मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल है, वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि शिवराज सिंह चौहान बचपन में अपने गुरु से जब भी मिलते थे उनके सिर पर पैर रखते थे। पड़ताल में पता चलता है कि वायरल वीडियो एडिटड है, शिवराज सिंह की जुबान जरुर फिसली थी लेकिन आगे के हिस्से में शिवराज सिंह चौहान वाक्य को सुधार लेते हैं।
कांग्रेस कार्यकर्ता विकास सिंह बघेल इस वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा है कि हमारे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी अपने गुरु जी के सिर मे पैर रखते थे। जो भाजपा ने खेल शुरु किया है उसका अंत अब हम करेंगे। कांग्रेस कार्यकर्ता सुरेन्द्र राजपूत ने लिखा है कि ये हैं भाजपा के संस्कार, अपने गुरु के सर पर पैर रखते थे भाजपा के CM श्री शिवराज चौहान। खुद बता रहे हैं सुन लीजिये।
हमारे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी अपने गुरु जी के सिर मे पैर रखते थे. @BJP4MP @CMMadhyaPradesh
जो भाजपा ने खेल शुरु किया है उसका अंत अब हम करेंगे. pic.twitter.com/Nmg9AWhcqQ
— Vikas Singh Baghel (@vikasbaghel27) September 5, 2022
कांग्रेस नेता रवि जोशी ने ट्वीट कर लिखा है कि शिवराज जी, कौन सा विद्यार्थी अपने गुरु के सिर पर पैर रखता है?
शिवराज जी, कौन सा विद्यार्थी अपने गुरु के सिर पर पैर रखता है ? pic.twitter.com/hcLT0ElXEL
— Ravi Joshi (@ravijoshiinc) September 4, 2022
क्या है हकिकत: इस वीडियो से शिक्षक और छात्र की बात हो रही है तो हमने इन कीवर्ड्स को गूगल पर सर्च किया जिसके बाद हमे दैनिक भास्कर की 5 सितम्बर 2022 की प्रकाशित खबर मिली। इस खबर के मुताबिक मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को राजधानी के भेल दशहरा मैदान में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शिक्षकों को संबोधित किया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नई शिक्षा नीति पर बात की साथ ही अपने छात्र जीवन के अनुभव भी साँझा किया। रिपोर्ट में बताया गया कि सीएम ने अपने स्कूल की कहानी सुनाई। उन्होंने कहा कि स्कूल की शिक्षा सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। मैं जैत के सरकारी स्कूल में पढ़ा। भोपाल में भी सरकारी स्कूल में पढ़ा। मेरे गुरुजी श्रद्धेय रतनचंद जैन के पैरों पर सिर रखकर आशीर्वाद हमेशा लेता था। मैं बहुत धीरे पढ़ता था, एक दिन गुरुजी ने कहा-बेटा तुम घबराकर क्यों पढ़ते हो। शब्दों का उच्चारण जोर से करो लेकिन स्पीड धीमी रखो। स्कूल में बालसभा होती थी। गुरुजी उसमें रामायण का पाठ कराते थे। बच्चे दोहे चौपाई पढ़ते थे गुरुजी मुझसे भावार्थ पढ़वाते थे।
यानि दैनिक भास्कर ने अपनी इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो के हिस्से का जिक्र नहीं किया है। चूँकि इस रिपोर्ट से पता चलता है कि वायरल वीडियो एक सरकारी कार्यक्रम का हिस्सा है। लिहाजा हमने शिवराज चौहान के दफ्तर के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर जाकर चेक किया तो हमें पूरा वीडियो मिल गया।
नवनियुक्त शिक्षकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम #Bhopal #ShivrajKaGurukul https://t.co/SGfW4S3diw
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) September 4, 2022
चार सितंबर, 2022 को इस कार्यक्रम का लाइव ब्रॉडकास्ट हुआ था। 1 घंटा 27 मिनट लंबे इस वीडियो में हम 41 मिनट 14 सेकंड पर वायरल वीडियो वाला हिस्सा सुन सकते हैं। इस वीडियो में सिर पर पैर रखने वाली बात के बाद शिवराज खुद को सुधारते हुए कहते हैं, “सदैव ही, उनका आशीर्वाद लेने के लिए हम अपने सिर को उनके पैरों पर सदैव ही रखते थे।”
निष्कर्ष: कार्यक्रम में अपने शिक्षक के बारे में बात करते हुए उनकी जुबान फिसल गई थी और उन्होंने अपने शिक्षक के सिर पर पैर रखने की बात कह दी लेकिन इसके तुरंत बाद उन्होंने भूल सुधार करते हुए अपने के पैरों में सिर रखने की बात कही। जिसे वायरल वीडियो में एडिट कर हटा दिया गया है।