आज गुरुवार दोपहर हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। बुधवार को बृहन्मुंबई
महानगरपालिका (बीएमसी) द्वारा कंगना का ऑफिस गिराने के दौरान ही अभिनेत्री
ने बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। कोर्ट ने बीएमसी की कार्रवाई पर
स्टे लगा दिया था। वहीं बीएमसी की इस कार्रवाई पर सवाल भी उठ रहे हैं। ये
वही बीएमसी है जिसे दो महीने पहले ही भिंडी बाजार इलाके में दाऊद इब्राहिम
की सम्पत्ति न तोड़ने पर हाईकोर्ट की कड़ी फटकार लगी थी।
कंगना रनौत
और शिवसेना विवाद के बीच बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने कंगना के
मुंबई स्थित ऑफिस में अवैध निर्माण को लेकर 24 घंटे के अंदर दूसरा नोटिस
भेजा था। इसी बीच, कंगना के वकील बीएमसी की कार्रवाई पर रोक लगाने के लिए
हाईकोर्ट पहुंचे लेकिन सुनवाई से पहले ही बीएमएसी ने अभिनेत्री के दफ्तर पर
जेसीबी चला दी। बीएमसी की एक टीम जेसीबी मशीन, क्रेन और हथौड़े लेकर पहुंच
गई और ऑफिस में तोड़फोड़ की।
वहीं सुनवाई के दौरान बॉम्बे हाई कोर्ट
ने अभिनेत्री कंगना रनौत के मुंबई स्थित कार्यालय में बीएमसी द्वारा अवैध
निर्माण को तोड़ने की प्रक्रिया पर बुधवार को रोक लगा दी। साथ ही हाईकोर्ट
ने पूछा कि नगर निकाय के अधिकारी कार्यालय में तब क्यों गए जब मालिक वहां
मौजूद नहीं थी।
कंगना पर त्वरित कार्रवाई करने वाली बीएमसी को भिंडी
बाजार में आतंकी दाऊद इब्राहिम से इमारत को लेकर हाईकोर्ट से कड़ी फटकार
लगी थी। मुम्बई हमलों का मास्टरमाईंड और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की
मुंबई के भिंडी बाजार में अवैध संपत्ति है। जून 2020 में बॉम्बे हाईकोर्ट
ने BMC और महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (MHADA) को
फटकार लगाते हुए पूछा था कि उन्होंने भिंडी बाजार में स्थित जीर्ण-शीर्ण
इमारत को क्यों नहीं ध्वस्त किया? हाईकोर्ट की एकल पीठ ने तभी चेताया था कि
मानसून आने पर अगर ये इमारत या इसका कोई हिस्सा गिरता है तो इससे जानमाल
की क्षति हो सकती है। इसके बावजूद हाजी इस्माइल मुसाफिरखाना नाम की इस
इमारत को लेकर बीएमसी ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
कंगना पर
कार्रवाई के लिए बीएमसी हाईकोर्ट के उस आदेश का भी उल्लंघन किया जिसमें
हाईकोर्ट ने 30 सितंबर तक कोरोना वायरस को देखते हुए ध्वस्तीकरण की किसी भी
कार्रवाई पर रोक लगी दी थी। बीमसी की कार्रवाई के बाद कंगना उद्धव सरकार
पर तीखे तेवर बनाए हुए हैं।
उन्होंने ट्विट कर लिखा, ‘जिस विचारधारा
पे श्री बाला साहेब ठाकरे ने शिव सेना का निर्माण किया था आज वो सत्ता
केलिए उसी विचारधारा को बेच कर शिव सेना से सोनिया सेना बन चुके हैं, जीन
गुंडों ने मेरे पीछे से मेरा घर तोड़ा उनको सिविक बॉडी मत बोलो, संविधान का
इतना बड़ा अपमान मत करो।’
जिस विचारधारा पे श्री बाला साहेब ठाकरे ने शिव सेना का निर्माण किया था आज वो सत्ता केलिए उसी विचारधारा को बेच कर शिव सेना से सोनिया सेना बन चुके हैं, जीन गुंडों ने मेरे पीछे से मेरा घर तोड़ा उनको सिविक बॉडी मत बोलो, संविधान का इतना बड़ा अपमान मत करो 🙏 https://t.co/ZOnGqLMVXC— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 10, 2020
कंगना ने अगले ट्विट में लिखा, ‘तुम्हारे
पिताजी के अच्छे कर्म तुम्हें दौलत तो दे सकते हैं मगर सम्मान तुम्हें खुद
कमाना पड़ता है, मेरा मुँह बंद करोगे मगर मेरी आवाज़ मेरे बाद सौ फिर
लाखों में गूंजेगी, कितने मुँह बंद करोगे? कितनी आवाज़ें दबाओगे? कब तक
सच्चाई से भागोगे तुम कुछ नहीं हों सिर्फ़ वंशवाद का एक नमूना हो।’
तुम्हारे पिताजी के अच्छे कर्म तुम्हें दौलत तो दे सकते हैं मगर सम्मान तुम्हें खुद कमाना पड़ता है, मेरा मुँह बंद करोगे मगर मेरी आवाज़ मेरे बाद सौ फिर लाखों में गूंजेगी, कितने मुँह बंद करोगे? कितनी आवाज़ें दबाओगे? कब तक सच्चाई से भागोगे तुम कुछ नहीं हों सिर्फ़ वंशवाद का एक नमूना हो।— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 10, 2020
गौरतलब है बहुचर्चित
सुशांत सिंह राजपूत के मामले में कंगना रनौत ने शुरू से अपनी आवाज बुलंद
रखी है। उन्होंने बॉलीवुड माफिया, नेपोटिज्म और अब ड्रग्स के मुद्दे पर
खुलकर अपनी बात रखी है। कंगना के इन बयानों के चलते वे सेलेब्स के निशाने
पर तो आईं ही लेकिन कुछ राजनैतिक पार्टियों से भी उन्होंने झगड़ा मोल ले
लिया। कंगना रनौत और शिवसेना नेता संजय राउत के बीच जुबानी जंग तेज हो गई
थी। संजय राउत ने कंगना को मुंबई न आने की नसीहत दी थी. इस पर कंगना ने
मुंबई आने का चैंलेंज किया था। जिसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कंगना
रनौत को वाई श्रेणी की सुरक्षा दी है।