उत्तराखंड के रुड़की में बीते दिनों अंतरराष्ट्रीय रविदास धाम ट्रस्ट के अध्यक्ष व बसपा नेता योगेश प्रमुख पर जानलेवा हमला हुआ। इस हमले में योगेश गंभीर घायल हो गए। इस घटना के बाद सोशल मीडिया में यह दावा किया गया कि यह एक जाति पर हमला है, भाजपा राज में दलित सुरक्षित नहीं हैं।
सूरज कुमार बौद्ध ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘बसपा नेता पर जानलेवा हमला। उत्तराखंड के रुड़की में बसपा नेता एवं रविदास धाम के अध्यक्ष योगेश प्रमुख पर जानलेवा हमला बेहद डरावना है। इस समय भाजपा राज में दलित कहीं भी सेफ नहीं हैं।’

रामेश्वर ने लिखा, ‘रुड़की में बसपा नेता व रविदास धाम अध्यक्ष योगेश प्रमुख पर लोहे की रॉड से जानलेवा हमला हुआ। उनकी हालत गंभीर है।दलित नेताओं पर बढ़ते हमले भाजपा शासन की नाकामी दर्शाते हैं। बसपा ने निष्पक्ष जांच,दोषियों की गिरफ्तारी और पीड़ित परिवार को सुरक्षा की मांग की है।’
रुड़की में बसपा नेता व रविदास धाम अध्यक्ष योगेश प्रमुख पर लोहे की रॉड से जानलेवा हमला हुआ।
— Er.Rameshwar Dhangar (@RameshwarDhan12) October 27, 2025
उनकी हालत गंभीर है।दलित नेताओं पर बढ़ते हमले भाजपा शासन की नाकामी दर्शाते हैं।
बसपा ने निष्पक्ष जांच,दोषियों की गिरफ्तारी और पीड़ित परिवार को सुरक्षा की मांग की है।https://t.co/L3YDeoD8Ob
क्या है हकीकत? पड़ताल में हमे इस सम्बन्ध में वोकल टीवी की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट के मुताबिक योगेश प्रमुख पर हुए जानलेवा हमले के मामले में पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के द्वारा हमले के दौरान इस्तेमाल वाहन भी पुलिस ने बरामद किया है। आरोपितों में सुमित पुत्र पप्पू व राजन पुत्र पप्पू निवासी मकदुमपुर थाना मंगलौर जनपद हरिद्वार शामिल हैं।
इस सम्बन्ध में हिंदुस्तान की रिपोर्ट में भी बताया गया है कि कोतवाली रुड़की पुलिस ने दलित नेता योगेश पर हुए हमले के आरोप में गिरफ्तार किए गए आरोपी राजन व सुमित निवासी मखदुमपुर का चालान कर दिया है। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की दबिश जारी है।
इसके बाद हमने एक स्थानीय पत्रकार की मदद से मखदुमपुर गांव के पूर्व प्रधान विजय कुमार से सम्पर्क किया। विजय कुमार ने बताया कि राजन व सुमित सगे भाई हैं। उनका कुछ वक्त पहले योगेश और उसके भाई से विवाद हुआ था। इसी वजह से हमले का घटनाक्रम सामने आया है। साथ ही, उन्होंने बताया कि आरोपी अनुसूचित वर्ग की जाटव जाति से हैं।
इसके बाद हमने रुड़की सीओ नरेंद्र पंत से सम्पर्क किया। सीओ ने बताया कि दोनों पक्षों में पूर्व के विवाद की वजह से झगडा हुआ है। अभी तक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। हालाँकि घटना में किसी तरह का जातिगत एंगल नहीं है, गिरफ्तार मुख्य आरोपी अनुसूचित जाति वर्ग से हैं।
| दावा | हकीकत |
| रूडकी पर दलित नेता योगेश प्रमुख पर हमला हुआ, भाजपा राज में दलित सुरक्षित नहीं हैं। | योगेश और उसके भाई का घटना में मुख्य आरोपी राजन व सुमित से कुछ वक्त पहले विवाद हुआ था। इसी वजह उन्होंने योगेश पर हमला किया। साथ ही, आरोपी अनुसूचित वर्ग की जाटव जाति से हैं। |

