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12 Dec 2025, Fri

अरुणाचल प्रदेश के पास चीनी सेना की तैनाती का दावा गलत, वायरल पुराना वीडियो सैन्य अभ्यास का है

चीन अपनी विस्तारवादी नीति के तहत अरुणाचल प्रदेश को दक्षिणी तिब्बत बताता है वही भारत लगातार यह दोहराता रहा है कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा। दोनों देशों के बीच सीमा विवाद की वजह से हिंसक झड़प भी हो चुकी हैं। इस बीच सोशल मीडिया में सेना के जवानों का वीडियो वायरल है। इस वीडियो के साथ लोग दावा कर रहे हैं कि चीन ने भारतीय सीमा के पास मिलिट्री ठिकाने बना लिए हैं, अरुणाचल प्रदेश के नजदीक सैनिक तैनात कर दिए हैं और मोदी चुप हैं।

एक यूजर अरब मिलट्री ने एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, ‘चीन ने भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश के पास बड़े पैमाने पर मिलिट्री बिल्डअप शुरू कर दिया है।’

रविन्द्र कपूर ने लिखा, ‘नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्रालय चुप क्यों हैं चीन ने अरुणाचल प्रदेश के पास बड़े पैमाने पर मिलिट्री बिल्ड-अप शुरू कर दिया है।’

मॉस्को न्यूज ने लिखा, ‘चीन भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश के पास भारी सैन्य तैनाती कर रहा है’

इसके अलावा राज कपूर, सना युसूफजई, जोत्ती वर्मा, Julia Kendrick, Ironclad, International Relations ने भी इसी दावे के साथ वीडियो पोस्ट किया है।

क्या है हकीकत? पड़ताल में हमने इस सम्बन्ध में गूगल सर्च किया तो इस दावे को लेकर कोई खबर नहीं मिली। इसके बाद हमने वायरल वीडियो के अलग अलग स्क्रीनशॉट को गूगल रिवर्स सर्च किया तो वीडियो हमे CGTN Europe के यूट्यूब चैनल पर मिला।

CGTN Europe ने इस वीडियो को 13 नवम्बर 2025 को पोस्ट किया था। रिपोर्ट में बताया गया है कि चीनी सेना (PLA) की ग्राउंड फोर्स ने हाल ही में एक लाइव-फायर ड्रिल की है, जिसमें नए युद्धक तरीकों और हाई-टेक उपकरणों का इस्तेमाल किया गया। इसमें लंबे समय तक उड़ान भरने वाले ड्रोन और रोबोटिक डॉग भी शामिल थे। यह ड्रिल कई चरणों में हुई, जिनमें युद्धक्षेत्र की हरकतें, सैनिकों का फैलना, बारूदी सुरंग रास्ता साफ करना और किलेबंदी पर हमला जैसी प्रक्रियाएँ शामिल थीं। यहाँ इस बात का कोई जिक्र नहीं है कि चीनी सेना को भारतीय सीमा के नजदीक तैनात किया गया है।

पड़ताल में यह वीडियो चीनी रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट पर भी मिला। यहाँ बताया गया है कि चीनी सेना की 78वीं ग्रुप आर्मी के एक संयुक्त-हथियार ब्रिगेड की “व्हाइट टाइगर” कंपनी ने हाल ही में एक फील्ड ट्रेनिंग ग्राउंड पर लाइव-फोर्स मुकाबला ड्रिल में हिस्सा लिया। यह अभ्यास नए तरह के एयर-ग्राउंड जॉइंट ऑपरेशन पैटर्न पर आधारित था, जिसमें मानव संचालित और बिना मानव वाले (मैनड और अनमैनड) उपकरणों के बीच करीबी तालमेल दिखाया गया। डिजिटाइज्ड इन्फैंट्री फाइटिंग व्हीकल्स (IFVs) की तकनीक को बिना मानव वाले बाधा-साफ करने वाले उपकरणों के साथ जोड़कर, IFVs ने आगे बढ़ते समय कवर प्रदान किया। उसी दौरान रोबोटिक डॉग्स रास्ता साफ करते चले, और हवाई ड्रोन ऊपर से निगरानी (रेकी) करते रहे।

चीनी सेना (PLA) की 78वीं ग्रुप आर्मी को लेकर एक वीडियो हमे ShanghaiEye के यूट्यूब चैनल पर भी मिला। वीडियो के साथ बताया गया है कि चीनी सेना (PLA) की ग्राउंड फोर्स की एक ब्रिगेड ने हाल ही में उत्तरी चीन में एक चुनौतीपूर्ण टैंक गनरी प्रतियोगिता आयोजित की। इसका उद्देश्य सैनिकों की वास्तविक युद्ध परिस्थितियों में तत्परता की जांच करना था। इस अभ्यास में 78वीं ग्रुप आर्मी ने हिस्सा लिया, जो इनर मंगोलिया के होरछिन ग्रासलैंड स्थित एक प्रशिक्षण क्षेत्र में हुआ।  इस प्रतियोगिता में अलग-अलग लड़ाकू स्थितियों में हर आर्मर्ड वाहन की निशानेबाजी क्षमता का परीक्षण किया गया

दावा चीन ने भारतीय सीमा के पास मिलिट्री ठिकाने बना लिए हैं, अरुणाचल प्रदेश के नजदीक सैनिक तैनात कर दिए हैं और मोदी चुप हैं।
हकीकतअरुणाचल प्रदेश के पास चीनी सेना की बड़ी तैनाती का दावा गलत है। वायरल वीडियो एक महीने पुराना है और वास्तव में चीन की पीएलए द्वारा किए गए सामान्य सैन्य अभ्यास का है।

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