जूलरी ब्रांड ‘तनिष्क’ ने अपने विज्ञापन पर विवाद होने के बाद उसे वापस लेने का ऐलान कर दिया. इस विज्ञापन में दो अलग-अलग धर्मों को मानने वाले लोगों के एक परिवार को दिखाया गया है. तनिष्क पर लव जिहाद को बढ़ावा देने का आरोप है। वहीं गुजरात के गांधीधाम में तनिष्क स्टोर पर हमले की खबर भी अब चर्चा में हैं, इस खबर को एनडीटीवी ने प्रकाशित किया है। लेकिन तनिष्क स्टोर मैनेजर ने किसी भी तरह के हमले से इनकार किया है। वहीं कच्छ एसपी ने भी इस तरह की खबरों को प्रोपेगंडा बताया है।
एनडीटीवी ने अपनी बेबसाईट पर बुधवार 1:15 बजे गुजरात के गांधीधाम में तनिष्क स्टोर पर हमले की खबर प्रकाशित की है। खबर के मुताबिक एक भीड़ ने स्टोर पर हमला किया। साथ ही, भीड़ ने मैनेजर से माफीनामे में लिखवाया कि ‘हम सेकुलर ऐड दिखाकर हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने के लिए कच्छ जिले को लोगों सो माफी मांगते हैं।’ एनटीवी ने खबर को ट्विटर पर भी साझा किया है।
एनडीटीवी की इस खबर के बाद सोशल मीडिया में भी हडकम्प मच गया। जिसके बाद कच्छ एसपी ने खुद तनिष्क स्टोर का मुआयना किया, उन्होंने बताया कि यहाँ हमला नहीं हुआ है। इस तरह की खबरों से प्रोपेगेंडा फैलाया जा रहा है।
एक ट्विटर यूजर डॉक्टर नील ने जब स्टोर मैनेजर से संपर्क किया तो उन्होंने स्टोर पर हमले या माफीनामा लिखवाये जाने की बात से साफ इनकार कर दिया। एनडीटीवी को जवाब देते हुए उन्होंने बातचीत का ऑडियो भी साझा किया है।
This is fake news. I just spoke to the store manager at Tanishq Gandhidham. I hope @TanishqJewelry too issues a clarification on this. Are they hand in gloves with NDTV in this victim playing? pic.twitter.com/Gp1LrZo6jg
बता दें तनिष्क के विज्ञापन में एक हिंदू महिला की गोदभराई की रस्म को दिखाया गया था। इस लड़की की शादी मुस्लिम परिवार में हुई है। इसमें हिंदू संस्कृति को ध्यान में रखते हुए मुस्लिम परिवार सभी रस्मों रिवाजों को हिंदू धर्म के हिसाब से करता दिखाया गया है। विज्ञापन में गर्भवती महिला अपनी सास से पूछती है, मां ये रस्म तो आपके घर में होती भी नहीं है, इस पर उसकी सास जवाब देती है कि बिटिया को खुश रखने की रस्म तो हर घर में होती है न।
विज्ञापन को लव जिहाद को बढ़ावा देने के आरोप लगने और सोशल मीडिया पर तनिष्क के बहिष्कार की अपीलों के बाद कंपनी ने विज्ञापन को वापस ले लिया। तनिष्क ने जारी बयान में कहा कि, “एकत्वम कैंपेन के पीछे विभिन्न क्षेत्रों के लोगों का एक साथ आकर जश्न मनाने का आइडिया है। स्थानीय समुदाय और परिवार इस चुनौतीपूर्ण समय में एकता का जश्न मनाते हैं। इस फिल्म पर उद्देश्य के विपरीत गंभीर प्रतिक्रियाएं आईं हैं। हम अनजाने में लोगों की भावनाओं को हुए नुकसान के लिए दुख प्रकट करते हैं और अपने कर्माचारियों, पार्टनर्स और स्टोर स्टाफ की भलाई को ध्यान में रखते हुए विज्ञापन को वापस लेते हैं।”