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22 Nov 2025, Sat

यह वीडियो दलित दूल्हे को घोड़ी से उतारने का नहीं, घुड़दौड़ प्रतियोगिता का है

सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल है। इस वीडियो में कुछ लोग घोड़ी सवार युवक को परेशान करते हुए नजर आ रहा है। साथ ही आसपास तीन और घोड़ियाँ भी दिखाई देती है। लोग दावा कर रहे हैं कि एक दलित दूल्हे को घोड़ी पर चढ़ने से रोका जा रहा है।

हर्ष छिकारा ने एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, ‘आज भी ये हालत है देश में भेदभाव कितना बढ़ा हुआ है  कथित उच्च जाति घोषित इलाके से कोई पिछड़ा घोषित व्यक्ति घोड़ी पर चढ़कर नहीं जा सकता जो लोग हिन्दू राष्ट्र की मांग में पैदल यात्रा निकाल रहे हैं वो ऐसी जगह जाकर एकता की बात क्यों नहीं करते’

दलित वॉयस ने लिखा, ‘एक दलित दूल्हा घोड़ी पर सवार हुआ, और अत्याचारी सवर्ण हिंदू दहशत में आ गए। यही हिंदुत्व का असली चेहरा है—एक ऐसी विचारधारा जो दलितों के सम्मान की मांग करते ही ध्वस्त हो जाती है।’

बलवीर सिंह ने लिखा, ‘आजादी के 78 साल बाद भी भारत में सवर्णों ने जानबूझकर संविधान को पूर्णतया लागू नहीं किया गया। यदि संविधान पूर्णतया लागू होता तो ये मुठ्ठी भर विदेशी आर्य एक दलित दुल्हे को घोड़ी से उतारने की हिम्मत नहीं जुटा पाते। संविधान तो केवल कहने को है इनके दिमाग पर #मनुस्मृति आज भी हावी है।’

एके तिवारी ने लिखा, ‘चमार के हांथों से पानी पीने खाना खाने से कुछ जातियों का धर्म भ्रष्ट हो जाता है,आज भी हमारे देश में इस तरह के मिथ्या धारणाएँ व्याप्त है। वो चमार है इसलिए अच्छे कपड़े नहीं पहन सकता, घोड़े पर नहीं बैठ सकता, वो अछूत है,इंसानियत मर चुकी है क्या,?’

अर्पिता दास ने लिखा, ‘एक ऐसा समुदाय जिसके खास अधिकार वाले लोग इतने असुरक्षित हैं कि जब वे कम अधिकार वाले लोगों को वे निशानियां पहनते हुए देखते हैं, जिन पर उन्हें हक होता है, तो वे घबरा जाते हैं। आज भारत में यही हिंदू समुदाय है। इसमें कोई शक नहीं कि नए भारत में जातिवाद, जातिगत हिंसा और जाति के आधार पर खुद को बड़ा दिखाना फल-फूल रहा है।’

डॉ. बीएल बैरवा ने लिखा, ’21 वी सदी का भारत! जात-पात, ऊँच-नीच और भेदभाव के ज़हर से सड़ा हुआ समाज’

इस वीडियो को रवि परमार, प्रियांशु कुमार, मंजीत सिंह, आज तक पैरोडी, विनोद कुमार, अजय कुमार, सतवंत सिंह राना ने भी जातिगत रंग देते हुए पोस्ट किया है।

क्या है हकीकत? पड़ताल में हमने वीडियो के अलग अलग स्क्रीनशॉट्स को गूगल रिवर्स सर्च किया तो यह वीडियो हमे आंध्र प्रदेश निवासी एक युवक ‘Venu Ta RRock‘ की फेसबुक और इन्स्टाग्राम प्रोफाइल पर मिला। इस वीडियो को तीन अक्टूबर को अपलोड करते हुए आंध्रप्रदेश के जिले कर्नूल में मड्डिकेरा का बताया गया है। साथ ही फाईट, हॉर्सराईडिंग, हॉर्सरेसिंग, दशहरा हैशटैग भी दिए हैं।

पड़ताल में हमे ‘Venu Ta RRock‘ के यूट्यूब चैनल पर वायरल वीडियो वाली लोकेशन का एक दूसरा वीडियो भी मिला। इस वीडियो में एक साथ कई लोग घुड़सवारी करते हुए नजर आ रहे हैं।

हमे उनकी फेसबुक प्रोफाइल पर हॉर्स रेसिंग का एक और वीडियो मिला। इस वीडियो को 3 अक्टूबर 2025 को अपलोड किया गया गया था।

इसके बाद हमने ‘Venu Ta RRock‘ की फेसबुक प्रोफाइल की पड़ताल की तो पता चला कि उन्होंने मड्डिकेरा में दहशरा पर हॉर्स रेसिंग बताते हुए इसी तरह के वीडियो अक्टूबर 2024, अक्टूबर 2023, अक्टूबर 2022, अक्टूबर 2021, अक्टूबर 2020 में भी अपलोड किए हैं।

  • Oct 2023

पड़ताल के अंत में हमे ETV आंध्र प्रदेश की एक रिपोर्ट भी मिली। इस रिपोर्ट के साथ बताया गया है कि कर्नूल ज़िले के मड्डिकेरा में दशहरा उत्सवों के हिस्से के रूप में आयोजित होने वाली घुड़दौड़ प्रतियोगिताएँ धूमधाम से हुईं। पूर्वजों से चली आ रही इस परंपरा को चाहे कितनी भी परेशानियाँ क्यों न आएँ लोग अपनी जान की परवाह किए बिना बड़े उत्साह से आयोजित करते आ रहे हैं। सबसे पहले मड्डिकेरा के पास स्थित भोगेश्वरालय में सैकड़ों लोग जुलूस के रूप में जाकर पूजा करते हैं। उसके बाद घुड़दौड़ प्रतियोगिताएँ शुरू होती हैं। इन प्रतियोगिताओं को देखने के लिए आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग यहाँ आते हैं।

दावादलित युवक को घोड़ी पर चढ़ने से रोका गया।
हकीकतवायरल वीडियो आंध्र प्रदेश के कर्नूल ज़िले के मड्डिकेरा का है। यहाँ दशहरा उत्सव घुड़दौड़ प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाती है।

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