देश में बेरोजगारी का आरोप लगाते हुए केंद्र सरकार खिलाफ विपक्षी दल हमलावर हैं। विपक्ष के बयानों में ‘2 करोड़ रोजगार’ का खासा जिक्र है। आरोप है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान हर साल दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था। हालाँकि पड़ताल में यह आरोप गलत साबित होता है। इस झूठ को कई पत्रकार भी साझा कर रहे हैं।
कांग्रेस पार्टी के ऑफिशल अकाउंट से एक ट्वीट में लिखा गया है कि मोदी जी, 7 साल पहले आप हर साल युवाओं को 2 करोड़ रोजगार देने वाले थे, यानी अब तक 14 करोड़ लोगों को रोजगार मिलना चाहिए था लेकिन हकीकत में 14 करोड़ से ज्यादा नए लोग बेरोजगार हो गए हैं।एक दूसरे ट्विट में कांग्रेस नेता पवन बंसल के हवाले से कहा गया है कि इस सरकार ने 7 साल पहले जब सत्ता संभाली थी, तो प्रति वर्ष 2 करोड़ रोजगार देने का वादा किया था। लेकिन हुआ ठीक उसके विपरीत, पिछले वर्ष विभिन्न क्षेत्रों से ढ़ाई करोड़ युवाओं के रोजगार चले गये।
मोदी जी, 7 साल पहले आप हर साल युवाओं को 2 करोड़ रोजगार देने वाले थे, यानी अब तक 14 करोड़ लोगों को रोजगार मिलना चाहिए था, लेकिन हकीकत में 14 करोड़ से ज्यादा नए लोग बेरोजगार हो गए हैं। pic.twitter.com/oAjzlO7ASP
— Congress (@INCIndia) March 12, 2021
प्रियंका गाँधी ने ट्विट कर लिखा कि हर साल 2 करोड़ युवाओं को रोजगार का वादा करने वाली बीजेपी सरकार में रोजगार की स्थिति देखिए। बेरोजगारी पिछले 45 साल के चरम पर, 28 लाख सरकारी नौकरियों के पद खाली, भर्तियों, इम्तिहान, परिणाम और ज्वाइनिंग का नामोनिशान नहीं। झूठे वादे नहीं, छात्रों को नौकरी चाहिए।
हर साल 2 करोड़ युवाओं को रोजगार का वादा करने वाली भाजपा सरकार में रोजगार की स्थिति
👉बेरोजगारी पिछले 45 साल के चरम पर
👉28 लाख सरकारी नौकरियों के पद खाली
👉 भर्तियों, इम्तिहान, परिणाम और ज्वाइनिंग का नामोनिशान नहींझूठे वादे नहीं #StudentsWantJobs
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) March 12, 2021
कांग्रेस पार्टी की छात्र विंग एनएसयूआई के ट्विट में कांग्रेस नेता अल्का लाम्बा के हवाले से लिखा है कि मोदी सरकार ने 2 करोड़ रोज़गार प्रतिवर्ष देने का वादा किया था लेकिन नौकरियाँ देने के बदले इस सरकार ने छात्रो को धोखा देने का काम किया है, यह लड़ाई देश के प्रत्येक नागरिक की है और सबको मिलकर इस तानाशाह सरकार से लड़ना होगा।
मोदी सरकार ने 2 करोड़ रोज़गार प्रतिवर्ष देने का वादा किया था लेकिन नौकरियाँ देने के बदले इस सरकार ने छात्रो को धोखा देने का काम किया है, यह लड़ाई देश के प्रत्येक नागरिक की है और सबको मिलकर इस तानाशाह सरकार से लड़ना होगा : @LambaAlka जी pic.twitter.com/YRwER2jpiN
— NSUI (@nsui) March 12, 2021
पिछले वर्ष पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश के बेरोजगार युवाओं के लिए नौकरियों की मांग करते हुए एक ऑनलाइन अभियान शुरू किया था। समाचार बेबसाईट आजतक के मुताबिक ‘रोज़गार दो’ अभियान को लॉन्च करते हुए राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि उन्होंने हर साल 2 करोड़ लोगों को रोजगार देने का अपना वादा पूरा नहीं किया।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में कवरेज के दौरान पत्रकार अजीत अंजुम ने एक वकील से सवाल करते हुए पूछा कि मोदी सरकार ने साढ़े 6 साल में कितने लोगों को नौकरी दे दी, हर साल दो करोड़ नौकरी हर साल बोला था तो साढ़े 6 साल में कम से कम 12-13 लाख को मिलना चाहिए।
कोलकाता में ये काले कोट वाले भाई साहब भी मिले ..
क्या कह रहे हैं खुद सुनिए https://t.co/VYxJP9QzYI#WestBengalElections2021 #Bengal #MamtaBanerjee pic.twitter.com/xURIQWodP7— Ajit Anjum (@ajitanjum) March 15, 2021
फिल्ममेकर विनोद कापडी ने भी हर साल 2 करोड़ रोजगार की बात को दोहराया है।
हर साल 2 करोड़ रोज़गार के ऐलान के बाद डेढ़ साल में 10 लाख सरकारी रोज़गार के ऐलान को मास्टर स्ट्रोक कहने वाले आते ही होंगे। https://t.co/6TPpelkdEb
— Vinod Kapri (@vinodkapri) June 14, 2022
यूथ कांग्रेस अध्यक्ष श्रीनिवासन बीवी एक तख्ती लिए बैठे हैं, इसमें भी 2 करोड़ रोजगार की मांग का वादा दोहराया गया है।
We want 2 crore jobs you promised, we don’t want contractual Agnipath!#AgnipathWapasLo #SatyagrahAgainstAgnipath pic.twitter.com/Iu8d7uzHeJ
— Indian Youth Congress (@IYC) June 19, 2022
फैक्ट चेक पत्रकार मोहम्मद जुबैर ने भी एक ट्वीट में दो करोड़ रोजगार की बात कही है।
In 2014 they said 2 crore jobs. Why are they cheating the youth like this? If someone cheats we can’t forgive them. https://t.co/0AqN7qOnPd
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) February 6, 2018
केंद्र सरकार के खिलाफ रोजगार न देते का आरोप लगाते हुए ट्विटर पर दो करोड़ रोजगार देने की बात अक्सर लिखी जाती है। पत्रकार रोहिणी सिंह, हंसराज मीणा, द प्लुरल्स पार्टी, सदफ आफरीन ने भी ट्वीट में इसी का जिक्र किया है। फेसबुक पर लोग यही दावा करते हैं।
क्या है हकीकत? पड़ताल में हमे नवम्बर 2013 को समाचार बेबसाईट फर्स्टपोस्ट और इकोनॉमिक टाइम्स पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। भाजपा के उस वक्त के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की यूपी के आगरा रैली के बाद यह प्रकाशित हुई थी। इस खबर में दावा किया गया कि पीएम ने रैली में एक करोड़ रोजगार देने का वादा किया है।
इसके बाद हमने पीएम मोदी की आगरा रैली के वीडियो को खंगाला, 21 नवंबर 2013 को गुजरात के तत्कालीन सीएम और बीजेपी के पीएम पद के दावेदार मोदी की आगरा में रैली थी। अपने भाषण(नीचे वीडियो में 18 मिनट से) में पीएम मोदी ने रोजगार का जिक्र किया ।
पीएम मोदी ने कहा, ”दिल्ली में बैठी हुई कांग्रेस की सरकार ने वादा किया था कि सरकार बनेगी तो वे हर वर्ष एक करोड़ नौजवानों को रोजगार देंगे। भाइयों-बहनों आप मुझे जवाब देंगे, मैं आपसे सवाल पूछूं, आप जवाब देंगे। कांग्रेस ने लोकसभा के चुनाव में वादा किया था कि अगर हम सत्ता में आएंगे तो एक करोड़ लोगों को रोजगार देंगे। वादा किया था, पूरे ताकत से बोलो वादा किया था, कांग्रेस ने वादा किया था, वादा निभाया? आपमें कोई है भाई जिसको दिल्ली सरकार ने नौकरी दी हो। आपमें कोई है जिसको दिल्ली सरकार ने रोजगार दिया हो।
पड़ताल में पता चलता है कि कांग्रेस ने 2004 लोकसभा चुनाव के दौरान अपने मेनिफेस्टो में ‘एक करोड़ रोजगार हर साल’ देने का वादा किया था, नरेंद्र मोदी ने इसी को लेकर कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा था।
| Congress 2004 Manifesto | |
वहीं भाजपा ने 2014 के मेनिफेस्ट में रोजगार का 13 बार जिक्र किया गया है लेकिन सरकार बनने के बाद कितने लोगों को रोजगार देंगे इस संख्या का जिक्र मेनिफेस्टो में नहीं है। 16वीं लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार में भाजपा ने एक वीडियो के माध्यम से रोजगार देने का वादा किया था लेकिन इस वीडियो में कितने लोगों को रोजगार देंगे, इसका जिक्र नहीं हैं।
राहुल गाँधी ने की संसद ‘दो करोड़ रोजगार’ की बात: 21 जुलाई 2018 राहुल गांधी ने संसद में बोलते हुए रोजगार का मुद्दा उठाया। राहुल गांधी ने कहा कि हिन्दुस्तान के युवाओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा किया था। हर भाषण में प्रधानमंत्री ने कहा था कि दो करोड़ युवाओं को मैं हर साल रोजगार दूंगा और सच्चाई है कि सिर्फ 4 लाख युवाओं को रोजगार मिला है।
राहुल गाँधी के सवाल का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि रोजगार को लेकर बहुत सारे भ्रम फैलाए जा रहे हैं और फिर एक बार सत्य को कुचलने का प्रयास, आधारहीन बातें, कोई जानकारी नहीं ऐसे गपगोले चलाना। अच्छा होगा अगर उसमें थोड़ा बारिकी से ध्यान देते तो देश के नौजवानों को निराश करके राजनीति करने का पाप नहीं करते। सरकार ने सिस्टम में रोजगार से संबंधित अलग-अलग आंकड़ों को देश के समक्ष हर महीने प्रस्तुत करने का निर्णय किया है।
एबीपी न्यूज ने भी अपनी पड़ताल में दो करोड़ रोजगार देने के वादे को गलत बताया है।
टाइम्स नाऊ के इंटरव्यू में 2 करोड़ रोजगार देने के आरोप को पीएम मोदी ने नकारा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टाइम्स नाऊ को 19 अप्रैल 2019 को इंटरव्यू दिया। इस इंटरव्यू में रोजगार के मुद्दे पर सवाल किया गया। पत्रकार राहुल शिवशंकर ने कहा कि आपकी सरकार ने कहा था कि 10 करोड़ जॉब्स देंगे 5 साल के बाद, इसी बीच पीएम मोदी ने उन्हें टोकते हुए कहा ”आप रिसर्च करते हैं क्या।”
राहुल शिवशंकर ने कहा कि आंकड़े आए हैं। जवाब में पीएम मोदी ने कहा, ”मैं चाहूंगा कि रिसर्च कीजिए, कब कहा, कहां कहा, कहां लिखा हुआ है। वो भी जरा एक बार चेक कर लीजिए। लेकिन अगर कांग्रेस जो चर्चा कर रही है वही आपके सवाल का आधार है। टाइम्स नाऊ को रिसर्च टीम बनानी चाहिए।”
निष्कर्ष: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर साल दो करोड़ रोजगार देने का वादा नहीं किया था, भाजपा के मेनिफेस्टो में भी इसका जिक्र नहीं है। असल में कांग्रेस पार्टी ने 2004 लोकसभा चुनाव में अपने मेनिफेस्टो में हर साल एक करोड़ रोजगार देने का वादा किया था, पीएम मोदी इसी को लेकर कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा था।
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