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12 Mar 2025, Wed

आगरा में दलित युवक की बारात पर हमले और दूल्हे को घोड़ी से उतारने का दावा गलत है

सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल है। इस वीडियो के लोग दावा कर रहे हैं कि उत्तर प्रदेश के आगरा में एक दलित युवक की बारात पर हमला कर दिया। जातिसूचक गालियां देते हुए दूल्हे पर बंदूक तान दी और उसे घोड़ी से उतार दिया।

नगीना सांसद चन्द्रशेखर आजाद ने लिखा, ‘उत्तर प्रदेश में बहुजनों के अस्तित्व और सम्मान पर लगातार हमले हो रहे हैं।आगरा में विशाल जाटव की बारात पर जातीय आतंकियों ने जातिसूचक गालियां देते हुए सुनियोजित हमला किया। हथियार और लाठी-डंडे लेकर पहुंचे इन गुंडों ने बारात को रोककर आतंक मचाया। दूल्हे पर बंदूक तान दी गई, उसे बचाने आए पिता के सिर पर बंदूक की बट से हमला कर लहूलुहान कर दिया। शादी में मौजूद महापुरुषों की तस्वीरों को तोड़कर अपमानित किया गया। महिलाओं और बच्चों को इस कदर डराया गया कि शादी की रस्में तक पूरी नहीं हो सकीं। हालत यह थी कि पुलिस की मौजूदगी में भी दूल्हे को जबरन घोड़ी से उतारकर पैदल ले जाया गया, बारात को बिना बैंड-बाजे के जबरन निकलवाया गया – क्या यही लोकतंत्र है? क्या यही उत्तर प्रदेश में कानून का राज है, जहां बहुजनों की शादियां तक सुरक्षित नहीं? यह घटना किसी एक परिवार पर हमला नहीं, बल्कि संविधान, बाबा साहेब के विचार और बहुजन अस्मिता पर सीधा हमला है!यह घटना उत्तर प्रदेश में बढ़ते जातीय आतंक का एक और उदाहरण है, सबसे गंभीर बात यह है कि पुलिस की मौजूदगी में यह अपराध हुआ, जिससे साफ पता चलता है कि या तो प्रशासन मूकदर्शक बना रहा या फिर हमलावरों को उसका मौन समर्थन प्राप्त था। अगर यही स्थिति रही, तो क्या उत्तर प्रदेश में बहुजनों को खुली सांस लेने का भी अधिकार नहीं मिलेगा?’

यूपी कांग्रेस ने एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, ‘आगरा के मलपुरा थाना क्षेत्र में दबंगों ने एक दलित युवक की बारात पर हमला कर दिया। जातिसूचक गालियां देते हुए दूल्हे पर बंदूक तान दी और उसे घोड़ी से उतार दिया। मौके पर पहुंची पुलिस बिना बैंड-बाजे के बारात को सुरक्षित लड़की के घर पहुंचाई। यानी, पुलिस ने भी दबंगों के इरादों के आगे घुटने टेक दिए। लानत है! ऐसे सिस्टम पर जो पीड़ितों की नहीं पीड़ित करने वालों की सुनता है।’

सूरज कुमार ने लिखा, ‘भयानक जातिगत अत्याचार…विष्णु शर्मा और उसके गुंडों ने शादी समारोह में भगवान बुद्ध और बाबासाहेब की तस्वीरें देखने के बाद यूपी के आगरा में एक दलित दूल्हे और उसके रिश्तेदारों पर हमला किया। गुंडों ने धमकी दी; “चाम@र यहां शादी की बारात नहीं निकाल सकते..’

क्या है हकीकत? पड़ताल में हमने इस सम्बन्ध में दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में बताया गया है कि यह घटना आगरा के थाना मलपुरा क्षेत्र के गांव अजीजपुर की है। धनौली निवासी मुकेश जाटव के बेटे विशाल की बारात अजीजपुर में आई थी। टोरंट बिजली घर के पास विष्णु शर्मा के बेटे यश की बारात भी निकल रही थी। पूजा वाटिका के सामने दोनों बारातें आमने-सामने आ गईं। दोनों पक्षों में पहले निकलने को लेकर विवाद हुआ। इंस्पेक्टर पवन कुमार सैनी के अनुसार रास्ते से निकलने को लेकर सिर्फ कहासुनी हुई थी। फिर भी शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

इस सम्बन्ध में हमे आगरा पुलिस का एक्स पोस्ट भी मिला। आगरा पुलिस ने बताया है कि थाना मलपुरा पुलिस द्वारा CCTV फुटेज व उपस्थित व्यक्तियों से पूछताछ में प्रकरण वाहन निकलने के रास्ते को लेकर हुए विवाद से संबंधित पाया गया है। दूल्हे को घोड़ी से उतारने की कोई घटना नहीं हुई। पुलिस द्वारा अग्रिम जांच जारी है, साक्ष्यों के आधार पर विधिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।

इसके बाद हमने अजीजपुर गांव के पूर्व प्रधान रघुवीर फौजी से भी सम्पर्क किया। रघुवीर भारतीय सेना से रिटायर्ड हैं और अनुसूचित समाज से आते हैं। रघुवीर ने बताया कि विष्णु शर्मा के बेटे की शादी थी, इसी दौरान एक दूसरी बारात भी आ गयी। चूँकि रास्ता कम चौड़ा है इसीलिए वहां से निकलने को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी हो गयी। दूल्हे को घोड़ी से उतारने या मारपीट की कोई घटना नहीं हुई थी। विवाद के दौरान घटनास्थल पर मौजूद था।

दावा आगरा में एक दलित युवक की बारात पर हमला कर दिया। जातिसूचक गालियां देते हुए दूल्हे पर बंदूक तान दी और उसे घोड़ी से उतार दिया।
हकीकतआगरा में में दोनों पक्षों में शादी का कार्यक्रम था। रास्ता कम चौड़ा होने की वजह से दोनों पक्ष आमने सामने आ गए। वहां से निकलने को लेकर विवाद हुआ।

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