भारत-कनाडा में तनाव के बीच सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल है, इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि कनाडा की जस्टिन ट्रूडो सरकार ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर प्रतिबंध लगा दिया है। हालाँकि पड़ताल में पता चलता है कि यह दावा गलत है।
कट्टरपंथी हैंडल अली सोहराब ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि कनाडियन नागरिक व खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत सरकार की संलिप्तता के आरोप के बाद कनाडा ने हिन्दुओं की दक्षिणपंथी संगठन RSS पर बैन लगाते हुए कहा….
कनाडियन नागरिक व खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत सरकार की संलिप्तता के आरोप के बाद कनाडा ने हिन्दुओं की दक्षिणपंथी संगठन RSS पर बैन लगाते हुए कहा….pic.twitter.com/ptehsoFdEZ
— Ali Sohrab (@007AliSohrab) September 21, 2023
कांग्रेस समर्थक संदीप सिंह ने लिखा कि कनाडा में RSS बैन, 2024 चुनाव के बाद इंडिया में करेंगे आरएसएस बैन।
कनाडा में RSS बैन,
2024 चुनाव के बाद इंडिया में करेंगे आरएसएस बैन।
🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥 pic.twitter.com/7QgTJ9nwPw— Sandeep Singh (@ActivistSandeep) September 21, 2023
कांग्रेस समर्थक बिट्टू शर्मा ने लिखा कि आरएसएस को बैन किया कनाडा ने.. भारत में ये काम सरदार पटेल ही कर सके थे….
आरएसएस को बैन किया कनाडा ने.. भारत में ये काम सरदार पटेल ही कर सके थे…. pic.twitter.com/QObxu7xi2P
— BITTU SHARMA- بٹو شرما (@common000786) September 21, 2023
कट्टरपंथी हैंडल IND Story ने लिखा कि कनाडा में आरएसएस पर त्वरित प्रभाव से प्रतिबंध लगाया गया है?………. #डंका_बज रहा है!!
कनाडा में आरएसएस पर त्वरित प्रभाव से प्रतिबंध लगाया गया है?………. #डंका_बज रहा है!!#CanadaIndiaRelations #IndiaCanada pic.twitter.com/DAwmSHGjuk
— IND Story’s (@INDStoryS) September 20, 2023
इसके अलावा कांग्रेस नेत्री आयुषी शुक्ला, तन्मय, @B5001001101 समेत कई यूजर्स ने यही दावा किया है।
क्या है हकीकत? हमने देखा कि वायरल वीडियो में मौजूद शख्स कहता है, “हम एनसीसीएम (NCCM) की तरफ से चार मांगे करते हैं। पहली मांग भारत से कनाडा के अम्बेसडर (राजदूत) को अविलंब वापस बुलाया जाए। दूसरी मांग, कनाडा से भारतीय अम्बेसडर उच्चायुक्त श्री संजय कुमार वर्मा के निष्कासन की कार्यवाही जल्द शुरू की जाए। तीसरी मांग, आधिकारिक रूप से भारत और कनाडा के बीच व्यापर पर ‘कम्प्रेहैन्सिव इकोनोमिक पार्टनरशिप अग्रीमेंट’ सहित रोक लगायी जाए। चौथा, हम वर्ल्ड सिख आर्गेनाईजेशन (WSO) के साथ मांग करते हैं कि आरएसएस पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबन्ध लगाया जाए और उसके सदस्यों को कनाडा से बाहर किया जाए।”
इसके बाद हमने सम्बंधित कीवर्ड्स को गूगल पर सर्च किया तो हमे एनसीसीएम (NCCM) के यूट्यूब अकाउंट पर वायरल वीडियो मिला। इस वीडियो के डिस्क्रिप्शन में दी गयी जानकारी के अनुसार, ‘भारत सरकार के एजेंटों द्वारा हरदीप सिंह निज्जर की कथित हत्या के जवाब में कैनेडियन सरकार से स्पष्ट कार्रवाई का आह्वान करने के लिए कनाडा के विश्व सिख संगठन के अध्यक्ष मंडल मुखबीर सिंह के साथ एनसीसीएम के सीईओ स्टीफन ब्राउन भी शामिल हुए।’
हमने एनसीसीएम (NCCM) के बारे में गूगल पर सर्च किया तो इस संस्था की वेबसाइट मिली। इस बेबसाईट के मुताबिक नेशनल काउंसिल फॉर कैनेडियन मुस्लिम्स (एनसीसीएम) एक स्वतंत्र, गैर-लाभकारी, गैर-पक्षपातपूर्ण, जमीनी स्तर पर मानवाधिकार, नागरिक स्वतंत्रता के लिए काम करने वाला संगठन है। कनाडा के सबसे बड़े मुस्लिम एडवोकेसी संगठन के रूप में, एनसीसीएम का मुख्यालय पार्लियामेंट हिल के पास ओटावा राष्ट्रीय कार्यालय में है। इसके कार्यालय ग्रेटर टोरंटो एरिया, मॉन्ट्रियल, लंदन, एडमॉन्टन और सास्काटून में भी हैं।
NCMM |
इसके बाद हमे न्यूज़ वेबसाइट myind पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली जिसके मुताबिक नेशनल काउंसिल ऑफ कैनेडियन मुस्लिम्स (NCMM) ने वर्ल्ड सिख ऑर्गेनाइजेशन ऑफ कनाडा (WSO) के सहयोग से जस्टिन ट्रूडो के नेतृत्व वाली कनाडाई सरकार के सामने चार मांगें रखी हैं। इसके अलावा हमे आरएसएस पर प्रतिबन्ध को लेकर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो या अन्य किसी आधिकारिक शख्स का कोई बयान भी नहीं मिला।
निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि वायरल वीडियो में मौजूद शख्स कनाडा सरकार का प्रतिनिधि का नहीं है, बल्कि मुस्लिम समुदाय की एक स्वतंत्र संस्था NCMM के CEO स्टीफन ब्राउन हैं। उनकी ओर से कनाडा सरकार से आरएसएस पर प्रतिबन्ध लगाने की मांग की गयी है।
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