राष्ट्रीय सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत को लेकर सोशल मीडिया में हंगामा है। सोशल मीडिया में #भागवत_माफी_मांगो ट्रेंड कर रहा है। लोगों का दावा कि भगवत ने एक समारोह में कहा कि ‘जाति भगवान ने नहीं बनाई है बल्कि जाति पंडितों ने बनाई है।’ हालाँकि पड़ताल में पता चलता है कि उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।
NBT हिंदी में प्रकाशित खबर के मुताबिक आरएसएस प्रमुख ने मुंबई में संत रविदास (संत रोहिदास) की जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए। इस कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि भागवत ने जाति व्यवस्था पर कहा कि जाति भगवान ने नहीं बनाई है बल्कि जाति पंडितों ने बनाई है। भगवान ने हमेशा बोला है कि मेरे लिए सभी एक है..उनमें कोई जाति या वर्ण नहीं है.. लेकिन पंडितों ने श्रेणी बनाई जो कि गलत था।
मोहन भागवत के इसी बयान पर सोशल मीडिया में लोग प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं। एक वामपंथी इतिहासकार अशोक पाण्डेय ने ANI की खबर को ट्वीट करते हुए लिखा है कि अब यह बोध हो ही गया है तो आप अपना उत्तराधिकारी किसी दलित को घोषित कर इस भूल का प्रायश्चित करें कि संघ का प्रमुख आजतक कोई गैर-सवर्ण नहीं हुआ।
अब यह बोध हो ही गया है तो आप अपना उत्तराधिकारी किसी दलित को घोषित कर इस भूल का प्रायश्चित करें कि संघ का प्रमुख आजतक कोई गैर-सवर्ण नहीं हुआ। pic.twitter.com/WKVxksDBQ5
— Ashok Kumar Pandey अशोक اشوک (@Ashok_Kashmir) February 6, 2023
इसके अलावा हंसराज मीणा, शुभम शर्मा, स्वाति शर्मा ने इस बयान को साझा किया।
क्या है हकीकत: पड़ताल में हमे मोहन भागवत के संबोधन का वीडियो ABP के मराठी चैनल ABP MAJHA पर मिला। इस वीडियो में 12:46 मिनट पर मोहन भागवत कहते हैं कि सत्य हाच ईश्वर आहे। ते सत्य असं सांगतं कि मी सर्वाभूती आहे। आणि त्याच्या मुळे रूप नाम काहीही असलं तरी योग्यता एक आहे। मान सन्मान एक आहे। आपलेपणा सर्वांविषयी आहे। कोणी ही उच्च, नीच नाही। शास्त्रांचा आधार घेऊन पंडित लोक जे सांगत असतात ते खोटे आहे। जाति-जाति च्या श्रेष्ठत्वा च्या कल्पने मध्ये उच्च नीचतेच्या भोवऱ्यात अड़कून आपण भ्रमिष्ट झालो आहोत। हा भ्रम दूर करायचा आहे।
इसका हिंदी अनुवाद है कि सत्य ईश्वर है। वह सत्य कहता है कि मैं सर्वज्ञ हूँ और उसके कारण रूप कोई भी हो, गुण एक ही होता है। सम्मान एक है। अपनापन सभी के बारे में है। कोई ऊंचा या नीचा नहीं है। शास्त्रों के आधार पर पंडित जो कह रहे हैं वह झूठ है। जातिगत श्रेष्ठता के विचार में ऊंच-नीच के भंवर में फंसकर हम दिग्भ्रमित हो गए हैं। इस भ्रम को दूर करना होगा।
पड़ताल में यह भी पता चला कि ANI ने अपने पुराने ट्वीट को हटा था।
CORRECTION|सत्य ही ईश्वर है,सत्य कहता है मैं सर्वभूति हूं, रूप कुछ भी रहे योग्यता एक है,ऊंच नीच नही है,शास्त्रों के आधार पर कुछ पंडित जो बताते है वो झूठ है।जाति की श्रेष्ठता की कल्पना में ऊंच नीच में अटक कर हम गुमराह हो गए,भ्रम दूर करना है।
(अनुवाद त्रुटि के कारण ट्वीट हटाया गया) pic.twitter.com/u2noueCM7Z— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 6, 2023
निष्कर्ष: मोहन भागवत के कार्यक्रम में दिए गए बयान को गलत तरह से प्रसारित किया गया है, उन्होंने ‘जाति पंडितों ने बनाई’ बयान नहीं दिया है।