मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने 9 अक्टूबर 2025 को सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा 2022 के तहत समाजशास्त्र का परिणाम जारी कर दिया है। इस बीच सोशल मीडिया में लोग दावा कर रहे हैं कि मध्य प्रदेश में असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती में ईडब्ल्यूएस वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 12 सीट थी, इस पर 9 ब्राह्मणों का चयन हुआ है।
अंजली सैनी ने एक्स पर पोस्ट में लिखा, ‘EWS में भी वर्गीकरण की आवश्यकता है क्योंकि एक ही जाति का इसपर कब्जा है आखिर कब?? मध्य प्रदेश में असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती में EWS कैटगरी की 12 सीट :- ब्राम्हण – 09 1. सुधांशु तिवारी 2. गरिमा शुक्ला 3. जितेंद्र त्रिपाठी 4. ज्योति त्रिपाठी 5. अंकित दूबे 6. शालिनी पाण्डेय 7. आशिष उपाध्याय 8. प्रज्ञा दूबे 9. सतेंद्र उपाध्याय कायस्थ – 01 1. राजीव कुमार श्रीवास्तव जैन – 01 1. योगेंद्र जैन बनिया – 01 1. डॉली खेमचांदनी क्षत्रिय – 00’
EWS में भी वर्गीकरण की आवश्यकता है क्योंकि एक ही जाति का इसपर कब्जा है आखिर कब??
— Anjali Saini (@Anjalisaini_) October 13, 2025
मध्य प्रदेश में असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती में EWS कैटगरी की 12 सीट :-
ब्राम्हण – 09
1. सुधांशु तिवारी
2. गरिमा शुक्ला
3. जितेंद्र त्रिपाठी
4. ज्योति त्रिपाठी
5. अंकित दूबे
6. शालिनी पाण्डेय
7.… pic.twitter.com/MYMCGlu1pd
प्रजापति इंद्र बजरंगी ने लिखा, ‘आखिर EWS वर्गीकरण कब?? मध्य प्रदेश में असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती में EWS कैटगरी की 12 सीट :- ब्राम्हण – 09 1. सुधांशु तिवारी 2. गरिमा शुक्ला 3. जितेंद्र त्रिपाठी 4. ज्योति त्रिपाठी 5. अंकित दूबे 6. शालिनी पाण्डेय 7. आशिष उपाध्याय 8. प्रज्ञा दूबे 9. सतेंद्र उपाध्याय कायस्थ – 01 1. राजीव कुमार श्रीवास्तव जैन – 01 1. योगेंद्र जैन बनिया – 01 1. डॉली खेमचांदनी क्षत्रिय – 00’
आखिर EWS वर्गीकरण कब??
— Prajapati Inder Bajrangi (@prajaptiinder) October 13, 2025
मध्य प्रदेश में असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती में EWS कैटगरी की 12 सीट :-
ब्राम्हण – 09
1. सुधांशु तिवारी
2. गरिमा शुक्ला
3. जितेंद्र त्रिपाठी
4. ज्योति त्रिपाठी
5. अंकित दूबे
6. शालिनी पाण्डेय
7. आशिष उपाध्याय
8. प्रज्ञा दूबे
9. सतेंद्र उपाध्याय
कायस्थ… pic.twitter.com/xKJHTMZDBK
एक यूजर सुदामा ने लिखा, ‘मध्य प्रदेश में असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती में 10% Ews मतलब सुदामा कोटा को 90 % सुदामा समाज के ब्राह्मण गटक गए। क्षत्रियों को मिली 0 सीट्स और अब भी कुछ मंद बुद्धि बोल रहे हैं ब्राह्मणों को छूने से पहले क्षत्रिय की तलवार से टकराना पड़ेगा’
मध्य प्रदेश में असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती में 10%
— The सुदामा 😎😎 (@sudamapurana6) October 13, 2025
Ews मतलब सुदामा कोटा को 90 % सुदामा समाज के ब्राह्मण गटक गए।
क्षत्रियों को मिली 0 सीट्स और अब भी कुछ मंद बुद्धि बोल रहे हैं ब्राह्मणों को छूने से पहले क्षत्रिय
की तलवार से टकराना पड़ेगा 🤣🤣🤣 pic.twitter.com/t69T43ccyn
राजराजेश्वर ने लिखा, ‘मध्य प्रदेश में असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती में #EWS कैटेगरी की 12 सीटों में से 9 पर #ब्राह्मण को चुना गया है। 1 सीट पर कायस्थ, 1 पर बनिया और एक पर जैन को। पूरे देश की हर भर्ती में 10% EWS कोटे का 90% ब्राह्मण खा रहे हैं। #EWS #ब्राह्मणकोटा बन गया है। #क्षत्रिय समाज कहां है, सोचे’
मध्य प्रदेश में असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती में #EWS कैटेगरी की 12 सीटों में से 9 पर #ब्राह्मण को चुना गया है। 1 सीट पर कायस्थ, 1 पर बनिया और एक पर जैन को।
— राजराजेश्वर सहस्त्रबाहु (@SahastrabaahuG) October 10, 2025
पूरे देश की हर भर्ती में 10% EWS कोटे का 90% ब्राह्मण खा रहे हैं। #EWS #ब्राह्मणकोटा बन गया है। #क्षत्रिय समाज कहां है, सोचे pic.twitter.com/niXFokEgKj
आरा जिला ने लिखा, ‘आखिर EWS वर्गीकरण कब?? क्या क्षत्रिय , कायस्थ , बनिया इतने खराब हो गए हैं , आखिर कब अपने हक की आवाज़ उठाओगे कबतक अपने हिस्से की हक दूसरे को लूटने दोगे। आज नहीं तो कभी नहीं जब 10% मिला है तो उसमें सभी सवर्ण का हक है फिर एक विशेष जाति को लोग कैसे लूट रहे हैं।’
आखिर EWS वर्गीकरण कब??
— ARA JILA (@arajila03) October 13, 2025
क्या क्षत्रिय , कायस्थ , बनिया इतने खराब हो गए हैं , आखिर कब अपने हक की आवाज़ उठाओगे कबतक अपने हिस्से की हक दूसरे को लूटने दोगे।
आज नहीं तो कभी नहीं जब 10% मिला है तो उसमें सभी सवर्ण का हक है फिर एक विशेष जाति को लोग कैसे लूट रहे हैं।
मध्य प्रदेश में… pic.twitter.com/nvbTxYN0Ff
इसके अलावा संदीप चौधरी, गौतम अम्बेडकर, क्षत्रिय मूलनिवासी महासंघ, अमरेन्द्र, तरुण जाटव, The गहड़वाल, The Rajputs ने भी यही दावा किया है।
क्या है हकीकत? पड़ताल में हमे मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की वेबसाइट पर 9 अक्टूबर 2025 को जारी सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा 2022 का फाईनल परिणाम मिला। यहाँ बताया गया है कि समाजशास्त्र विषय के लिए 80 पद थे। इनमें 43 सामान्य, छह अनुसूचित जाति (एससी), सात अनुसूचित जनजाति (एसटी), 18 अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और छह आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के पद शामिल हैं।

साथ ही कुल पदों में महिलाओं के लिए 14 सामान्य, 02 अनुसूचित जाति, 02 अनुसूचित जनजाति, 6 ओबीसी और 2 ईडब्ल्यूएस के लिए आरक्षित हैं। इसके अलावा कुल पदों में दो पद श्रवणबाधित और दृष्टिबाधित दिव्यांग के लिए आरक्षित हैं। अगर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) की बात की जाए तो इसके लिए 6 सीटें आरक्षित की गयी, इसमें दो महिलाओं और दो दिव्यांग के लिए आरक्षित थीं।
यहाँ यह भी बताया गया है कि चयन/नियुक्ति केवल 87 प्रतिशत (मुख्य भाग) पदों पर की जाएगी। बाकी 13 प्रतिशत प्रावधिक भाग के पदों पर चयन इस शर्त पर निर्भर करेगा कि अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) आरक्षण से जुड़ा न्यायालयीन मामला सुलझ जाए।

इस सूची से हमे पता चला कि कुल 80 सीटों में से 74 छात्रों ने परीक्षा पास की है। यहाँ छात्रों के नाम के आगे सीट और श्रेणी की दो कैटेगिरी दी गयी हैं। दोनों में हर छात्र के नाम के आगे आरक्षित वर्ग लिखा गया है। मसलन क्रम संख्या 1 के छात्र इंद्रा सिंह की सीट यूएनआर(सामान्य) है लेकिन श्रेणी एससी(अनुसूचित) है।
इस सम्बन्ध में हमने इंदौर के इंस्टीट्यूट एग्जाम गुरु के शिक्षक नीलेश तिवारी से संपर्क किया। उन्होंने 80 सीटों पर 74 छात्रों के परिणाम को लेकर बताया कि मध्यप्रदेश में साल 2019 से ओबीसी आरक्षण को 13 प्रतिशत आरक्षण बढाया था। बाद में कोर्ट ने इस पर स्टे लगा दिया था। अब यह मामला अदालत में है, इस वजह से हर परीक्षा में 87 प्रतिशत परिणाम ही सामने आता है ताकि छात्रों को भविष्य खराब न हो बाकि परिणाम को होल्ड पर डाल दिया जाता है।

वहीं सीट और श्रेणी को लेकर नीलेश तिवारी ने बताया कि क्रम संख्या 1 के छात्र इंद्रा सिंह की श्रेणी एससी इसीलिए है क्योंकि उसने इसी कैटेगिरी में परीक्षा दी है लेकिन उसका चयन यूएनआर(सामान्य) पर हुआ है। ऐसा इसीलिए होता है कि उसके परीक्षा में नम्बर ज्यादा है। वो अपनी एससी श्रेणी के कटऑफ़ से बाहर निकलकर यूएनआर(सामान्य) में चला गया है। इस सूची में छात्रों का चयन श्रेणी के हिसाब नहीं, सीट के हिसाब से गिना जाएगा।
पड़ताल में पता चलता है कि इस सूची में ईडब्ल्यूएस वर्ग से क्रम संख्या 39 पर शालिनी पांडेय, 41 पर योगेन्द्र जैन, 42 पर आशीष उपाध्याय, 50 पर राजीव कुमार श्रीवास्तव, 53 पर वैशाली खंडेलवाल, 70 पर सतीश कुमार उपाध्याय ने परीक्षा पास की है। यानि ईडब्ल्यूएस की 6 सीटों पर 6 ही छात्रों ने परीक्षा पास की है। अगर जाति की बात की जाए तो इन 6 छात्रों में 3 ब्राह्मण हैं।
साथ ही, इस सूची में क्रम सख्या 6 पर सुधांशु तिवारी, 14 पर डॉली खेमचांदनी, 19 पर गरिमा शुक्ला, 28 पर जितेन्द्र कुमार त्रिपाठी, 31 कर अंकित दुबे, 39 पर शालिनी पांडेय, 41 पर योगेन्द्र जैन, 42 पर आशीष उपाध्याय, 44 पर प्रज्ञा दुबे, 50 पर राजीव कुमार श्रीवास्तव, 53 पर वैशाली खंडेलवाल, 70 पर सतीश कुमार उपाध्याय ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) की श्रेणी में परीक्षा दी थी। यानि कुल 12 छात्रों में 8 ब्राह्मणों ने ईडब्ल्यूएस श्रेणी में परीक्षा दी। इसका मतलब यह भी है कि अन्य दूसरी जातियों ने इस श्रेणी में परीक्षा देने में दिलचस्पी नहीं दिखाई या वो इस श्रेणी के मानक के योग्य नहीं थे।
दावा | हकीकत |
मध्य प्रदेश में असिस्टेंट प्रोफेसर (समाजशास्त्र) भर्ती 2022 में EWS वर्ग की 12 सीटों में से 9 ब्राह्मणों को मिली हैं। | समाजशास्त्र विषय के लिए कुल 80 पद थे। इनमें EWS वर्ग के लिए 12 नहीं, 6 सीटें आरक्षित थीं। |