हर साल 25 दिसंबर को क्रिसमस मनाया जाता है। इस दिन यीशु मसीह का जन्म हुआ था। उनके जन्मदिन के तौर पर दुनिया के कई देशों में ईसाई धर्म के लोग क्रिसमस का त्योहार मनाते हैं। इस बीच सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल है, इस वीडियो में कुछ लोग हिंदू धार्मिक गानों पर नाच रहे हैं, इस वीडियो के साथ लोगों का दावा है कि उत्तर प्रदेश के लखनऊ में चर्च के सामने इस तरह भजन गाया।
द रेड माइक ने अपने पोस्ट में लिखा, ‘लखनऊ में चर्च के सामने हिंदू भजन गाकर किया हुड़दंग तो इंदौर में उतरवाई Santa claus की ड्रेस।’
लखनऊ में चर्च के सामने हिंदू भजन गाकर किया हुड़दंग तो इंदौर में उतरवाई Santa claus की ड्रेस।
— The Red Mike (@TheRedMike) December 26, 2024
देखिए @Saurabh_Unmute की रिपोर्ट।#Lucknow #UttarPradesh #Christmas #SantaClaus
Full Video linkhttps://t.co/5PKyWu4kMp pic.twitter.com/vFrl0DaUo1
इस रिपोर्ट में पत्रकार सौरभ शुक्ला ने बताया कि भारत की पहचान है कि सभी धर्मों, जाति, रंगो के लोग मिलकर रहते हैं लेकिन ऐसी तस्वीरें सामने आईं जिसे देखकर लगता है कि हम किस समाज में रह रहे हैं। लखनऊ के हजरतगंज इलाके में नए रक्षक, हिंदू धर्म के ध्वजवाहक सड़को पर उतर आए.. इस दौरान ये लोग चर्च के नजदीक, चर्च के सामने हरे कृष्णा हरे राम गा रहे हैं। देखिए क्या हालात हो गए हैं देश के। देश में सनातन और हिंदू धर्म के रक्षकों को अब क्रिसमस से भी समस्या हो गयी है….
निगार प्रवीन ने एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि पहले मस्जिद के सामने नाचते थे अब चर्च के सामने नाच रहे हैं ! यूपी की राजधानी लखनऊ में क्रिसमस मना रहे लोगों के सामने जाकर भजन गाया जा रहा है देखिए किस तरह छोटे-छोटे बच्चों को भी धर्म के नाम पर नफरत करना सीखा दिया गया है
पहले मस्जिद के सामने नाचते थे अब चर्च के सामने नाच रहे हैं ! यूपी की राजधानी लखनऊ में क्रिसमस मना रहे लोगों के सामने जाकर भजन गाया जा रहा है
— Nigar Parveen (@NigarNawab) December 26, 2024
देखिए किस तरह छोटे-छोटे बच्चों को भी धर्म के नाम पर नफरत करना सीखा दिया गया है pic.twitter.com/Gwt1hKPi9D
सिद्दार्थ ने लिखा, ‘ज्यादा कुछ नहीं, बस हिंदुओं की एक भीड़ एक गिरजाघर के सामने क्रिसमस उत्सव में खलल डाल रही है, भारत में हिंदू राष्ट्रवादी आंदोलन के मूल में हीन भावना है।’
Nothing much, just a mob of Hindus disrupting the Christmas festivities in front of a cathedral.
— Siddharth (@DearthOfSid) December 26, 2024
Inferiority complex is at the root of Hindu nationalist movement in India.
pic.twitter.com/JdHcEudxz0
पत्रकार नरेंद्र प्रताप ने लिखा, ‘#मेरठ में 25 दिसंबर की शाम सभी चर्च बंद कर दिए गए थे कारण.. किसी से पूछा तो बताया कि कुछ लोग अराजकता कर सकते है कैसी अराजकता? ये वीडियो #लखनऊ का है. उसी शख्स ने मुझे भेजा जिसने बंद चर्च पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी चर्च में “हरे राम हरे कृष्ण” करने पहुंचे लोग’
#मेरठ में 25 दिसंबर की शाम सभी चर्च बंद कर दिए गए थे
— Narendra Pratap (@hindipatrakar) December 26, 2024
कारण.. किसी से पूछा तो बताया कि कुछ लोग अराजकता कर सकते है
कैसी अराजकता?
ये वीडियो #लखनऊ का है. उसी शख्स ने मुझे भेजा जिसने बंद चर्च पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी
चर्च में "हरे राम हरे कृष्ण" करने पहुंचे लोग https://t.co/oKfNkEPxFx pic.twitter.com/FBfnjdhNgh
ममता त्रिपाठी ने लिखा, ‘ऐसे झूमते हुए “क्रिसमस मनाने का मजा ही कुछ और है… अदब की नगरी #लखनऊ में एक तरफ़ चर्च के बाहर धार्मिक सहिष्णु लोग “हरे राम हरे कृष्ण” का नारा लगाकर दूसरे धर्म के त्यौहार का जश्न मनाते नज़र आए तो दूसरी तरफ़ त्यौहार का जश्न झूमते हुए मनाया गया… विविधता से भरा है सबकुछ’
ऐसे झूमते हुए “क्रिसमस मनाने का मजा ही कुछ और है…
— Mamta Tripathi (@MamtaTripathi80) December 26, 2024
अदब की नगरी #लखनऊ में एक तरफ़ चर्च के बाहर धार्मिक सहिष्णु लोग “हरे राम हरे कृष्ण” का नारा लगाकर दूसरे धर्म के त्यौहार का जश्न मनाते नज़र आए तो दूसरी तरफ़ त्यौहार का जश्न झूमते हुए मनाया गया…
विविधता से भरा है सबकुछ pic.twitter.com/ItJWsWNAyU
सपा कार्यकर्त्ता रक्षामंत्री यादव ने लिखा, ‘किसी दूसरे धर्म के लिए अपमान लिखा गया है,यह दृश्य लखनऊ के हजरतगंज में बने कैथेड्रल चर्च का है जहां ईसा मसीह के जन्मदिवस के अवसर 25दिसंबर को कार्यक्रम होता है परंतु आज लखनऊ की तहजीब सड़कों पर थी और वो भी हिंदुवाद के खातिर, क्या हिन्दुओं के त्योहारों में अलग धर्म के लोग ऐसा करते है’
किसी दूसरे धर्म के लिए अपमान लिखा गया है,यह दृश्य लखनऊ के हजरतगंज में बने कैथेड्रल चर्च का है जहां ईसा मसीह के जन्मदिवस के अवसर 25दिसंबर को कार्यक्रम होता है परंतु आज लखनऊ की तहजीब सड़कों पर थी और वो भी हिंदुवाद के खातिर, क्या हिन्दुओं के त्योहारों में अलग धर्म के लोग ऐसा करते है pic.twitter.com/Vy93Qbcwr3
— Raksha Mantri Yadav رکشا منتری یادو (@RakshaMantri) December 25, 2024
फिरोज अहमद ने लिखा, ‘ये सरकारी हिन्दू लखनऊ के हज़रतगंज के कैथेड्रल चर्च मे क्रिसमस के दिन डांस कर रहे हैं जब क्रिश्चियन समुदाय शांतिपूर्वक क्रिसमस की प्रार्थना कर रहा था.. ये मस्जिद मे डांस करेंगे, चर्च मे डांस करेंगे।’
ये सरकारी हिन्दू लखनऊ के हज़रतगंज के कैथेड्रल चर्च मे क्रिसमस के दिन डांस कर रहे हैं जब क्रिश्चियन समुदाय शांतिपूर्वक क्रिसमस की प्रार्थना कर रहा था.. ये मस्जिद मे डांस करेंगे, चर्च मे डांस करेंगे। pic.twitter.com/czQrU09GCv
— Feroz Ahmad (@ferozah78686494) December 26, 2024
इसके अलावा ध्रुव राठी पैरोडी, शिरीन खान, समीउल्लाह खान, कृष्ण कान्त, TrtWorld ने भी इस वीडियो को पोस्ट किया है।
सदफ आफरीन ने लिखा, ‘इन्हें मंदिर जाने का वक्त नहीं मिलता है तो ये कभी मस्जिद के सामने मुजरा कर लेते है, तो कभी चर्च के सामने मुजरा करते है! देश में इतने सारे मस्जिद और चर्च बनाए जाए कि ये भक्त लोग ऐसे ही मस्जिद और चर्च के सामने भगवान को याद करते रहे!’
इन्हें मंदिर जाने का वक्त नहीं मिलता है तो ये कभी मस्जिद के सामने मुजरा कर लेते है, तो कभी चर्च के सामने मुजरा करते है!
— Sadaf Afreen صدف (@s_afreen7) December 26, 2024
देश में इतने सारे मस्जिद और चर्च बनाए जाए कि ये भक्त लोग ऐसे ही मस्जिद और चर्च के सामने भगवान को याद करते रहे! pic.twitter.com/5mzsVvoo9G
करिश्मा अजीज ने लिखा, ‘अभी तक लगता था इनकी भावनाएं सिर्फ मुसलमानों के त्योहारों, मस्जिद, मदरसों, नमाज़ और अज़ान से ही होती है, पर नहीं ये धर्म इतना ज़्यादा कमज़ोर हो चुका है की 2.3% क्रिस्चियन आबादी के एक मात्र त्यौहार क्रिसमस पर भी अपने धर्म को मजबूती देने पहुँच गये, घटना लखनऊ का बताया जा रहा! किसी के त्यौहार को निशाना बनाकर अपने धर्म को ऊंचा साबित करना नफरत की राजनीति है, आस्था का प्रचार नहीं।’
अभी तक लगता था इनकी भावनाएं सिर्फ मुसलमानों के त्योहारों, मस्जिद, मदरसों, नमाज़ और अज़ान से ही होती है, पर नहीं ये धर्म इतना ज़्यादा कमज़ोर हो चुका है की 2.3% क्रिस्चियन आबादी के एक मात्र त्यौहार क्रिसमस पर भी अपने धर्म को मजबूती देने पहुँच गये, घटना लखनऊ का बताया जा रहा!
— Karishma Aziz (@karishma_aziz97) December 26, 2024
किसी के… pic.twitter.com/gqk0GFtL26
क्या है हकीकत? वायरल वीडियो की पड़ताल में हमे सबसे यूपी तक की वेबसाईट पर प्रकाशित रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट के मुताबिक यूपी तक के रिपोर्टर आशीष श्रीवात्सव ने ग्राउंड पर जाकर बताया कि जिस जगह इस्कॉन मंदिर की कीर्तन मंडली ने ढोल-नगाड़ों के साथ ‘हरे रामा-हरे कृष्णा’ के जयकारे लगाए, वहां से चर्च तकरीबन 100 मीटर की दूरी पर है। शोरूम के गार्ड से बात की तो उन्होंने भी बताया कि नारे उनके शोरूम के बाहर लगे थे और यहां से चर्च करीब 100 मीटर की दूरी पर है।
पड़ताल में हमने वायरल वीडियो में देखा कि जिस जगह लोग नाच रहे हैं, वहां ‘सिंध और Raymond’ लिखा है। इसके सामने रॉयल कैफे है। थोडा सा हटकर एक बड़ी बिल्डिंग है, इस सफेद बिल्डिंग पर कुछ धुंधला सा लिखा हुआ भी नजर आ रहा है।
हमने इस सम्बन्ध में गूगल मैप की मदद ली तो पता चला कि जश्न वाली लोकेशन के सामने रॉयल कैफे है, साथ ही सफेद बिल्डिंग ‘मंडल रेल प्रबंधक‘ कार्यालय है।
इसके बाद हमे लखनऊ के कैथेड्रल चर्च का वीडियो मिला। इस वीडियो में चर्च के सामने क्रिसमस का जश्न मनाते हुए लोगों की भीड़ नजर रही है।
लखनऊ का हजरतगंज
— Tushar Rai (@tusharcrai) December 26, 2024
नाव जैसे आकार में दिखाई पड़ता कैथेड्रल; 1860 में रायल इंजीनियर्स ने बनाया डिजाइन.लखनऊ का सबसे बड़ा चर्च हैं. https://t.co/Kx7Lh5wFGZ pic.twitter.com/C7Lla4Ghpx
इस वीडियो में कैथेड्रल चर्च के सामने ‘My Fair Trevals’ लिखा हुआ है।
हमने गूगल मैप पर इस लोकेशन को तलाशा तो पता चला कि कैथेड्रल चर्च के ठीक सामने ‘My Fair Trevals’ नाम की दुकान है।
इसके बाद हमने गूगल मैप की मदद से कैथेड्रल चर्च से डांस वाली लोकेशन के सामने वाली दुकान रॉयल कैफे की दूरी देखी तो पता चलता है कि दोनों के बीच 250 मीटर की दूरी है, इन दोनों के बीच एक तिराहा भी है।
दावा | लखनऊ में चर्च के सामने लोगों ने हिंदू धार्मिक गीतों पर डांस किया। |
हकीकत | लखनऊ में लोगों ने रॉयल कैफे के सामने डांस किया था, वहां से कैथेड्रल चर्च की दूरी 250 मीटर है। |