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24 Dec 2024, Tue

अमेरिका में हिंदुओ द्वारा अश्वेत युवक पर हमले का दावा गलत है

सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल है। वीडियो के साथ लोग दावा कर रहे हैं कि अमेरिका में हिंदुवादियों द्वारा एक अश्वेत नागरिक पर हमला किया गया। हालाँकि पड़ताल में पता चलता है कि यह दावा भ्रामक है।  

बॉब वागेनेकर ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि अमेरिका में दो हिंदू चरमपंथियों ने एक अश्वेत व्यक्ति पर हथियारों से हमला किया। सौभाग्य से पीड़ित आसानी से उन्हें निहत्था करने और अपना बचाव करने में सक्षम था। दोनों हिंदू चरमपंथियों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस इसे घृणा अपराध मानकर जांच कर रही है।

Two hindu extremists in America attacked a Black man with weapons. Luckily the victim was easily able to disarm them and defend himself. Both hindu extremists were arrested. The police are investigating it as a hate crime pic.twitter.com/FotyXJdeGc

— Bob Vageneakar 🇮🇳🇨🇦 (@sooraj_sb00) April 26, 2023

इस वीडियो को प्रोपेगेंडा हैंडल सैम, इब्राहीम शेख ने भी ट्वीट किया है।  

क्या है हकीकत? पड़ताल में हमने वायरल वीडियो के अलग-अलग हिस्सों का स्क्रीनशॉट गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया तो यह वीडियो हमे यूट्यूब पर WISN 12 News चैनल पर मिला। यह वीडियो मार्च, 2015 को अपलोड किया गया है। जिसके मुताबिक डोमिनिक स्मिथ नाम के एक शख्स ने स्टोर से कुछ कैंडी चुराने की कोशिश की थी जिसके बाद यह विवाद हुआ।

इसके बाद में हमे इससे सम्बंधित रिपोर्ट समाचार बेबसाईट WISN और FOX6 Now पर प्रकाशित रिपोर्ट मिली। 27 फरवरी 2015 को प्रकाशित इन रिपोर्ट में बताया गया है कि दो स्टोर क्लर्क राजपाल सिंह और विशाल ने स्मिथ पर चोरी का आरोप लगाया, तो उसने कैंडी को फर्श पर फेंक कर जवाब दिया। इसके बाद उन्होंने स्टोर के बाहर स्मिथ का पीछा किया। जैसे ही उन्होंने उसे पकड़ने की कोशिश की तो स्मिथ ने एक क्लर्क के सिर पर वार कर दिया, जिससे वह बेहोश हो गया। इस हमले में उनके सहकर्मी राजपाल सिंह को भी चोट आई।

FOX6 Now

पड़ताल में हमे जुलाई 2015 को FOX6 Now पर प्रकाशित रिपोर्ट भी मिली। इस
रिपोर्ट के मुताबिक डोमिनिक स्मिथ को इसी मामले में कोर्ट ने दोषी ठहराया
था। स्मिथ को $14,000 से अधिक की क्षतिपूर्ति और $3,000 से अधिक अपराध
पीड़ित मुआवजा कार्यक्रम के लिए भुगतान करने का आदेश दिया गया था।

निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि वीडियो 8 साल पुराना है। यह मामला न किसी तरह का सांप्रदायिकता का था, न ही रंगभेद का। यह घटना डोमिनिक स्मिथ
द्वारा एक आपराधिक कृत्य थी, जिसे बाद में कोर्ट ने सजा भी सुनाई थी।

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