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23 Dec 2024, Mon

सुल्तानपुर में सूरज शुक्ला की हत्या में जातिगत एंगल नहीं है

उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में बीते दिनों कलेक्शन एजेंट सूरज शुक्ला की हत्या कर दी गयी। सोशल मीडिया में लोग इस घटना में जातिगत रंग दे रहे हैं।

अभिनय ने लिखा, ‘सुल्तानपुर में एक और ब्राह्मण की मौत ने उत्तर प्रदेश की हकीकत को एक बार फिर सामने रखा है। जौनपुर के सूरज शुक्ला, जो एक सामान्य कलेक्शन एजेंट थे, की सड़क के किनारे लाश मिली है। ये घटना सिर्फ एक व्यक्तिगत त्रासदी नहीं है, बल्कि हमारे समाज की गहरी समस्या का हिस्सा है। हर दिन बढ़ रही इन हत्याओं के पीछे एक बड़ा सवाल है: क्या यह सरकारी, राजनैतिक दलों और मीडिया द्वारा फैलाए गए नफ़रत के जहर का नतीजा है?’

अंकुर मिश्रा ने लिखा, ‘उत्तर प्रदेश में एक और ब्राह्मण हत्या सब चुप हैं इस मामले में क्यूंकि मरने वाला ब्राह्मण है। 5 दिन पहले रविवार की रात में सूरज शुक्ला की हत्या सुल्तानपुर जिले में दोस्तपुर थाने के अंतर्गत देवरपुर पलियागोलपुर गांव के पास कर दी गई। ना तो मामला कहीं बड़े चैनल पर चला ना ही किसी बड़े यूट्यूवर ने दिखाया ना तो विपक्ष के किसी नेता ने आवाज़ उठाई ना तो अभी तक कोई कार्यवाही हुई। ब्राह्मणों की सुनने वाला ना तो पक्ष है और ना ही विपक्ष एक समय था यूपी में ब्राह्मणों के अनुसार सरकार बनती थी।’

अनुज अग्निहोत्री ने लिखा, ‘सुल्तानपुर… हिंदुत्व के हवन में एक और ब्राह्मण की आहूति। जौनपुर निवासी सूरज शुक्ला जो L&T कंपनी कादीपुर में कलेक्शन एजेंट का काम करते थे उनकी सड़क के किनारे आज लाश मिली है! उत्तर प्रदेश में दिन प्रतिदिन बढ़ती ब्राह्मणों की हत्याओं के पीछे सरकार, राजनैतिक दलों और मीडिया के द्वारा भरा गया जहर और नफ़रत ही है? आखिरकार ब्राह्मणों की हत्याएं कैसे रूकेंगी?’

क्या है हकीकत? पड़ताल में हमने सम्बन्धित कीवर्ड्स को गूगल सर्च किया तो एनबीटी और दैनिक भास्कर की वेबसाईट पर प्रकाशित रिपोर्ट मिली। इन रिपोर्ट्स के मुताबिक सुल्तानपुर में एलएनटी कंपनी के कलेक्शन एजेंट व जौनपुर के थाना मड़ियाहूं अंतर्गत कुत्तुपुर, छंगापुर निवासी सूरज शुक्ला पुत्र गुलाब शुक्ला की हत्या हुई थी। इस मामले में मृतक के पिता गुलाब शुक्ला ने हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया। पुलिस को अपनी जांच में कॉल सीडीआर में 5 बजे से 7 बजे के बीच में प्रीयेश पाण्डेय के मोबाइल से सूरज के नंबर पर 22 कॉल का सबूत मिला। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ में प्रीयुश पाण्डेय ने बताया कि करीब 15 महीने पूर्व उसने एलएनटी कंपनी से 68 हजार का लोन लिया। जिसमें एक किश्त रुपये 3650 की शेष थी। आर्थिक तंगी के कारण वो किश्त जमा नहीं कर सका। घटना वाले दिन उसने मृतक सूरज को कॉल कर पैसे ले जाने को कहा। प्रीयेश ने बताया जब सूरज हमारे पास आया तो हमने उसके सिर पर 5 सूत की सरिया से वार किया, जिससे उसकी मौत हो गई। उसके बाद मैं देवरपुर में शव को छोड़कर घर लौट आया।

दावा सुल्तानपुर में एक और ब्राह्मण सूरज शुक्ला की हत्या कर दी।
हकीकतसुल्तानपुर में कलेक्शन एजेंट सूरज शुक्ला की हत्या प्रीयेश पाण्डेय ने की थी, प्रीयेश ने एक कम्पनी से लोन ले रखा था। आर्थिक तंगी की वजह से वो लोन देने में सक्षम नहीं था इसीलिए उसने कलेक्शन एजेंट की हत्या की।

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