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24 Dec 2024, Tue

क्या कोरोना वैक्सीन लोगों को नपुंसक बना सकती है?

 

भारत में कोरोना के खिलाफ जंग में दो वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सीन के इस्तेमाल की अनुमति मिल गई है। हालांकि, इस वैक्सीन को अप्रूवल मिलने से पहले ही कुछ लोगों ने सवाल उठाए। आज DCGI के निदेशक वीजी सोमानी ने इस अफवाहों को सिरे से खारिज कर दिया।


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समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को लखनऊ में कहा था कि मैं बीजेपी की कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाऊंगा, क्योंकि मुझे बीजेपी पर भरोसा नहीं है वहीं मिर्जापुर से सपा के एमएलसी आशुतोष सिन्हा ने कहा कि कोविड 19 की वैक्सीन में कुछ तो है जो लोगों को नुकसान पहुंचा सकता है। इसी के साथ उन्होंने कहा कि कल को लोग कहेंगे कि ये वैक्सीन उन्हें मारने या फिर जनसंख्या को कम करने के लिए दी गई है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कुछ भी हो सकता है, ये भी संभव है कि इस वैक्सीन को लगवाने के बाद लोग नपुंसक हो जाएं। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा है कि सपा नेता अखिलेश यादव के बयान को नजरअंदाज भी नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा वैक्सीन का विपक्ष के खिलाफ इस्तेमाल किया जा सकता है।

#WATCH I We’ll never approve anything if there’s slightest of safety concern. Vaccines are 110 % safe. Some side effects like mild fever, pain & allergy are common for every vaccine. It (that people may get impotent) is absolute rubbish: VG Somani,Drug Controller General of India pic.twitter.com/ZSQ8hU8gvw

— ANI (@ANI) January 3, 2021


भारत के ड्रग कंट्रोलर के निदेशक वीजी सोमानी वैक्सीन के साइड इफेक्ट के बारे में कि ये वैक्सीन 110 प्रतिशत सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि अगर वैक्सीन की सुरक्षा को लेकर जरा भी चिंता होती तो वे इसके इस्तेमाल की इजाजत नहीं देते। इन्होंने कहा कि वैक्सीन लेने के बाद हल्का बुखार, सरदर्द, एलर्जी जैसी मामूली दिक्कतें हो सकती है। इस टीके से लोग नपुंसक हो सकते हैं, ये बात पूरी तरह बकवास है, टीके 110% सुरक्षित हैं।वीजी सोमानी ने वैक्सीन के सुरक्षित होने के सवाल के जवाब में कहा कि अगर सुरक्षा को लेकर जरा भी संदेह होता तो हम कभी इसे मंजूर नहीं करते। हल्के बुखार, दर्द और एलर्जी जैसे कुछ दुष्प्रभाव हर टीका के लिए आम हैं।

एक वैक्सीन अध्ययन के कई चरणों से होकर गुजरती है ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि ये सुरक्षित है। कई स्तरों पर सुरक्षा को देखा जाता है इसलिए मुझे नहीं लगता कि हमें वैक्सीन की सुरक्षा को लेकर चिंता करनी चाहिए: रणदीप गुलेरिया, AIIMS निदेशक #COVID19 https://t.co/3IUXVJt2jT

— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 3, 2021

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स) के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा कि भारत में एक वैक्सीन अध्ययन के कई चरणों से होकर गुजरती है, ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि ये सुरक्षित है। कई स्तरों पर सुरक्षा को देखा जाता है इसलिए मुझे नहीं लगता कि हमें वैक्सीन की सुरक्षा को लेकर चिंता करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ये नया साल शुरू करने का अच्छा तरीका है। दोनों वैक्सीन भारत में बनी हैं और एक वैक्सीन मेक इन इंडिया है। पहले जहां हमें कई उत्पादों के लिए आयात पर निर्भर रहना पड़ता था, अब हमारे पास वैक्सीन हैं जो कि भारत में बन रही हैं।


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