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19 Dec 2025, Fri

ऊँची जाति के शमशान में दलित के शव को जलाने से रोकने का दावा सच नहीं है

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है। इस वीडियो में कुछ लोग अर्थी पर शव को ले जाते हुए नजर आ रहे हैं जबकि पुलिस उनको रोक रही है। दावा किया जा रहा है कि पुलिस एक दलित व्यक्ति के शव को उंची जाति के लोगों के शमशान में शव जलाने से रोक रही है हालांकि हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक साबित हुआ है।

सत्या यादव ने लिखा, ‘जातिवाद का जहर इस कदर फैला हुआ है आज भी ऊंची जाती के लोग शव तक जलाने नहीं देते अपने जाति के शमशान में फिलाल मै इस वीडियो को देख कर ख़ुश हु जो हो रहा इन लोग के साथ इसी लायक है क्यों की इस हालत के जुम्मेदार ये खुद है सबसे बड़ा हिन्दू बनने का शौक है इन्ही को है इनको ही चाहिए था’

तनवीर रंगरेज ने एक्स पर लिखा, ‘दलित पक्के वाले हिन्दू बने घूम रहे है, दलितो की औकात ये है की ऊची जाति के लोग अपने शमशान मे जलने के लायक भी नही समझते ,, जातिवाद का जहर इस कदर फैला हुआ है आज भी लोग #शव तक जलने नहीं देते अपने जाति के शमशान में!’ शव ले जाते लोगों को पुलिस द्वारा एक वीडियो वायरल है।

यदुवीर सिंह ने लिखा, ‘ज़िंदा रहते भेदभाव, मरने के बाद भी भेदभाव? क्या यही है हमारा समाज?’

क्या है हकीकत? पड़ताल में हमने वायरल वीडियो के अलग अलग स्क्रीनशॉट को गूगल रिवर्स सर्च किया तो यह वीडियो हमे भारत समाचार के एक्स हैंडल पर मिला। इस पोस्ट में अमेठी के जगदीशपुर कोतवाली के गूंगेमऊ गांव में केयरटेकर की हत्या का मामला बताया गया है, साथ ही लिखा है कि परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से मना किया। उन्होंने हत्यारोपी की गिरफ्तारी की मांग की।

हमने इन कीवर्ड्स की मदद से गूगल सर्च किया तो 15 दिसंबर को प्रकाशित दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना अमेठी में जगदीशपुर थाना क्षेत्र के हारीमऊ गांव की है। गूंगेमऊ गांव निवासी मक्खन सिंह हारीमऊ में निर्माणाधीन अंत्येष्टि स्थल पर केयरटेकर के रूप में कार्यरत थे। शनिवार देर रात अज्ञात बदमाशों ने ईंटों से कूंचकर उनकी हत्या कर दी थी। रविवार सुबह अंत्येष्टि स्थल के पास उनका शव मिला, जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और परिजनों की तहरीर पर अज्ञात हत्यारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।

रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि घटना के 24 घंटे बीत जाने के बाद भी जब पुलिस हत्यारों तक नहीं पहुंच सकी तो परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो गए। वे ई-रिक्शे से शव को गांव की मुख्य सड़क पर ले आए और जाम लगा दिया। मामले की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस के अलावा करीब आधा दर्जन थानों की पुलिस मौके पर पहुंची है। पुलिस ग्रामीणों को समझाने-बुझाने का प्रयास कर रही है लेकिन प्रदर्शनकारी हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए हैं।

वहीं 16 दिसम्बर को प्रकाशित हिंदुस्तान, दैनिक जागरण की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने मक्खन सिंह की हत्या के मामले में शिवलाल पुत्र नीमर तथा धर्मराज उर्फ डडू पुत्र दातादीन उर्फ दतई नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एक आरोपी फरार चल रहा है।

इसके बाद हमने गूंगेमऊ गांव के प्रधान अभिषेक विक्रम सिंह से संपर्क किया। हमने उनसे वायरल वीडियो के सम्बन्ध में पूछा तो उन्होंने बताया कि मृतक के परिजन शव को लेकर गांव से बाहर धरना प्रदर्शन के लिए जा रहे थे तब पुलिस उन्हें रोक रही थी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस घटना में जातिगत विवाद नहीं है। मृतक दलित नहीं, ठाकुर जाति से है।

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