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18 Nov 2025, Tue

बिहार में मूंछ पर तांव देने की वजह से दलित युवक की हत्या का दावा भ्रामक है

बिहार चुनाव में एनडीए ने शानदार प्रदर्शन किया। बिहार जहां सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई है तो वहीं महागठबंधन को लोगों ने नकार दिया है। लोगों ने एक बार फिर से नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार पर विश्वास जताते हुए बिहार में भरपूर जनादेश दिया है। इस बीच नालंदा जिले  में एक युवक की हत्या कर दी गयी है। सोशल मीडिया में लोग दावा कर रहे हैं कि बिहार में 1990 से पहले का दौर चल रहा है, दलितों-पिछड़ों की मूंछे रखने पर हत्या कर दी जाती है।

राजश्री यादव ने एक्स पर पोस्ट में लिखा, ‘नालंदा में द्वारिका पासवान के 30 वर्षीय पुत्र पवन कुमार को मूंछ ऐंठने पर लाठी डंडे से पीट कर मार दिया गया।’

प्रियंका देशमुख ने लिखा, ‘1990 से पहले का राक्षस राज आ चुका है’

टीम तेजस्वी ने लिखा, ‘भाजपा को बहुमत देने के बाद 90 से पहले के दशक में लौट गया है बिहार। अब दलित पिछड़े मूँछों पर ताव देने से पहले आस पास देख लें कि कोई देख तो नहीं रहा।’

क्या है हकीकत? पड़ताल में हमे इस सम्बन्ध में फर्स्टबिहार पर प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना नालंदा जिले के भागन बिगहा ओपी क्षेत्र अंतर्गत मोरातालाव गांव की है। द्वारिका पासवान का 30 वर्षीय बेटा पवन कुमार 14 नवंबर को स्नान के बाद पवन गली में खड़ा होकर मूंछ ऐंठ रहा था। गोतिया के लोगों को यह लगा कि वह उन्हें देखकर ऐसा कर रहा है, जिससे विवाद शुरू हो गया। 15 नवंबर को आरोपियों ने पवन के घर में घुसकर उसे बेरहमी से पीटा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

परिजनों के अनुसार, पिछले तीन वर्षों से गोतिया पक्ष से गली और रास्ते को लेकर विवाद चल रहा था। इसी विवाद के चलते पहले भी पवन को जान से मारने की धमकी दी गई थी, जिस कारण वह गांव छोड़कर बाहर मजदूरी करने लगा था। इस प्रकरण में पुलिस ने एक व्यक्ति सरयुग पासवान को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

इसके बाद हमने इस सम्बन्ध में  भागन बिगहा ओपी थानाध्यक्ष शैलेश झा से सम्पर्क किया। उन्होंने बताया कि यह दो परिवार का विवाद है। दोनों पक्ष एक ही जाति से हैं। एक आरोपी सरयुग पासवान को गिरफ्तार किया गया है।

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