महाराष्ट्र और झारखंड का चुनाव खत्म हो चुका है। इसके बाद सोशल मीडिया में लोग 19 लाख ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) के गायब होने के दावा कर रहे हैं। हालांकि पड़ताल में पता चलता है कि यह दावा गलत है।
योगिता जैन ने लिखा, ‘महाराष्ट्र इलेक्शन रिजल्ट लोकतंत्र के लिए रेड अलर्ट…..जनता के वोट का कोई मतलब नहीं क्या अब इन्हीं EVM का इस्तेमाल तो कहीं नहीं हो रहा देश में कहा है ये सब EVM मशीनें मध्यप्रदेश और हरियाणा के बाद महाराष्ट्र में भी EVM जीत गई और जनता हार गई। सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग करके BJP ने जनमत का अपहरण कर लिया। नतीजा ये रहा कि जनता जिसे हराना चाहती थी, वो जीत गया।’
#महाराष्ट्र इलेक्शन रिजल्ट लोकतंत्र के लिए रेड अलर्ट…..जनता के वोट का कोई मतलब नहीं
— yogita jain (@aruna121shah) November 28, 2024
➡️ क्या अब इन्हीं EVM का इस्तेमाल तो कहीं नहीं हो रहा देश में कहा है ये सब EVM मशीनें
मध्यप्रदेश और हरियाणा के बाद महाराष्ट्र में भी EVM जीत गई और जनता हार गई। सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग करके… pic.twitter.com/tUL6hLMpmB
पवन वर्मा ने लिखा, ‘2 साल में 19 लाख EVM गायब’
2 साल में 19 लाख EVM गायब #BanEVM pic.twitter.com/jW9UKfWtsK
— pawan verma (@pawanve75) November 30, 2024
सत्यनारायण गौतम ने लिखा, ‘2 साल में 19 लाख ईवीएम गायब’
2 साल में 19 लाख ईवीएम गायब#BanEVM pic.twitter.com/CKyeePpwTJ
— Satyanarayan Gautam 🇮🇳 (@ImSatyanarayanG) November 30, 2024
कृष्णकांत ने लिखा, ‘देश इतने मजबूत हाथों में है कि एक ही हाथ पूरे हिन्दुस्तान को मसल रहा है। 19 लाख ईवीएम कहां गई? इसका जवाब मिले बिना निष्पक्ष चुनाव संभव है?’
देश इतने मजबूत हाथों में है कि एक ही हाथ पूरे हिन्दुस्तान को मसल रहा है।
— Krishna Kant (@kkjourno) March 17, 2024
19 लाख ईवीएम कहां गई? इसका जवाब मिले बिना निष्पक्ष चुनाव संभव है? pic.twitter.com/Aseu0hE4GB
विक्रम ने लिखा, ‘दो साल में 19 लाख EVM गायब है,आखिर कहाँ गए यह EVM? किसने चोरी किये यह EVM?’
दो साल में 19 लाख EVM गायब है,आखिर कहाँ गए यह EVM?
— VIKRAM (@Gobhiji3) January 4, 2024
किसने चोरी किये यह EVM? pic.twitter.com/UFYCCpNdQ1
इसे भी पढ़िए: महाराष्ट्र में मनसे उम्मीदवार को अपने ही बूथ पर दो वोट मिलने का दावा गलत है
क्या है हकीकत? पड़ताल में हमे इकोनॉमिक टाइम्स, एनडीटीवी की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। मार्च 2024 को प्रकाशित इस रिपोर्ट के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट ने उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें वर्ष 2016-19 के बीच चुनाव आयोग की निगरानी से 19 लाख ईवीएम के गायब होने का आरोप लगाया गया था, ताकि लोकसभा चुनाव के नतीजों को प्रभावित किया जा सके। सुप्रीम कोर्ट ने इन आरोपों को पूरी तरह निराधार बताया।
इसके बाद हमे चुनाव आयोग के एक्स हैंडल पर एक पोस्ट मिला। चुनाव आयोग ने बताया कि फ्रंटलाइन और टीवी9 भारतवर्ष के संपादक को भ्रामक रिपोर्ट्स के बारे में सूचित कर दिया गया है। फ्रंटलाइन के संपादक ने गलती को स्वीकार लिया है और इस बारे में स्पष्टीकरण को प्रकाशित कर दिया जाएगा। वहीं टीवी9 चैनल ने अपने टेलीकास्ट को डिलीट कर दिया है।
The editors of Frontline and TV9 Bharatvarsh have been informed due details with respect to misleading stories carried in their magazine/Channel. Editor Frontline has acknowledged that due rejoinder shall be published. TV9channel has deleted the story from their telecast pic.twitter.com/AwzZlFeRGA
— Spokesperson ECI (@SpokespersonECI) May 9, 2019
दावा | देश में 19 लाख EVM गायब हैं। |
हकीकत | 19 लाख ईवीएम गायब होने का दावा फेक और दुष्प्रचार है। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले में दायर याचिका को पूरी तरह से निराधार बताते हुए खारिज कर चुका है। |