सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल है जिसमे एक व्यक्ति पुलिसकर्मी पर थप्पड़ बरसा रहा है। इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि यह व्यक्ति भाजपा विधायक अनिल उपाध्याय है। हालाँकि यह दावा बेबुनियाद है।
बिहार के कांग्रेस नेता चंदन यादव ने ट्वीट कर लिखा है कि उत्तर प्रदेश भाजपा के विधायक माननीय अनिल उपाध्याय अपने प्रदेश की कानून व्यवस्था ठीक करते हुए। एक यूजर अब्दुल मुजिम ने लिखा है कि यूपी पुलिस किस तरहालाचार है भाजपा विधायक अनिल उपाध्याय के सामने। पुलिस का दम सिर्फ गरीबों पर ही निकलता है। भाजपा से जब पुलिसकर्मी सुरक्षित नही तो आम जनता कैसे सुरक्षित हो सक्ति है। संविधान, लोकतंत्र,और कानून, की इज्जत नहीं बीजेपी वालो के पास।
क्या है हकीकत: इस वीडियो की पड़ताल करने पर पता चलता है ये मामला 2018 का है। न्यूज़ एजेंसी ANI ने इस वीडियो को 20 अक्टूबर 2018 को ट्वीट किया था। इस ट्वीट के मुताबिक पुलिस सब-इंस्पेक्टर एक महिला वकील के साथ पार्षद मनीष के होटल में आए थे, यहाँ उनकी वेटर के साथ लड़ाई हो गई थी। बाद में मनीष आया और उसने मारपीट शुरू कर दी।
#WATCH: BJP Councillor Manish thrashes a Sub-Inspector who came to his (Manish’s) hotel with a lady lawyer and got into an argument with a waiter. The councillor has been arrested. (19.10.18) (Note- Strong Language) pic.twitter.com/aouSxyztSa
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 20, 2018
अंग्रेजी समाचार बेबसाईट हिंदुस्तान टाईम्स के मुताबिक परतापुर थाना के मोहिद्दीनपुर चौकी प्रभारी सुखपाल सिंह एक महिला के साथ रेस्टोरेंट पहुंचे। ये रेस्टोरेंट थानीय बीजेपी पार्षद मनीष कुमार का है। इस दौरान रेस्टोरेंट के कर्मचारी और पुलिस अधिकारी के बीच कथित तौर पर ऑर्डर में देरी को लेकर बहस छिड़ गई थी। बात जब होटल के मालिक मनीष कुमार तक पहुंची तो वो अपने कुछ साथियों को लेकर वहां पहुंच गया। इसके बाद दरोगा सुखपाल और मनीष के बीच कुछ कहासुनी हुई। कहासुनी इतनी बढ़ गई कि पार्षद ने वर्दीधारी दरोगा को धड़ाधड़ थप्पड़ जड़ने शुरू कर दिए।
लल्लनटॉप की रिपोर्ट में एसपी सिटी रणविजय सिंह के हवाले से बताया गया है कि इस मामले में दरोगा को लाइन हाज़िर किया गया साथ ही होटल मालिक बीजेपी पार्षद मनीष को गिरफ्तार कर धारा 395(डकैती) और 354(स्त्री की लज्जा भंग करने के आशय से उस पर हमला करना) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।
पहले भी वायरल हुआ है वीडियो: हालाँकि इससे पहले भी इस वीडियो को इसी दावे के साथ वायरल किया गया था। दिल्ली में मालवीय नगर से आम आदमी पार्टी के विधायक और दिल्ली सरकार में पूर्व कानून मंत्री सोमनाथ भारती ने 19 सितम्बर 2019 को इस वीडियो को रीट्वीट किया था।
खास बात है कि उत्तर प्रदेश में अनिल उपाध्याय में नाम से कोई विधायक नहीं हैं। राजनेताओं का लेखाजोखा रखने वाली वेबसाइट, Myneta.info के मुताबिक अनिल उपाध्याय के नाम का कोई विधायक किसी पार्टी से नहीं है।
निष्कर्ष: भाजपा विधायक अनिल उपाध्याय के नाम से वायरल दावा फर्जी है। वायरल वीडियो 2018 का है और पुलिसकर्मी को पीट रहे शख़्स का नाम मनीष है। साथ ही अनिल उपाध्याय के नाम का कोई भी भाजपा विधायक हाल में नहीं है।