देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच सोशल मीडिया में एक तस्वीर वायरल है। इस तस्वीर को कोरोना संकट से जोड़कर देखा जा रहा है जबकि पड़ताल में पता चलता है कि यह तस्वीर 2018 की है।
एक यूजर दिलीप मंडल ने तस्वीर साझा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन के अंश को कोट करते हुए लिखा हैं “एक दूसरे की मदद करें।” एक फेसबुक यूजर बरखा तेहरान ने जमीन पर ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ महिला की तस्वीर साझा की है, इस तस्वीर में भी पहली तस्वीर वाली महिला नजर आ रही है।
इसके अलावा एक पत्रकार आरिफ शाह ने जमीन पर ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ महिला की तस्वीर को ट्विटर साझा किया है।
आम आदमी पार्टी के नेता प्रथ्वी रेड्डी ने भी इसी तस्वीर को साझा किया है।
क्या है हकीकत?
दोनों तस्वीरों को गूगल रिवर्स इमेज में अपलोड करके सर्च किया। सर्च के दौरान हमें न्यूज18 वेबसाइट पर वायरल दोनों तस्वीरें मिलीं। यह खबर अप्रैल 2018 को प्रकाशित की गयी है। खबर के अनुसार, यूपी के आगरा में एसएन मेडिकल कॉलेज में बीमार मां का इलाज कराने आए उसके बेटे को कंधे पर ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर एम्बुलेंस के इंतजार के लिए खड़ा रहना पड़ा था।
यह खबर वनइंडिया बेबसाईट पर भी प्रकाशित की गयी है, यहाँ इसका वीडियो भी मौजूद है जिसमे वायरल दोनों तस्वीर नजर आती हैं। इसके अलावा टाइम्स ऑफ इंडिया ने भी इस खबर को प्रकाशित किया है।
निष्कर्ष: FactMyths.com की जांच में ‘कंधे पर ऑक्सीजन सिलेंडर उठाए’ युवक की तस्वीर कोरोना काल की नहीं निकली है। 2018 की घटना को अब कोरोना से जोड़कर वायरल किया जा रहा है।