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24 Dec 2024, Tue

आम आदमी के लिए 2000 रुपये से अधिक डिजिटल लेन-देन पर 1.1 प्रतिशत चार्ज देने का दावा भ्रामक हैं

सोशल मीडिया में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के जरिए पेमेंट पर चार्ज वसूलने का दावा किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि यह चार्ज 2000 रुपये से अधिक के पेमेंट पर वसूला जाएगा हालाँकि पड़ताल में पता चलता है कि यह दावा भ्रामक है।  

अशोक कुमार पाण्डेय ने ट्वीट कर लिखा कि पहले सबको डिजिटल पेमेंट की आदत लगवाई गई। सबने पेटीएम, फोन पे वगैरह डाउनलोड कर लिया। अब उससे लेन-देन करने पर चार्ज लगा दिया गया।

पहले सबको डिजिटल पेमेंट की आदत लगवाई गई। सबने पेटीएम, फोन पे वगैरह डाउनलोड कर लिया।

अब उससे लेन-देन करने पर चार्ज लगा दिया गया।
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[वैसे कश्मीर के एक राजा हर्ष ने शौच जाने पर भी टैक्स लगा दिया था, उससे तो ठीक ही हैं हालात। थिंक पाज़िटिव]

— Ashok Kumar Pandey अशोक اشوک (@Ashok_Kashmir) March 29, 2023

स्वाति मिश्रा ने ट्वीट कर लिखा कि अब UPI से 2000 रुपए से ज्यादा की कई पेमेंट पर आपको 1.1% तक पीपीआई चार्ज देना होगा। बैंक से कुछ बार के बाद पैसे निकालने पर चार्ज पहले से है। यानी अब आप चाहे जैसे अपना पैसा खर्च करें, उस खर्च करने पर भी चार्ज देना होगा।

अब UPI से 2000 रुपए से ज्यादा की कई पेमेंट पर आपको 1.1% तक पीपीआई चार्ज देना होगा. बैंक से कुछ बार के बाद पैसे निकालने पर चार्ज पहले से है. यानी अब आप चाहे जैसे अपना पैसा खर्च करें, उस खर्च करने पर भी चार्ज देना होगा.

— Swati Mishra (@swati_mishr) March 29, 2023

अखिलेश तिवारी ने लिखा कि 1 अप्रैल से UPI पेमेंट जैसे गूगल पे, फ़ोन पे, PayTM पर 2000 से ऊपर के पेमेंट पर 1.1% surcharge लगाए जाने की खबर आ रही है। आपको घबराना नहीं है। यह सरचार्ज का पैसा देश के विकास में काम आयेगा.. आप और विकास में सहयोग कर सकेंगे।

1 अप्रैल से UPI पेमेंट जैसे गूगल पे, फ़ोन पे, PayTM पर 2000 से ऊपर के पेमेंट पर 1.1% surcharge लगाए जाने की खबर आ रही है।

आपको घबराना नहीं है। यह सरचार्ज का पैसा देश के विकास में काम आयेगा.. आप और विकास में सहयोग कर सकेंगे

— Akhilesh Tiwari (अखिलेश तिवारी) (@Akhilesh_tiwa) March 29, 2023

रणविजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि UPI ट्रांजेक्शन पर वसूली को लेकर कैसा महसूस कर रहे हैं आप?

UPI ट्रांजेक्शन पर वसूली को लेकर कैसा महसूस कर रहे हैं आप?

— Ranvijay Singh (@ranvijaylive) March 29, 2023

क्या है हकीकत? इस मामले में UPI की गवर्निंग बॉडी नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने बाकायदा स्‍पष्‍टीकरण जारी किया है। बयान में बताया गया है कि यूपीआई के जरिये भुगतान मुफ्त, तेज, सुरक्षित और निर्बाध बना रहेगा। एनपीसीआई ने कहा बैंक अकाउंट से दूसरे बैंक अकाउंट में यूपीआई के जरिए लेन-देन करने पर कस्टमर्स को कोई शुल्क नहीं देना होगा। देश में सबसे ज्यादा 99.9 फीसदी यूपीआई ट्रांजैक्शन बैंक अकाउंट के जरिए ही किया जाता है। 

एनपीसीआई ने कहा कि रेग्युलेटरी गाइडलाइंस के मुताबिक प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट (PPI Wallets) अब इंटरऑपरेबल यूपीआई इकोसिस्टम का हिस्सा है। इसे देखते हुए एनपीसीआई ने पीपीआई वॉलेट्स को इंटरऑपरेबल यूपीआई इकोसिस्टम का हिस्सा होने की इजाजत दे दी है। इंटरचेंज चार्ज केवल पीपीआई मर्चेंट ट्रांजैक्शन (Prepaid Payment Instruments Merchant Transactions) पर ही लागू होगा।

NPCI Press Release: UPI is free, fast, secure and seamless
Every month, over 8 billion transactions are processed free for customers and merchants using bank-accounts@EconomicTimes @FinancialXpress @businessline @bsindia @livemint @moneycontrolcom @timesofindia @dilipasbe pic.twitter.com/VpsdUt5u7U

— NPCI (@NPCI_NPCI) March 29, 2023

नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की ओर से साफ कर दिया गया है PPI चार्ज केवल मर्चेंट ट्रांजैक्शन पर लागू होगा। किसी ग्राहक पर इसका बोझ नहीं बढ़ेगा। यानी ग्राहक किसी मर्चेंट को जितना चाहे पेमेंट यूपीआई के जरिए कर सकता है और ये लेन-देन पूरी तरह फ्री रहेगा। 

PPI और इंटरचेंज शुल्क आखिर क्या है?  पीपीआई (PPI) एक तरह का डिजिटल वॉलेट है। जो यूजर को अपने पैसे स्टोर करने की सुविधा देता है। पेटीएम और फोन पे जैसी कंपनियां  पीपीआई का ऑप्शन मुहैया कराती हैं। वहीं इंटरचेंज शुल्क पेमेंट सर्विस देने वाली कंपिनयों द्वारा वॉलेट जारीकर्ताओं जैसे कि बैंकों को दिया जाने वाला शुल्क है। इस तरह ये फीस लेन-देन को स्वीकार करने, संसाधित करने और अधिकृत करने की लागत को कवर करने के लिए लगाया गया है। आसान भाषा में समझा जाए तो अगर कोई ग्राहक
किसी दुकान से 2000 रुपये से ज्यादा की शॉपिंग करता है तो ग्राहक द्वारा
स्कैनर के जरिए यूपीआई द्वारा भेजी ये रकम पूरी दुकानदार के खाते में
पहुंचती थी। अब 1 अप्रैल के बाद UPI QR ट्रांजैक्शन के जरिए दुकानदार के
अकाउंट में जाने वाली रकम में से 1.1 फीसदी इंटरचेंज चार्ज के रूप में
कटेगी। इसका ग्राहक से लेना देना नहीं है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक आम आदमी को कोई शुल्क नहीं देना है, यह शुल्क बस मर्चेंट अर्थात दुकानदारों के लिए है। साथ ही 1.1% की सबसे ऊंची फीस है, कई मर्चेंट्स ऐसे भी हैं, जिन्हें इससे कम इंटरचेंज फीस देनी होगी। जैसे- पेट्रोल पंप प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट का इस्तेमाल करते हुए UPI पेमेंट किया तो इंटरचेंज फीस 0.5% लगेगी। इसी तरह म्यूचुअल फंड्स, इंश्योरेंस, यूटिलिटीज, एजुकेशन पेमेंट पर अलग अलग इंटरचेंज फीस है।

निष्कर्ष: पीपीआई के तहत होने वाले पेमेंट पर शुल्क लगाया है, इसका आम आदमी से कोई लेना देना नहीं है। डिजिटिल पेमेंट पहले की तरह मुफ्त है।

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