सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल है, इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि मुस्लिम युवक को जूते में पानी भरकर पिलाया गया। साथ ही लोग इसे सनातन धर्म में भेदभाव से भी जोड़ रहे हैं हालाँकि पड़ताल में पता चलता है कि यह दावा भ्रामक है।
वसीउद्दीन सिद्दकी ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि इस वीडियो क्लिप की जितनी भी निंदा की जाये कम हैं आजाद भारत में एक समाज के प्रति इस तरह का व्यवहार शर्मनाक है !!🙏 मगर मन में ये सवाल आ रहा है कि आखिर ये लोग क्यों मुसलमानों के खिलाफ विरोध और हिंसा करने में सबसे आगे रहते है !! आखिर ये लोग कैसे बार बार इस्तेमाल हो जाते है !!💔
इस वीडियो क्लिप की जितनी भी निंदा की जाये कम हैं आजाद भारत में एक समाज के प्रति इस तरह का व्यवहार शर्मनाक है !!🙏
मगर मन में ये सवाल आ रहा है कि आखिर ये लोग क्यों मुसलमानों के खिलाफ विरोध और हिंसा करने में सबसे आगे रहते है !!
आखिर ये लोग कैसे बार बार इस्तेमाल हो जाते है !!💔 pic.twitter.com/KTPhXSaiXh
— Wasiuddin Siddiqui (@WasiuddinSiddi1) September 6, 2023
मोहम्मद मुस्तकीम ने लिखा कि संविधान की धज्जियां उड़ाता हुआ ये वीडियो..
संविधान की धज्जियां उड़ाता हुआ ये वीडियो.. pic.twitter.com/ur99rpDjGC
— Mohd Mustaqeem Mewati (@MustaqeemMewati) September 4, 2023
पूजा कुमारी ने लिखा कि ये है। सनातन धर्म की सच्चाई जहाँ एक सनातनी दूसरे सनातनी को अपने जूते में पानी पिला रहा है। मैं कैसे मानू ऐसे धर्म को।
ये है। सनातन धर्म की सच्चाई जहाँ एक सनातनी दूसरे सनातनी को अपने जूते में पानी पिला रहा है। मैं कैसे मानू ऐसे धर्म को । pic.twitter.com/U5oRvxjrL6
— Pooja Kumari (@ASP4Pooja) September 4, 2023
क्या है हकीकत? पड़ताल में हमने वायरल वीडियो के अलग-अलग स्क्रीनशॉट्स को गूगल पर सर्च किया तो यह वीडियो हमे दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट में मिला। करीबन 3 साल पहले प्रकाशित इस रिपोर्ट में बताया गया है कि राजस्थान में शादीशुदा महिला से प्रेम-प्रसंग होने पर युवक को जूते में पानी और पेशाब पिलाई गयी। रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी और पीड़ित एक ही जाति के हैं। पुलिस ने इस मामले में आरोपी लक्ष्मणराम देवासी, जवानाराम, भीमाराम, नवाराम व दरगाराम देवासी काे गिरफ्तार किया गया था।
न्यूज़18 की 18 जून 2020 की रिपोर्ट में सुमेरपुर थाना प्रभारी के हवाले से बताया गया है कि पीड़ित युवक अविवाहित है। वह अपने ही गांव की विवाहिता से अक्सर फ़ोन पर बातें करता था। यह बात विवाहिता के भाई को रास नहीं आई। इस बारे में उसने अपने रिश्तेदारों को ख़बर दी. 11 जून को बाइक और कार सवार लोगों ने उसका अपहरण कर लिया और उसे सिरोही ज़िले के सरदारपूरा गांव ले गए। वहां उसके साथ मारपीट की गयी और जूते में भरकर पानी पिलाया।
अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक थानीय सर्किल निरीक्षक (सीआई) रविंद्र सिंह ने बताया कि पीड़ित युवक कालूराम देवासी (20) ने आरोपी लक्ष्मण, जवानाराम, भीमाराम, नवराम उफ नवीन, दरगाराम और एक नाबालिग के खिलाफ उसका अपहरण करने के बाद मारपीट और पेशाब पिलाने का मामला दर्ज कराया था। पीड़ित की ओर से दर्ज शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 365, 143, 384, 342, 323 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
निष्कर्ष: हमारी पड़ताल से स्पष्ट है कि यह मामला धार्मिक या जातिगत भेदभाव का नहीं हैं, आरोपी और पीड़ित एक ही समुदाय के हैं।
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