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17 Apr 2025, Thu

हरिशंकर तिवारी के बेटे की गिरफ्तारी के बाद सडकों पर ‘योगी पर भारी विनय तिवारी’ नारे लगाए गए? वायरल वीडियो 3 साल पुराना है

गोरखपुर के चिल्लूपार से पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग और बैंक धोखाधड़ी के गंभीर आरोपों में गिरफ्तार किया है। हरिशंकर तिवारी के बेटे विनय शंकर तिवारी की गिरफ्तारी के बाद विपक्ष का कहना है कि सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ ब्राह्मण विरोधी हैं। इसी बीच सोशल मीडिया में एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में लोगों की भारी भीड़ ‘योगी पर भारी विनय शंकर तिवारी’, ‘जय अखिलेश’ जैसे नारे लगा रही है। लोगों का दावा है कि विनय शंकर तिवारी की गिरफ्तारी के बाद ब्राह्मण सड़कों पर विरोध कर रहे हैं।

शुभम शर्मा ने लिखा, ‘”योगी पर भारी कोन तिवारी…विनय तिवारी, विनय तिवारी” अपने दिवंगत प्रतिद्वंद्वी हरिशंकर तिवारी जी के बेटे को गिरफ्तार करने के बाद, सीएम योगी को फिर से गोरखपुर के हाटा से जुड़े ब्राह्मणों की ताजा आंच का सामना करना पड़ रहा है।’

सपा कार्यकर्त्ता पंडित आकाश शंखधार ने लिखा, ‘लखनऊ में तिवारी हाता से जुड़े हुए एवं पंडित #हरिशंकर तिवारी जी के समर्थक योगी सरकार के खिलाफ आर पार की लड़ाई लड़ने के लिए रोड पर उतर गए हैं “योगी पर भारी कौन तिवारी पूर्वांचल मे भारी कौन तिवारी कुशल तिवारी विनय तिवारी” के नारों से पूरा लखनऊ गूँज रहा है’

अंशिका सिंह यादव ने लिखा, ‘योगी आदित्यनाथ BJP की सरकार में हो रहे ब्राह्मणों ‘HATA’ पर अत्याचार के खिलाफ ब्राह्मण समाज सड़क पर आ गया है बीजेपी के खिलाफ’

विशाल पाण्डेय ने लिखा, ‘योगी पर भारी कौन तिवारी ? विनय तिवारी … विनय तिवारी … पूर्वांचल का गौरव.. कौन तिवारी ? विनय तिवारी … विनय तिवारी … लखनऊ में स्व. हरिशंकर तिवारी के ‘तिवारी हाता’ को चाहने वाले लोग योगी सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर गए है !’

ब्राह्मण साहब ने लिखा, ‘योगी पर भारी कौन तिवारी… विनय तिवारी, विनय तिवारी गोरखपुर के हाटा से उठी ब्राह्मण आवाज़ एक बार फिर से सत्ता की दीवारों को हिला रही है।’

इसके अलावा पंडित विवेक तिवारी, मनोज दीक्षित, किट्टू यादव, शिवम यादव, समाजवादी प्रहरी, ने भी इस वीडियो को पोस्ट किया है।

क्या है हकीकत? पड़ताल में विनय शंकर तिवारी की गिरफ्तारी के सम्बन्ध में NBT की वेबसाईट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। 8 अप्रैल 2025 को प्रकाशित इस रिपोर्ट के मुताबिक ईडी के लखनऊ जोनल कार्यालय ने गंगोत्री एंटरप्राइजेज लिमिटेड मामले में 7 अप्रैल को लखनऊ, गोरखपुर, महाराजगंज, नोएडा और मुंबई में 10 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। यह छापेमारी गंगोत्री एंटरप्राइजेज लिमिटेड, उसके निदेशकों, ठेकेदारों और पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी के ठिकानों पर की गई। तलाशी अभियान के दौरान, ईडी ने कंपनी के मुख्य प्रमोटर और पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी और कंपनी के मुख्य प्रबंधकीय अधिकारी अजीत पांडे को मौके से गिरफ्तार किया। दोनों को उसी दिन (7 अप्रैल) अदालत में पेश किया गया, कोर्ट ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

इसके बाद हमने वायरल वीडियो के सम्बन्ध में अलग अलग स्क्रीनशॉट को गूगल रिवर्स सर्च किया। इस दौरान यह वीडियो विनय शंकर तिवारी के फेसबुक पेज पर मिला। इस वीडियो को 12 दिसम्बर 2021 को फेसबुक पर लाइव किया गया था हालाँकि वीडियो को लेकर कोई कैप्शन नहीं दिया गया है।

21 दिसम्बर 2021 का लाइव वीडियो

इसके बाद में एनबीटी की वेबसाइट पर 12 दिसम्बर 2021 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में बताया गया है कि गोरखपुर की चिल्लूपार विधानसभा सीट से बसपा विधायक विनय शंकर तिवारी सपा में शामिल हो गए। अखिलेश यादव की मौजूदगी में हरिशंकर तिवारी के दोनों बेटों और भांजे ने पार्टी का दामन थाम लिया।

पड़ताल में यह भी पता चला कि साल 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में गोरखपुर के चिल्लापूर सीट से ब्राह्मण नेता हरिशंकर तिवारी के बेटे विनय शंकर तिवारी चुनाव हार गए थे। इस चुनाव में भाजपा उम्मीदवार राजेश त्रिपाठी को 96 हजार 777 वोट मिले जबकि उनके प्रतिद्वंदी सपा उम्मीदवार विनय शंकर तिवारी 75132 मतों के साथ दूसरे नंबर पर रहे।

दावाहकीकत
यूपी में हरिशंकर तिवारी के बेटे विनय शंकर तिवारी की गिरफ्तारी के बाद ब्राह्मण विरोध कर रहे हैं। सड़कों पर ‘योगी पर भारी विनय तिवारी’ नारे लगाये गए।यह वीडियो दिसम्बर 2021 का है। उस दौरान विनय शंकर तिवारी ने बसपा छोड़कर सपा का दामन थामा था।

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