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24 Dec 2024, Tue

सम्भल में ‘जय श्री राम’ का नारा लगाकर मस्जिद में दाखिल होने का दावा गलत है

उत्तर प्रदेश के संभल में कोर्ट के आदेश पर विवादित जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा भड़क गयी। उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव और आगजनी की। इस हिंसा में 4 युवकों की मौत भी हुई है। इस बीच राजनैतिक दलों समेत सोशल मीडिया में यह दावा किया गया है कि सर्वे टीम धार्मिक नारे लगाते हुए मस्जिद में दाखिल हुए थी, इस वजह से हिंसा हुई।

चांदनी ने एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, ‘UP के संभल शाही जामा मस्जिद के सर्वे टीम धार्मिक नारा लगाते हुए मस्जिद में दाखिल हुई… जय श्री राम का नारा इसलिए लगा रहे हैं कि स्थानीय मुसलमानों को भड़काया जाए।’

समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘..सम्भल में प्रशासन गलत कर रहा है। सम्भल में जाते हुए नारे लगाए गए, लोगों को उकसाया, ऐसे प्रस्तुत किया जैसे मस्जिद पर कब्जा किया इसीलिए यह सब हुआ।’

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लिखा, ‘सर्वे के नाम पर तनाव फैलाने की साज़िश का ‘सर्वोच्च न्यायालय’ तुरंत संज्ञान ले और जो अपने साथ सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने के उद्देश्य से नारेबाज़ों को ले गये, उनके ख़िलाफ़ शांति और सौहार्द बिगाड़ने का मुक़दमा दर्ज हो और उनके ख़िलाफ़ ‘बार एसोसिएशन’ भी अनुशासनात्मक और दंडात्मक कार्रवाई करे। उप्र शासन-प्रशासन से न कोई उम्मीद थी, न है।’

सम्भल से सपा सांसद ज़िया उर रहमान बर्क ने कहा, ‘…जय श्री राम के नारे लगाते हुए सर्वे के लिए मस्जिद में दाखिल हुए, क्या संदेश देना चाहते हो।’

अंसार इमरान ने लिखा, ‘स्थानीय लोगों और प्रशासन में तनाव की स्थिति के बीच खलियर वकील विष्णु जैन और सर्वे टीम के कुछ लोग जय श्री राम के नारों के साथ संभल के शाही जामा मस्जिद के सर्वे के लिए पहुंचे।’

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘सर्वे टीम भड़काऊ नारे लगाते हुए पहुंची, जिससे हिंसा भड़क उठी और तीन मुसलमानों की मौत हो गई। जो गोलीबारी हुई, वह हत्या थी और इसके लिए ज़िम्मेदार लोगों को सस्पेंड किया जाना चाहिए…

सदफ आफरीन ने लिखा, ‘उत्तर प्रदेश, सम्भल सर्वे टीम है ये, मस्जिद का सर्वे करने आए है दोबारा! “JSR” के नारा लगाते हुए पहुंचे है ये काली कोट वाले सर्वे टीम! आज कल हर एक संस्थान में धर्म घुस चुका है! और ये देश के लिए घातक है!’

इसके अलावा द मुस्लिम ने भी यह पोस्ट किया हैhttps://ghostarchive.org/archive/rpg3P

क्या है हकीकत? संभल की जामा मस्जिद में दूसरी बार सर्वे 24 नवम्बर की सुबह साढ़े 7 बजे शुरू हुआ था। पड़ताल में हमे ग्लोबल भारत का एक वीडियो मिला। इस वीडियो में सर्वे की टीम मस्जिद की ओर जा रही है। इस वीडियो में कहीं भी धार्मिक नारों का जिक्र नहीं है।

इसी सम्बन्ध में भारत समाचार का एक वीडियो भी मिला। इस वीडियो में सर्वे टीम मस्जिद में जा रही है। यहाँ भी धार्मिक नारों का कोई जिक्र नही है।

इस सम्बन्ध में हमे तीन मिनट का एक वीडियो भी मिला, इस वीडियो में याचिकाकर्ता, सर्वे टीम और पुलिस प्रशासन मस्जिद की ओर जा रहे हैं। इस वीडियो में भी किसी तरह की नारेबाजी नही है।

इसके बाद हमे आज तक के यूट्यूब चैनल एक वीडियो मिला। इस वीडियो में स्थानीय पत्रकार अभिनव माथुर बता रहे हैं कि मस्जिद में करीबन ढाई घंटे के सर्वे के बाद याचिकाकर्ता विष्णु शंकर जैन, मस्जिद कमेटी, प्रशासन समेत टीम के सदस्य बाहर आ गए हैं। अब पूरी टीम को यहाँ से ले जाया जा रहा है।

अभिनव अपनी दूसरी रिपोर्ट में बता रहे हैं कि जामा मस्जिद में ढाई घंटे के सर्वे के बाद को दूसरी रास्ते से ले जाया जा रहा है। क्योंकि एक तरफ भीड़ का आक्रोश है, पत्थरबाजी हो रही है। पड़ताल में पता चलता है कि इसी वीडियो में सर्वे टीम की ओर से धार्मिक नारेबाजी होती है।

वहीं यूपी तक की रिपोर्ट में बताया गया है कि सर्वे के दौरान सब शांत था लेकिन एकाएक 9 बजे लोगों का सैलाब आ गया जिसके बाद बवाल हो गया।

इसके बाद हमे कमिश्नर मुरादाबाद आंजनेय कुमार सिंह का समाचार चैनल आज तक से बातचीत का वीडियो मिला। कमिश्नर ने बताया कि नारे लगाते हुए सर्वे टीम मस्जिद में जाने की बात झूठ है। जब टीम जा रही है तो मस्जिद से बहुत दूर नारा लगाया है। हमने उनको रोका है। इसी तरह मस्जिद के सामने भी ‘नारे ए तकबीर..’ लगाया गया। हमने उन्हें भी समझाया।

दावा सर्वे तीन में मस्जिद में जाते हुए धार्मिक लगाए, इस वजह से दंगा हुआ था।
हकीकत सर्वे के लिए टीम शांतिपूर्वक जामा मस्जिद में दाखिल हुई थी। इस दौरान बाहर दंगे शुरू हो चुके थे। सर्वे खत्म होने के बाद वापस आते हुए धार्मिक नारा लगाया गया था।

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है तो पड़ताल के लिए हमारे व्हाट्सएप नंबर +917895085973 पर भेजें)

 

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