सोशल मीडिया में दावा किया जा रहा है कि राजस्थान के सीकर में पांच लोगों को एक महिला के अधजले शव के साथ बलात्कार किया। हालाँकि पड़ताल में पता चलता है कि यह दावा गलत है।
मीर फैजल ने ट्वीट कर लिखा कि राजस्थान के सीकर से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। जहां शंकर लाल, बाबू लाल, राजू कुमार, दिपक, हरि सिंह ने एक जलती चिता से शव निकालकर रेप किया। हैरानी की बात यह है कि इन पांच आरोपियों में से शंकर लाल सरकारी टीचर है।
अली सोहराब ने ट्वीट कर लिखा कि हुआ यूं कि राजस्थान (भारत) में 5 हिन्दू ने शमशान घाट से महिला की अधजली लाश को चिता से खींचकर बलात्कार किया…क्योंकि बलात्कारी हिन्दू समाज से हैं इसलिए इस खबर को दबाने के लिए हिन्दू मीडिया ने हैदराबाद (भारत) व अल्जीरिया के कुछ पक्की कब्रों को पाकिस्तान व बलात्कार से जोड़कर फेक न्यूज़ प्रसारित किया, सभी लोग राजस्थान की खबर 5 हिन्दू द्वारा शमशान घाट से महिला की अधजली लाश को चिता से खींचकर किए गए बलात्कार को भूल कब्र की फैक्ट फाइंडिंग में लग गए, जबतक असलियत सामने आती तब तक राजस्थान वाली खबर का हिन्दू ने बैलेंस बना दिया था।
एक यूजर प्रो इलाहाबादी ने ट्वीट कर लिखा कि ये खबर झकझोर देने वाली है, श्मशान में जल रही महिला की चिता को निकाल कर बलात्कार किया। जहां पर शंकर लाल, बाबू लाल तथा 3 अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ में दारू की बॉटल तथा तंत्र मंत्र के कुछ सामान भी मिले हैं।
इसी तरह का दावा करते हुए राना अयूब, इमरान, अशोक स्वेन, अलीशा खान, शेख जावेद, कायनात अंसारी, जवैया शेख, मोहम्मद हुसैन, इरम ने ट्वीट किया है। इस खबर को Asianet news ने प्रकाशित किया था।
क्या है हकीकत? पड़ताल में हमे राजस्थान की सीकर पुलिस का एक ट्वीट मिला, सीकर पुलिस के मुताबिक उक्त घटना मिथ्या एव भ्रामक है। शव को चिता दाह संस्कार के 3 दिन बाद बाहर से आए व्यक्ति अपने परिचित से मिलने इलाके में आए जिस से ग्रामीणों ने संदिग्ध समझकर मारपीट की गई जिस पर थाना अजीतगढ़ द्वारा मौके पर पहुंच विधिक कार्यवाही की गई। दुष्कर्म जैसी घटना नही होना पाई गई।
🚫उक्त घटना मिथ्या एव भ्रामक है
शव को दाह संस्कार के 3 दिन बाद
बाहर से आए व्यक्ति अपने परिचित से मिलने इलाके में आए जिस पर ग्रामीणों ने संदिग्ध समझकर मारपीट कीगई जिसपर थाना अजीतगढ़ द्वारा मौके पर पहुंच विधिक कार्यवाही की गई दुष्कर्म जैसी घटना नही होना पाई गई । pic.twitter.com/2zcaZvEfBK— Sikar Police (@SikarPolice) April 30, 2023
इसके बाद हमने Asianet news द्वारा इस्तेमाल की गयी तस्वीर को गूगल पर रिवर्स सर्च किया तो यह तस्वीर हमे भोपाल समाचार नाम की एक बेबसाईट पर मिली। अप्रैल, 2017 को प्रकाशित इस खबर के मुताबिक यूपी के मेरठ में एक युवती की संदिग्ध मौत हुई थी। उसके पोस्टमार्टम के लिए शव को चिता से निकाला गया था।
निष्कर्ष: जलती चिता ने शव निकालकर बलात्कार की खबर में कोई सच्चाई नहीं हैं। तस्वीर 6 साल पुरानी है, जब एक युवती की संदिग्ध मौत के बाद चिता से शव निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था।