सोशल मीडिया में उत्तर प्रदेश के नगीना से लोकसभा सांसद चंद्रशेखर आजाद का एक वीडियो वायरल है। इस वीडियो में चंद्रशेखर ने महाकुंभ पर हुए खर्च पर सवाल उठाए और कहा कि क्या सरकारी पैसे पर सिर्फ एक ही धर्म के लोगों का अधिकार हैं। उन्होंने पूछा कि सरकार ने कुंभ पर साढे सात हजार करोड़ रुपये खर्च किए हैं तो वो संत रविदास जयंती और अंबेडकर जयंती पर कितना खर्च करेगी। इस वीडियो में चंद्रशेखर के भाषण के दौरान पीएम मोदी को दिखाया गया है, दावा है कि पीएम मोदी चंद्रशेखर का भाषण चुपचाप सुन रहे थे।
इन्द्रजीत ने एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, ‘बेपेंदी का लोटा” या “चिकना घड़ा” देखा है आपने कभी? ये जो चुपचाप चंद्रशेखर रावण की बातों को पी रहा है, इसे ही कहते हैं!’
"बेपेंदी का लोटा" या "चिकना घड़ा" देखा है आपने कभी?
— Inderjeet Barak🌾 (@inderjeetbarak) February 7, 2025
ये जो चुपचाप चंद्रशेखर रावण की बातों को पी रहा है, इसे ही कहते हैं!#बातंकवादी pic.twitter.com/3hCJ7sPhir
इसी वीडियो को प्रेम सागर, राजेश, विनोद कुमार ने इन्स्टाग्राम पर पोस्ट किया है।
क्या है हकीकत? अपनी पड़ताल में हमे चंद्रशेखर आजाद का वीडियो संसद टीवी के यूट्यूब चैनल पर मिला। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के जवाब में बोलते हुए चंद्रशेखर आजाद का यह वीडियो 3 फरवरी 2025 का है। करीबन 8 मिनट के इस वीडियो में पीएम मोदी का फ्रेम कहीं नजर नहीं आता है।
इसके बाद हमे वायरल वीडियो में पीएम मोदी के फ्रेम का हिस्सा भी संसद टीवी के यूट्यूब चैनल पर मिला। यह वीडियो 1 फरवरी 2025 का है। लोकसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश किया था। तब पीएम मोदी वहां मौजूद थे।
दावा | लोकसभा में चंद्रशेखर आजाद के भाषण के दौरान पीएम मोदी चुपचाप सुन रहे थे। |
हकीकत | लोकसभा में चंद्रशेखर आजाद का भाषण 3 फरवरी का है, जबकि पीएम मोदी का फ्रेम 1 फरवरी वीडियो का हिस्सा है। वायरल वीडियो में इसी फ्रेम को एडिट कर डाला गया है। |