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24 Dec 2024, Tue

केजरीवाल का देश के पहले वर्चुअल स्कूल खोलने का दावा गलत है

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 31 अगस्त, 2022 को दावा किया कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में देश के पहले वर्चुअल स्कूल की शुरुआत कर दी है। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने वर्चुअल स्कूल को शिक्षा के क्षेत्र में बहुत बड़ी क्रांति बताया। हालाँकि पड़ताल में पता चलता कि देश में पहले से वर्चुअल स्कूल चल रहे हैं।

सीएम केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि आज शिक्षा के क्षेत्र में बहुत बड़ी क्रांति की शुरुआत हो रही है। आज देश का पहला वर्चुअल स्कूल दिल्ली में शुरू। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आगे कहा कि हमें बाबा साहब का सपना पूरा करना है, देश के हर बच्चे तक अच्छी शिक्षा पहुंचानी है, दिल्ली के डिजिटल स्कूल में नौवीं क्लास के लिए एडमिशन शुरू हो गए हैं।

आज शिक्षा के क्षेत्र में बहुत बड़ी क्रांति की शुरुआत हो रही है। आज देश का पहला वर्चुअल स्कूल दिल्ली में शुरू। https://t.co/PIms2geisB

— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) August 31, 2022

अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि हम बार-बार कहते हैं कि हमें भारत को दुनिया का नंबर वन देश बनाना है लेकिन ये तब तक नहीं हो सकता जब तक इस देश के हर बच्चे को अच्छी से अच्छी शिक्षा नहीं मिलेगी। ये काम हमें बहुत तेजी से करना है। 75 साल खराब हो गए हैं। उस दिशा में आज जो मैं ऐलान करने जा रहा हूं, वो एक बहुत ही महत्वपूर्ण और क्रांतिकारी कदम है। शिक्षा के क्षेत्र में ये एक नई क्रांति पैदा करने वाला है। आज हम देश का पहला वर्चुअल स्कूल चालू करने जा रहे हैं। एक साल पहले हमने ऐलान किया था कि देश का वर्चुअल स्कूल बनाएंगे।  

क्या है हकीकत: पड़ताल में हमे अमर उजाला की 19 अक्टूबर 2020 को प्रकाशित एक खबर मिली। इस खबर के मुताबिक भाजपा शासित राज्य उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देहरादून में देश के पहले वर्चुअल स्कूल की शुरुआत की थी। इस स्कूल के जरिये भारतीय ज्ञान परंपरा, वैदिक गणित, विज्ञान, भारतीय शास्त्रीय संगीत, संस्कृति, कला और परंपराओं की शिक्षा दी जा रही है।

हमें डीडी न्यूज़ उत्तराखंड की 18 अक्टूबर 2020 की फेसबुक पोस्ट और टाइम्स ऑफ़ इंडिया का 20 अक्टूबर 2020 का एक न्यूज़ आर्टिकल मिला। रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड के देहरादून में तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा देश के पहले वर्चुअल स्कूल, Seas Global Institute का उद्घाटन किया गया था। इसे ABP गंगा ने भी प्रकाशित किया हैै।

Seas global Institute की वेबसाइट पर बताया गया है कि
Seas Global Institute भारत का पहला और पूरी तरह वर्चुअल स्कूल है। इसका
उद्घाटन 17, अक्टूबर 2020 को किया गया था।

2021 में केंद्र सरकार ने NIOS में खोला वर्चुअल स्कूल
वहीं, 2021 में
केंद्रीय शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने वर्चुअल स्कूल (virtual.nios.ac.in) का उद्घाटन किया
था। इस संबंध में केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने 24 अगस्त 2021 को ट्वीट कर
जानकारी भी दी थी।

3-9 वर्ष के 7.5 करोड़ छात्रों को पढ़ने, लिखने और अंकगणित में निपुण बनाने के लिए ई संसाधन हों या शिक्षक और शिक्षार्थी की दूरी को कम करने तथा छात्रों का उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करने कि दिशा में शुरू हुए वर्चूअल स्कूल यह सब मोदी सरकार की शिक्षा की ओर प्रतिबद्धता को दृष्टिगत करता है। pic.twitter.com/42TEso0lFl

— Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp) August 24, 2021

धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा था कि 3-9 वर्ष के 7.5 करोड़ छात्रों को पढ़ने, लिखने और अंकगणित में निपुण बनाने के लिए ई संसाधन हों या शिक्षक और शिक्षार्थी की दूरी को कम करने तथा छात्रों का उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करने कि दिशा में शुरू हुए वर्चुअल स्कूल यह सब मोदी सरकार की शिक्षा की ओर प्रतिबद्धता को दृष्टिगत करता है।  

शिक्षा मंत्रालय की वेबसाइट पर 24 अगस्त 2021 की एक प्रेस रिलीज़ भी मौजूद है जिसमें NIOS के पहले वर्चुअल स्कूल के केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान द्वारा अनावरण का ज़िक्र है। 

एनआइओएस ने केजरीवाल के दावे का खंडन किया
केजरीवाल के देश के पहले
वर्चुअल स्कूल के दावे का खंडन करते हुए राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा
संस्थान (एनआइओएस) ने कहा कि देश के पहले वर्चुअल स्कूल की शुरूआत अगस्त
2021 में की जा चुकी है।

With reference to certain media reports regarding the claims of India’s first virtual school being launched today. It is informed that the first virtual school of the country was already launched by NIOS in August 2021@dpradhanbjp@Annapurna4BJP@Drsubhassarkar @RanjanRajkuma11 pic.twitter.com/3Yq0N6oVRP

— NIOS (@niostwit) August 31, 2022

प्रेस नोट में एनआईओएस की तरफ से कहा गया
कि एनआईओएस से संबद्ध 7,000 से अधिक अध्ययन केंद्र हैं जो समर्पित रूप से
अकादमिक सहायता प्रदान कर रहे हैं और 1,500 से अधिक अध्ययन केंद्र एनआईओएस
वर्चुअल ओपन स्कूल के शिक्षार्थियों को कौशल आधारित व्यावसायिक पाठ्यक्रमों
में सहायता प्रदान कर रहे हैं।

निष्कर्ष: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का देश के पहले वर्चुअल स्कूल खोलने का दावा गलत है, पहला वर्चुअल स्कूल उत्तराखंड में खोला गया था जिसके बाद इसकी शुरुआत केंद्र सरकार ने की थी

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