुकरैल नदी व बंधे के विस्थापितों के लिए प्रधानमंत्री आवास का आवंटन किया जा रहा है।
प्राधिकरण की अध्यक्ष/मण्डलायुक्त डॉ. रोशन जैकब व उपाध्यक्ष डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने अकबरनगर में लगे विशेष शिविर में पहुंच कर विस्थापितों… pic.twitter.com/u7CRbzBfbm
— Lucknow Development Authority (@LkoDevAuthority) January 10, 2024
👉अकबरनगर में स्थापित विशेष शिविर में 36 विस्थापितों ने आवास के लिए पंजीकरण कराया
👉लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों के अनुपालन में अकबरनगर प्रथम व द्वितीय में लगाये गये हैं विशेष शिविर
अकबरनगर प्रथम व द्वितीय में कुकरैल नदी व बंधे के विस्थापितों को… pic.twitter.com/wQVzbudzkO
— Lucknow Development Authority (@LkoDevAuthority) March 16, 2024
👉अकबरनगर में 255 विस्थापितों ने प्रधानमंत्री आवास के लिए कराया पंजीकरण
लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा अकबरनगर के विस्थापितों को आवास आवंटित करने के सम्बंध में लगाए गए विशेष पंजीकरण शिविर में अकबरनगर प्रथम के 134 एवं अकबरनगर द्वितीय के 121 विस्थापितों ने वांछित दस्तावेजों के साथ 01… pic.twitter.com/aEivT3qLXC
— Lucknow Development Authority (@LkoDevAuthority) March 29, 2024
👉अकबरनगर में 494 विस्थापितों ने आवास के लिए भरे फ़ॉर्म, कल पंजीकरण कराने का अंतिम अवसर
अकबरनगर प्रथम व द्वितीय के विस्थापितों को प्रधानमंत्री आवास आवंटित करने के लिए लगाये गये विशेष शिविर में आज 494 विस्थापितों ने आवास के लिए पंजीकरण कराया।
एलडीए द्वारा लगाये गये इस विशेष… pic.twitter.com/94TprH28eH
— Lucknow Development Authority (@LkoDevAuthority) March 30, 2024
वहीं 20 दिसंबर 2023 को प्रकाशित अमर उजाला कि रिपोर्ट में बताया गया है कि अकबर नगर में कुकरैल रिवरफ्रंट के भीतर घुसकर अवैध तरीके से घर बनाने वालों में से 50 से अधिक परिवार पूर्व में ही प्रधानमंत्री आवास योजना में एलडीए से सस्ते में घर ले चुके हैं। इसके बाद भी अवैध रूप से बनाए घर खाली नहीं कर रहे। जिसके बाद आरोपियों के खिआफ एक्शन लिया गया। इसके अलावा NBT की रिपोर्ट में बताया गया है कि लखनऊ के अकबरनगर में राजनीतिक दलों से जुड़े कई रसूखदार लोगों ने नदी किनारे जमीन कब्जा कर पक्के मकान बनाए और किराए पर उठा दिया। कब्जा कर यहां इमारत बनाने वाले खुद महानगर, गोमतीनगर और गोमतीनगर विस्तार में रहते हैं और इन अवैध इमारतों से हर महीना किराया वसूल रहे हैं। यही नहीं, अवैध तरीके से बनी दुकानों से भी हर साल लाखों कमा रहे हैं। यह खुलासा नगर निगम के सर्वे में हुआ।
ये ऋतु मिश्र हैं जो अकबर नगर में रहती थीं और LDA ने कार्यवाही के बाद इन्हें भी मकान आबंटित किया है , जहां पानी और बिजली की आपूर्ति अबाध रूप से जारी है , बच्चों के खेलने के लिए पार्क व अन्य सुविधाएं हैं जो पहले नही मिलती थी, मगर कुछ बिकाऊ पत्रकार अत्याचार का भिंडी रोना रो रहे हैं। pic.twitter.com/abesqXXk2W
— Vivek Mishra (@TeerthPrayag) June 13, 2024
वहीं 10 जून 2024 को दैनिक जागरण पर प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि सपा काल में संरक्षण प्राप्त भूमाफिया ने सरकार से सांठगांठ कर वर्ष 2012 से 17 के बीच कुकरैल नदी और बंधे के बीच बहुमंजिला इमारतें एवं बड़े-बड़े शोरूम खड़े कर दिये थे। इतना ही नहीं भूमाफिया ने कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर अवैध काॅलोनियां बसा दीं, जबकि इस क्षेत्र में रिहायशी एवं व्यवसायिक निर्माण नहीं हो सकता। योगी सरकार के एक्शन से घबराए भूमाफिया और करोड़पतियों ने कोर्ट में गलत दस्तावेज प्रस्तुत कर गुमराह करने की कोशिश की। इस पर योगी सरकार ने निचली अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक में भूमाफिया के झूठ का पर्दाफाश किया। करोड़पति कब्जेदारों ने कोर्ट में खुद को झुग्गीवासी बताया था।
सपा द्वारा अकबर नगर को लेकर जो
अफवाहें फैलाई जा रही है उनका सच ये है
जिन जिन लोगों को विस्थापित किया गया है , योगी सरकार द्वारा उनको आवास, और साथ सभी मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जा रही है।
👇 pic.twitter.com/cpK5XBUHdI— रेखा चौबे (मोदी का परिवार) (@_Tiwari__) June 13, 2024
इस पर एलडीए ने कोर्ट में 73 करोड़पति कब्जेदारों की सूची सौंपी, जिनका सालाना करोड़ों का टर्नओवर था। इसे देख कोर्ट ने करोड़पति कब्जेदारों को झुग्गीवासी नहीं माना। इसके साथ ही इन्होंने योगी सरकार द्वारा अवैध निर्माण को लेकर की जा रही कार्रवाई को सही माना। कोर्ट ने माना कि अकबरनगर में अवैध बस्ती को बसाया गया है, जिसे हटाना जरूरी है।
निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि यह इलाका पूरी तरह अवैध कब्जा है। हाईकोर्ट-सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे अवैध मानते हुए अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया है। साथ ही प्रदेश सरकार की ओर से लोगों को प्रधानमंत्री आवास भी मुहैया करवाए जा रहे हैं।
Fact Myths एक स्वतंत्र फैक्ट चेकिंग बेबसाईट है। हम सोशल मीडिया से लेकर मुख्य धारा की मीडिया में चल रही फर्जी खबरों, गलत सूचनाओं, हेट स्पीच और भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा के खिलाफ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस लड़ाई में हमे अपनी टीम का विस्तार करना हैं, इसके लिए हम पूरी तरह अपने पाठकों पर निर्भर हैं। आप हमे यहाँ सहयोग कर सकते हैं। Donate: FactMyths@unionbank
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