राजस्थान के सुजानगढ़ के राजकीय पीसीबी स्कूल के 12वीं के छात्र रज्जाक ने 31 जनवरी 2023 को आत्महत्या की। इस सम्बन्ध में अब दावा किया जा रहा है कि छात्र को आतंकवादी कहा गया था, इस बात से वो परेशान था।
एक बेबसाईट Maktoob ने 8 अप्रैल को प्रकाशित अपनी रिपोर्ट में बताया है कि राजस्थान के चूरू जिले के सुजानगढ़ के नूरनगर निवासी रज्जाक नामक 12वीं कक्षा के एक मुस्लिम छात्र ने अपने शिक्षकों के उत्पीड़न और इस्लामोफोबिक गालियों से तंग आकर आत्महत्या कर ली। रिपोर्ट के मुताबिक, मृतक ने भाई का आरोप है कि शिक्षक ने छात्र से कहा तू पढ़ कर क्या करेगा। तू मुसलमान है। वैसे भी तुझे आतंकी बनना है। छात्र ने प्रिंसिपल धन्नाराम प्रजापत, रणजीत भींचर, शशि शर्मा व सुनीता शर्मा की प्रताड़ना से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। चारों शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया गया है।
A Muslim student, who was studying at 12th standard, has died by suicide after facing Islamophobic abuse from his teachers. One teacher allegedly told him, ‘You will become a terrorist.’ The family of Razzaq has been waiting for justice for two months.https://t.co/2q5kNOoB1c
— Maktoob (@MaktoobMedia) April 8, 2023
Maktoob ने यह रिपोर्ट द मूकनायक के हवाले से लिखी है। मूकनायक ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि मृतक छात्र की जेब से पुलिस ने एक सुसाइड नोट भी बरामद किया था। मृतक के भाई रुस्तम के मुताबिक रज्ज़ाक ने सुसाइड नोट में उसके साथ ही घटना लिखी है। उसकी मौत के जिम्मेदार लोगों के नाम भी लिखे हैं।
सदफ आफरीन ने ट्वीट कर लिखा है कि राजस्थान के जयपुर में रज़्ज़ाक को शिक्षकों ने इतना प्रताड़ित किया कि वो आत्महत्या कर लिया! 12वीं का छात्र रज़्ज़ाक़ को विद्यालय के शिक्षक “धन्नाराम प्रजापत, शशि शर्मा व रणजीत भींचर” द्वारा रोज दुर्व्यवहार किया जाता था! “तू पढ़ कर क्या करेगा, तू मुसलमान है, वैसे भी तुझे आतंकी बनना है” ~ये शब्द थे एक शिक्षक के 17 वर्षीय छात्र रज्ज़ाक के लिए!
राजस्थान के जयपुर में रज़्ज़ाक को शिक्षकों ने इतना प्रताड़ित किया कि वो आत्महत्या कर लिया!
12वीं का छात्र रज़्ज़ाक़ को विद्यालय के शिक्षक “धन्नाराम प्रजापत, शशि शर्मा व रणजीत भींचर” द्वारा रोज दुर्व्यवहार किया जाता था!
“तू पढ़ कर क्या करेगा, तू मुसलमान है, वैसे भी तुझे आतंकी… pic.twitter.com/6OCagmqG52
— Sadaf Afreen صدف (@s_afreen7) April 8, 2023
प्रोपेगेंडाबाज अशोक स्वेन ने ट्वीट कर लिखा कि राजस्थान में 12वीं कक्षा के एक मुस्लिम
छात्र ने ‘आतंकवादी’ कहे जाने और अपने शिक्षकों द्वारा इस्लामोफोबिक
दुर्व्यवहार किए जाने के बाद आत्महत्या कर ली।
Being a Muslim in Majoritarian India – A 12-class Muslim student in Rajasthan committed suicide after being called a ‘terrorist’ and being Islamophobic abused by his teachers. pic.twitter.com/kobccsk495
— Ashok Swain (@ashoswai) April 9, 2023
इसके अलावा पुनीत कुमार सिंह, अब्दुल काहिर समेत कई यूजर्स ने यही दावा किया है।
पड़ताल: इस मामले की पड़ताल हमे मृतक के भाई रुस्तम की एफआईआर की कॉपी मिली। रुस्तम की शिकायत पर लांडनू पुलिस ने प्रिंसिपल धन्नाराम प्रजापत, शशि शर्मा, रणजीत भींचर के खिलाफ आईपीसी की 306 के तहत केस दर्ज किया गया है।
FIR |
रुस्तम ने अपनी शिकायत में बताया है कि मेरा भाई रज्जाक राजकीय पीसीबी स्कूल सुजानगढ मे कक्षा 12 मे पढता था। कुछ समय पहले वह मेरे पास आया और बताया कि मेरे स्कूल वाले मेरे साथ अमानवीय व्यवहार करते हैं तथा जातिवाद करते रहते हैं। इसके चलते मुझे कई बार मारपीट भी गई। अब इन्होने मुझे स्कूल से निकाल दिया हैं। आप मेरे साथ स्कुल चलो तब मै मेरे भाई के साथ करीब 20.21.23 को स्कूल गया तब वहां के अध्यापक वर्ग ने मेरे साथ भी बुरा व्यवहार किया, मैने उन्होने समझाने की बहुत कोशिश की लेकिन वो नहीं माने। वहां धन्नाराम प्रजापत, शशि शर्मा, रणजीत भींचर व अन्य अध्यापकों द्वारा मेरे व मेरे भाई के साथ बुरा व्यवहार किया। उसके बाद भी मैने अपने भाई को भला बुरा कहकर पुनः स्कूल जाने के लिये कहा तब वह पुनः स्कूल जाने लगा। बाद में मुझे पता चला कि उसका नाम स्कूल से काट दिया गया हैं। तब मै आज कल में स्कूल जाने वाला था।
हमने सम्बन्धित कीवर्ड्स को गूगल पर सर्च किया तो दैनिक भास्कर पर दो माह पुरानी प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक रज्जाक के भाई रुस्तम ने बताया कि टीचर 10 जनवरी से उसे टॉर्चर कर रहे थे। उसका नाम काट दिया था। रुस्तम ने बताया कि वापस नाम जोड़ने के लिए टीचर्स ने रुपए मांगे। यह रज्जाक ने सुसाइड नोट में भी लिखा है। जबकि प्रिंसिपल धन्नाराम प्रजापत ने बताया कि बच्चा काफी समय से स्कूल नहीं आ रहा था, इसलिए उसका नाम कट गया। जो आरोप लगाए गए हैं, वे सरासर गलत व बेबुनियाद हैं। इस तरह कोई शिक्षक किसी बच्चे के साथ नहीं करता।
इस मामले में एक यूट्यूब चैनल ‘सुजानगढ़ सूचना’ पर मृतक के भाई रुस्तम का एक वीडियो मिला। इस वीडियो को 1 फरवरी को अपलोड किया गया है। इस वीडियो में रुस्तम बताते हैं, ‘छात्र को 10 जनवरी से प्रताड़ित कर रहे थे, उसका मानसिक शोषण कर रहे थे, उससे फिरौती की रकम वसूली थी लेकिन उसने मना कर दिया मेरे पास इतने रूपये नहीं हैं और घर पर भी उसने कुछ जिक्र नहीं किया।’
एक दूसरे यूट्यूब चैनल ‘Scn Plus’ के एक वीडियो में एक छात्र ने बताया, ‘मै रज्जाक के साथ ही कक्षा 12th में पढता हूँ, रज्जाक कल सुबह स्कूल आया। उसको प्रिंसिपल सर के द्वारा कहा गया कि तू काम पूरा करके लेकर आ, तेरा नाम लिख दिया जाएगा। तो वो काम पूरा करके लेकर आया। तो हमारे वाइस प्रिंसिपल रंजित सर ने काम पूरा करने के बाद भी उसके साथ मारपीट की। जिस वजह से रज्जाक वहां से गया और सीधे जाकर उसने आत्महत्या की और उस पर सारे टीचर्स ने दवाब डाला, जिससे उसने सुसाइड नोट भी लिखा। प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल द्वारा 10 हजार रुपये की मांग की गयी।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट में पूर्व प्रिंसिपल धन्नाराम प्रजापत ने रज्जाक ने बताया है कि छात्र रज्जाक स्कूल नहीं आता था इसीलिए उसका नाम काटा था। इस दावे की पड़ताल के दौरान हमे एक नोटिस मिला। यह नोटिस 8 दिसम्बर 2022 को स्कूल की तरफ से रज्जाक के परिवार को भेजा गया था। उस दौरान छात्र की मौत मामले में आरोपी धन्नाराम प्रजापत स्कूल के प्रिंसिपल थे। इस नोटिस पर छात्र रज्जाक की माँ मदीना बानो के हस्ताक्षर भी हैं। नोटिस में लिखा गया है कि विद्यार्थी विद्यालय नियमित नहीं आ रहा है। जिसके कारण उसकी उपस्थिति न्यून चल रही है। अतः विद्यार्थी को नियमित स्कूल भेजें अन्यथा राजकीय नियमानुसार नाम पृथक/न्यून उपस्थिति के लिए आप स्वयं उत्तरदायी होंगे।
छात्र के परिवार को नोटिस |
पड़ताल के दौरान हमे सुजानगढ़ के एक पत्रकार ने बताया कि छात्र रज्जाक की मौत
के बाद स्कूल ने उसकी उपस्थिति से सम्बन्धित जानकारी प्रशासन से साझा की
थी। कॉलेज के नए प्रिंसिपल चंद्रकला वर्मा ने इसमें बताया है कि छात्र
रज्जाक जुलाई 2022 में 30, अगस्त में 16, सितम्बर में 6, अक्टूबर में 4,
नवम्बर में 37, दिसम्बर में 13 और जनवरी 2023 में नाम काटे जाने तक 18 बार
अनुपस्थिति रहा है। यानि रज्जाक जुलाई 2022 से जनवरी 2023 तक 266 कार्यदिवस
में 124 बार अनुपस्थित था। (राजस्थान के सरकारी स्कूल में एक दिन में दो
बार छात्रों की उपस्थिति ली जाती है, यह सुबह और इंटरबेल के बाद होती
है।)
छात्र रज्जाक की स्कूल में उपस्थिति |
पड़ताल में हमे News18 पर सितम्बर, 2019 को प्रकाशित एक रिपोर्ट भी मिली जिसमे बताया गया है कि राजस्थान सरकार के शिक्षा विभाग ने 8 बिंदुओं की एक गाइड लाइन तैयार की। जिसके मुताबिक अगर कोई छात्र 10-15 दिन तक लगातार अवकाश पर रहता है तो स्कूल से उसका नाम काट दिया जाएगा।
इस मामले में हमने लांडनू थानाध्यक्ष भजन लाल से बात की। उन्होंने बताया कि
स्कूल न आने की वजह से छात्र का नाम काटा गया था। उन्होंने यह भी बताया कि
इस मामले की जांच अब अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नागोर राजेश मीना कर रहे हैं।
इसके
बाद हमने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नागोर राजेश मीना से सम्पर्क किया। राजेश
मीना ने हमे बताया कि सुसाइड लेटर को जांच के लिए FSL लैब में भेजा गया।
उसमे ‘आतंकवादी’ बोलने जैसी कोई बात नहीं लिखी है। स्कूल में रज्जाक के
अलावा भी अन्य कई मुस्लिम छात्र हैं, छात्रों के साथ किसी तरह का भेदभाव
अभी तक सामने नहीं आया है। इस मामले में अन्य पहलुओं पर भी जांच कर रहे
हैं।
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