सोशल मीडिया में अक्सर दावा किया जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर भारतीय के खाते में 15 लाख रुपए डालने का वादा किया था। हालाँकि पड़ताल में यह दावा गलत है। सोशल मीडिया वायरल फेक न्यूज के मामले में इस झूठ को सबसे ज्यादा फैलाया जाता है।
आम आदमी पार्टी के यूपी ट्वीटर हैंडल ने एक वीडियो साझा करते हुए लिखा है कि जुमलों की बुनियाद पर खड़ी बीजेपी जनता को महंगाई की चक्की में पीसकर तबाही के कगार पर खड़ा कर दिया है। सत्ता में आने से पहले काले धन पर बड़े-बड़े दावें कर खाते में 15-15 लाख का सपना दिखाने वाले मोदी जी के सत्ता में आने के बाद बीजेपी सरकार में बढ़ी है सिर्फ महँगाई, बेरोज़गारी और काला धन।
जुमलों की बुनियाद पर खड़ी BJP जनता को महंगाई की चक्की में पीसकर तबाही के कगार पर खड़ा कर दिया है। सत्ता में आने से पहले काले धन पर बड़े-बड़े दावें कर खाते में 15-15 लाख का सपना दिखाने वाले मोदी जी के सत्ता में आने के बाद BJP सरकार में बढ़ी है सिर्फ महँगाई, बेरोज़गारी और काला धन। pic.twitter.com/9H27BMWdsb
— Aam Aadmi Party- Uttar Pradesh (@AAPUttarPradesh) July 19, 2022
कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने एक ट्वीट कर लिखा है कि अपने बैंक खातों में
₹15 लाख जमा करना भूल जाइए, पीएम मोदी के ‘मास्टरस्ट्रोक’ ने आपकी मेहनत की
कमाई को ध्वस्त कर दिया है।
🔺Inflation Rate: 6.95%
🔻FD Interest Rate: 5%Forget depositing ₹15-lakh to your bank accounts, PM Modi’s ‘masterstrokes’ have demolished your hard earned savings.#JanDhanLootYojana pic.twitter.com/IfhALlEhpz
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 23, 2022
अन्य ट्वीट में भी राहुल गाँधी ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा बैंक खातों में 15 लाख रुपए डालने का जिक्र किया है।
“15 lakh in every bank account & 2 crore jobs every year”
“Give me 50 days time, else…”
“We will win war against Corona in 21 days”
“Neither has anyone intruded into our territory nor took over any post”
Farmers don’t trust Modi ji due to his long history of ‘asatyagraha’.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 30, 2020
There is also a promise of 15 lakh in every bank account which will come from Mr Lalit Modi’s bank account. So he should start
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 26, 2015
कांग्रेस पार्टी के ट्वीटर हैंडल से इस बात को दोहराया गया है।
7. When will the people of India get their promised Rs 15 lakhs of the black money stashed abroad? :Randeep Surjewala
— Congress (@INCIndia) April 4, 2015
कांग्रेस सांसदों ने पीएम नरेंद्र मोदी पर 15 लाख रुपये देने के वादे को पूरा न करने का आरोप लगाते हुए विरोध किया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 15 लाख रुपये देने के वादे को पूरा नहीं किए जाने को लेकर कांग्रेस के सासंदों ने विरोध कियाhttps://t.co/OZlsPI4TMb
— AajTak (@aajtak) February 12, 2019
इसके अलावा कांग्रेस नेता अल्का लाम्बा,समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान, वाराणसी में चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गाँधी, आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल, ऑल्ट न्यूज के फैक्ट चैकर मोहम्मद जुबैर, प्रतीक सिन्हा ने यही आरोप लगाया है।
क्या है हकीकत: नरेंद्र मोदी 2014 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था। चुनाव के प्रचार के दौरान छत्तीसगढ़ के कांकेर में 7 नवंबर, 2013, को नरेंद्र मोदी की सार्वजनिक रैली में ’15 लाख’ का सबसे पहला उल्लेख मिलता है।
नरेन्द्र मोदी ने मंच से बोलते हुए (नीचे वीडियो में 17:55 से 19:05 मिनट तक) कहा कि पूरी दुनिया कहती है कि भारत में सभी चोर-लुटेरे अपना पैसा विदेशों में बैंकों में जमा करते हैं। विदेशों के बैंकों में काला धन जमा है। कांकेर के मेरे भाईयों और बहनों, मुझे बताओ, यह चोरी का पैसा वापस आना चाहिए या नहीं? यह काला धन वापस आना चाहिए या नहीं? क्या हम इन बदमाशों द्वारा जमा किए गए हर पैसे को वापस लेना चाहिए या नहीं? क्या इस धन पर जनता का अधिकार नहीं है? क्या इस धन का उपयोग जनता के लाभ के लिए नहीं किया जाना चाहिए? अगर एक बार भी, विदेशों में बैंकों में इन चोर-लुटेरों द्वारा जमा किया गया धन, भले ही हम केवल वही वापस लाते हैं, तो हर गरीब भारतीय को 15-20 लाख रुपये मुफ्त में यूहीं मिल जाए। इतने रुपये हैं।
उनके भाषण में उक्त राशि विदेशों में जमा काले धन की मात्रा का संदर्भ है, ना की 15 लाख रुपये हर खाते में जमा करवाने का चुनावी वादा है। खास बात यह भी है कि चुनाव में पैसा बांटना अपराध है, ऐसे में अगर नरेंद्र मोदी चुनावी रैली में इस तरह से 15-20 लाख रुपए बांटने का वादा करते तो चुनाव आयोग उनके खिलाफ कार्रवाई करता। साथ ही विपक्षी राजनैतिक दलों ने भी इस रैली या उसके बाद से आज तक मोदी पर चुनाव में रुपए बांटने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से शिकायत नहीं की है।
बीजेपी की ऑफिशियल वेबसाइट पर 2014 के चुनावी घोषणा पत्र में भी 15-15 लाख रुपये प्रत्येक भारतीय के खाते में डलवाने के वादे का कोई उल्लेख नहीं मिलता है। इससे स्पष्ट है कि पीएम मोदी के इस बयान को चुनावी वादा बताकर गलत तरीके से पेश किया गया है।
निष्कर्ष: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर भारतीय के खाते में 15-15 लाख रुपए डालने का वादा नहीं किया था।