सोशल मीडिया में बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के हवाले से एक बयान वायरल है। दावा है कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि इस देश में ब्राह्मणों से बड़ा कोई नहीं हैं, पहले भी ब्राह्मणों का राज था, आज भी राज है और कल भी ब्राह्मण राज रहेगा। ब्राह्मणों के चरणों में स्वर्ग है।
दिव्या कुमारी ने एक्स पर पोस्ट में लिखा, ‘भारत सरकार भी मानती है कि ब्राह्मणों का DNA विदेशी है। NCRT सिलेबस की कक्षा 11th में साफ तौर पर लिखा हुआ है। आर्य (ब्राह्मण) बाहर से आए हुए लोग है विदेशियों का बोलबाला’
भारत सरकार भी मानती है कि ब्राह्मणों का DNA 🧬 विदेशी है।
— दिव्या कुमारी (@divyakumaari) December 11, 2025
NCRT सिलेबस की कक्षा 11th में साफ तौर पर लिखा हुआ है।
आर्य (ब्राह्मण) बाहर से आए हुए लोग है💯 विदेशियों का बोलबाला 😶 pic.twitter.com/W26gVwbczO
बसावन इंडिया ने लिखा, ‘इस देश मे ब्राह्मण से बड़ा कोई भी नही है, पहले भी ब्राह्मणों का राज था, आज भी राज है और कल भी ब्राह्मण राज रहेगा, ब्राह्मणों के चरणों में ही स्वर्ग है! आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री’
"इस देश मे ब्राह्मण से बड़ा कोई भी नही है, पहले भी ब्राह्मणों का राज था, आज भी राज है और कल भी ब्राह्मण राज रहेगा, ब्राह्मणों के चरणों में ही स्वर्ग है!"
— बसावन इंडिया (@BasavanIndia) December 11, 2025
आचार्य धीरेंद्र
कृष्ण शास्त्री#bababagheshwar #Hindutva pic.twitter.com/9zzxdD8jGm
इसके अलावा फेसबुक पर कमलेन्द्र सिंह ने भी इस पोस्टकार्ड को पोस्ट किया है।
क्या है हकीकत? पड़ताल में हमने वायरल बयान को कीवर्ड्स की मदद से गूगल सर्च किया तो हमे आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का ऐसा कोई बयान नहीं मिला। हमने देखा कि वायरल पोस्टकार्ड में एनबीटी का Logo लगा है इसीलिए हमने एनबीटी के सोशल मीडिया अकाउन्ट्स को खंगाला।
इस दौरान हमे असल पोस्टकार्ड एनबीटी के फेसबुक पेज पर मिला। इस पोस्ट के साथ लिखा है कि बागेश्वर धाम सरकार आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सनातन संस्कृति संसद द्वारा ‘लोक्खो कंठे गीता पाठ’ का आयोजन किए जाने पर कहा भारत में हमें ‘सनातनी’ चाहिए, ‘तनातनी’ नहीं।
पड़ताल में हमे आगे पता चला कि यह बयान उन्होंने पश्चिम बंगाल के कोलकाता में दिया था। सामूहिक गीता पाठ का आयोजन में धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, “सनातन एकता ही इस देश और विश्व शांति का बड़ा माध्यम है। भारत में हम तनातनी नहीं सनातनी चाहते हैं। भारत में हम ‘गजवा-ए-हिंद’ नहीं, ‘भगवा-ए-हिंद’ चाहते हैं। गीता एकमात्र ऐसा ग्रंथ है, जिसके माध्यम से पूरे विश्व में सामाजिक समरसता और एकता का भाव जागृत किया जा सकता है। गीता का ज्ञान महान है। गीता भारत की शान है और गीता ही भारत का स्वाभिमान है।”
| दावा | धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि इस देश में ब्राह्मणों से बड़ा कोई नहीं हैं, पहले भी ब्राह्मणों का राज था, आज भी राज है और कल भी ब्राह्मण राज रहेगा। ब्राह्मणों के चरणों में स्वर्ग है। |
| हकीकत | एनबीटी का पोस्टकार्ड एडिटेड है, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। |

