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2 Apr 2025, Wed

उद्धव ठाकरे ने मुगल आक्रान्ता औरंगजेब को अपना भाई नहीं कहा था

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्‍यमंत्री उद्धव ठाकरे का एक वीडियो सोशल मीडिया में काफी वायरल किया जा रहा है। इस वीडियो के साथ लोग दावा कर रहे हैं कि उद्धव ठाकरे ने मुगल आक्रांता औरंगज़ेब को अपना भाई बताया और कहा कि औरंगजेब ने भारत के लिए अपनी जान क़ुर्बान कर दी।

नारायण यादव ने एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, ‘औरंगजेब अपना भाई था जिसने भारत माता के लिए कुर्बानी दी थी- सुनो इस कलंकी कि जुबानी! सत्ता मोह और सोनिया की संगत में ये मूर्ख इतना पगला गया है कि हिंदुओं के हत्यारे और शिवाजी के सबसे बड़े शत्रु के बारे में नया इतिहास पढ़ा रहा है’

मनोज श्रीवास्तव ने लिखा, ‘औरंगजेब अपना भाई था जिसने भारत माता के लिए कुर्बानी दी थी सुना हिंदुओं राजनैतिक भिखारी उद्धव ठाकरे के गंदे शब्द’

अनीता ने लिखा, ‘औरंगजेब मेरा भाई था लगता है इसका भी खतना हो चुका है’

क्या है हकीकत? पड़ताल हमे उद्धव ठाकरे के फेसबुक पेज पर पूरा वीडियो मिला। इस वीडियो को 19 फरवरी 2023 को एक कार्यक्रम के दौरान फेसबुक से लाइव किया गया था। तब उद्धव ठाकरे ने उत्तर भारतीय समाज के साथ एक चर्चा सत्र में भाग लिया था।

इस वीडियो के 32 मिनट के बाद उद्धव ठाकरे को यह बोलते हुए सुना जा सकता है, ‘एक अपना फौजी था, कश्‍मीर में। वह छुट्टी लेकर घर जा रहा था, परिवार को मिलने को। जब आतंकवादियों को पता चला कि यह अभी छुट्टी लेकर अकेला जा रहा है, तो बीच में उसे किडनैप किया गया हलाल के लिए। कुछ दिनों बाद उसका क्षत-विक्षत शरीर कहीं मिल गया। वह अपना था या नहीं था। जिसने देश के लिए कुर्बानी दी है। अभी मैं कहूं कि वह मेरा भाई था। आप कहेंगे कि लेकिन आपको नाम पता है, क्‍या है? उसका नाम औरगंजेब था। होगा ना, मजहब से मुसलमान होगा, था ही। लेकिन उसने अपने देश के लिए कुर्बानी दी। भारत माता जिसको कहते हैं, उसके लिए अपनी जान तक दे दी। क्‍या वह अपना भाई नहीं था? वह अपना भाई ही था।’

हमने भारतीय सेना के जवान औरंगजेब के सम्बन्ध में गूगल सर्च किया तो 14 अगस्त 2018 को प्रकाशित आज तक की वेबसाइट पर एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट मुताबिक राष्ट्रीय राइफल्स के जवान औरंगज़ेब को जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों ने अगवा करके हत्या कर दी थी। उनका शव पुलवामा ज़िले के गुस्सू इलाक़े में मिला था। औरंगज़ेब 15 जून को ईद मनाने के लिए घर जा रहे थे तभी कालम्पोरा गांव के पास आतंकवादियों ने उन्हें अगवा कर लिया था। उनका गोलियों से छलनी शव कालम्पोरा से 10 किलोमीटर दूर गुस्सू में मिला था। औरंगज़ेब जम्मू-कश्मीर के पुंछ के रहने वाले थे और 4-जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फेंटरी के शादीमार्ग (शोपियां) स्थित 44 राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे।

दावाहकीकत
उद्धव ठाकरे ने मुगल आक्रांता औरंगजेब को उद्धव ठाकरे का एडिटेड और अधूरा वीडियो वायरल करके झूठ फैलाया जा रहा है। ठाकरे ने कश्‍मीर में शहीद हुए सैनिक औरंगजेब को अपना भाई बताया था।

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