सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल है। इस वीडियो में एक युवक जलती हुई लकड़ियों पर डंडे मार रहा है। इस वीडियो के साथ लोग दावा कर रहे हैं कि उत्तर प्रदेश में एक दोस्त ने अपने दूसरे दोस्त से 50 हजार रुपये उधार लिया लेकिन चुकाने से पहले मौत हो गई। उधार न मिलने के कारण दोस्त की चिता पर लाठियां बरसानी शुरू कर दी।
कविश अजीज ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘उत्तर प्रदेश के एक गांव में एक दोस्त ने अपने दूसरे दोस्त से ₹50000 रुपये उधार लिया लेकिन चुकाने से पहले मौत हो गई। चिता की लपटें ऊंची उठ रही थी लेकिन उधार न मिलने के कारण दोस्त की चिता पर लाठियां बरसानी शुरू कर दी।’
उत्तर प्रदेश के एक गांव में एक दोस्त ने अपने दूसरे दोस्त से ₹50000 रुपये उधार लिया लेकिन चुकाने से पहले मौत हो गई।
— Kavish Aziz (@azizkavish) September 27, 2025
चिता की लपटें ऊंची उठ रही थी लेकिन उधार न मिलने के कारण दोस्त की चिता पर लाठियां बरसानी शुरू कर दी। pic.twitter.com/UJLiLHqvZC
रेनू यादव ने लिखा, ‘कर्ज़दार की चिता पर हिसाब-किताब वीडियो देखकर हैरानी भी हुई और हँसी भी… एक आदमी चिता पर लाठी बरसाते हुए चिल्ला रहा था तुझे नरक में भी जगह नहीं मिलेगी, वहीं मिलूँगा तुझसे! असल में ग़ुस्से का कारण निकला कर्ज़। मरने वाला दोस्त ने उसके पैसे लौटा ही नही पाया था। अब भाई साहब बोले — दुनिया से गया तो क्या… नरक में भी तेरा हिसाब बराबर करूँगा! सोचने वाली बात ये है ज़िन्दगी भर का हिसाब-किताब अगर चिता तक पीछा करे, तो मौत भी चैन से कैसे आएगी?’
कर्ज़दार की चिता पर हिसाब-किताब
— Renu Yadav (@renuy305) September 27, 2025
वीडियो देखकर हैरानी भी हुई और हँसी भी…
एक आदमी चिता पर लाठी बरसाते हुए चिल्ला रहा था
👉 “तुझे नरक में भी जगह नहीं मिलेगी, वहीं मिलूँगा तुझसे!”
असल में ग़ुस्से का कारण निकला कर्ज़।
मरने वाला दोस्त ने उसके पैसे लौटा ही नही पाया था।
अब भाई साहब… pic.twitter.com/uxp0yhi27t
एक्सक्यूज मी ने लिखा, ‘दोस्ती का मतलब मदद और सहारा होता है लेकिन यहाँ तो इंसानियत भी मर गई 50 हज़ार के लिए चिता पर लाठियाँ बरसाना ये इंसान नहीं इंसानियत के नाम पर धब्बा है।दोस्त के जाने का ग़म मनाने की जगह उसकी चिता पर लाठियाँ बरसा दीं।’
दोस्ती का मतलब मदद और सहारा होता है लेकिन यहाँ तो इंसानियत भी मर गई 50 हज़ार के लिए चिता पर लाठियाँ बरसाना ये इंसान नहीं इंसानियत के नाम पर धब्बा है।दोस्त के जाने का ग़म मनाने की जगह
— एक्सक्यूज मी (@excuseme008) September 28, 2025
उसकी चिता पर लाठियाँ बरसा दीं ।। pic.twitter.com/38KKsqO7t8
इसके अलावा पूजा सिंह, अर्षित यादव, शम्भू कुमार, चंदन जैसवाल, मनीष डोबवाल, गौतम, योगेन्द्र यादव, दिनेश्वर पटेल, निजामुद्दीन अहमद, अपनी आवाज बुलंद करो समेत कई लोगों ने पोस्ट किया है। वहीं नवभारत, न्यूज18 गुजराती, TV9 कन्नड़ ने भी अपनी रिपोर्ट में यही दावा किया है।
क्या है हकीकत? पड़ताल में हमने वायरल वीडियो के अलग अलग स्क्रीनशॉट को गूगल रिवर्स सर्च किया तो यह वीडियो हमे ‘Rock On Shadow‘ नाम के एक यूट्यूब चैनल पर मिला। इस वीडियो को 13 अगस्त 2018 को अपलोड किया गया था।

चैनल के डिस्क्रिप्शन के मुताबिक यह यूट्यूब चैनल पश्चिम बंगाल निवासी ‘अरबिंद रॉय‘ का है। हमने अरबिंद के यूट्यूब चैनल के फेसबुक पेज पर मैसेज कर उनसे सम्पर्क किया।
अरबिंद ने बताया कि यह वीडियो उन्होंने ही बनाया था। मेरे दादाजी के रिश्तेदार की मौत हो गयी थी। दाह संस्कार के दौरान शव जल रहा तब वो एक साइड से फूल गया था, तब शमशान घाट के कर्मचारी जिसे हम डोम बोलते हैं, उसने लकड़ियाँ पर डंडा मारकर उसे ठीक कर दिया। दाह संस्कार के बाद में इसी प्रक्रिया को मेरे दोस्त ने भी किया और उसने जलती लकड़ियों पर डंडे मारे थे, वो डोम की नकल कर रहा था। तब केवल लकड़ियाँ जल रही थीं।
अरबिंद ने बताया कि इस बात में कोई सच्चाई नहीं है कि एक दोस्त ने उधार न मिलने के कारण दोस्त की चिता पर लाठियां बरसानी शुरू कर दी। ये बात झूठ है। ये बस हमने मजाकिया तौर पर बनाया था।
दावा | हकीकत |
उत्तर प्रदेश में एक दोस्त ने अपने दूसरे दोस्त से 50 हजार रुपये उधार लिया लेकिन चुकाने से पहले मौत हो गई। उधार न मिलने के कारण दोस्त की चिता पर लाठियां बरसानी शुरू कर दी। | यह वीडियो यूपी का नहीं, पश्चिम बंगाल है। साथ ही इस प्रकरण में उधार के रुपये न देने पर चिता को पीटने के दावे में भी कोई सच्चाई नहीं है। अगस्त 2018 को इस वीडियो को यूट्यूबर ‘अरबिंद रॉय’ ने रिकॉर्ड कर अपने चैनल ‘Rock On Shadow‘ पर अपलोड किया था। अरबिंद ने बताया कि कोलकाता में एक अंतिम संस्कार की प्रक्रिया के बाद उनके दोस्त ने शमशान घाट के कर्मचारी की नकल करते हुए जलती हुई लकड़ियों पर डंडा मारा था। तब वहां कोई शव नहीं था। न ही उधार के रुपयों को लेकर चिता को पीटा था, हमने बस मजाकिया तौर पर वीडियो बनाया था। |