अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले मशहूर शायर मुनव्वर राना ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि मुसलमान देशभक्त है और हिन्दू देश के खिलाफ जासूसी करते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि मुसलमान की लड़ाई हिंदुओं से नहीं बल्कि यहूदी और ईसाइयों से है।
मुनव्वर राणा से न्यूज नेशन से बातचीत में कहा कि जिस शान से हम खुद को हिन्दुस्तानी कहते हैं उस शान से हिन्दू नहीं बोलता। हाल ही में पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोपी में गिरफ्तार हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के एक कर्मचारी का उदाहरण देते हुए मुनव्वर राणा ने कहा कि ये जो फाईलें बिकती हैं, वो हिन्दू बेचते हैं मुसलमान बेचने नहीं जाता। कश्मीर से कन्याकुमारी तक हिन्दू जासूसी का काम करते हैं, मुसलमान नहीं करता है। राणा ने कहा कि मुसलमान की एक टीम बनाकर गलवान भेज दीजिए वो चीन के अंदर तक घुस जाएगा, वो खाली वादा नहीं करता। लेकिन मुसलमानों पर भरोसा आप उस वक्त करते हैं जब जान की मुसीबत आ जाए।
मुनव्वर राणा ने कहा कि इस्लाम की जो बुनियादी लड़ाई थी और है वो ईसाइयों और यहूदियों से है। उन्होंने आगे कहा कि हिंदुओं से कभी कोई झगड़ा नहीं रहा। आप देख लें कश्मीर में 370 हटाकर हमारे प्रधानमंत्री सऊदी अरब जाते हैं। मक्का-मदीना जाते हैं और उन्हें अवॉर्ड दिया जाता है। वहां उनकों सम्मान दिया जाता है। इसका मतलब है कि पूरी दुनिया में जो लोग सोचने वाले हैं वो हिंदुस्तान से मोहब्बत करते हैं, नफरत नहीं करते ह। क्या मदरसे वहां नहीं है, मदरसे में नहीं पढ़ाए जाते है।
शायर ने कहा कि दलित और मुसलमानों पर जुल्म हो रहा है। इसे बंद होना चाहिए। उन्होंने कहा कि दलित और मुसलमान एक हो जाए तो जुल्म बंद हो जाएगा। मुल्क की तस्वीर बदल जाएगी। एक साल के अंदर बदलाव हो जाएगा।
हालाँकि यह पहली बात नहीं है जब मुनव्वर राणा ने कोई विवादित बयान दिया है। राम मंदिर के फैसले पर उन्होंने कहा, ‘रंजन गोगई जितने कम दाम में बिके, उतने में हिंदुस्तान की एक ‘वेश्या’ भी नहीं बिकती है।’ जबकि सुप्रीम कोर्ट का फैसला एक पांच सदस्सीय बेंच ने सर्वानुमति से दिया था, उसमें एक मुस्लिम जज भी था। जो शायर मां की महानता पर गजल लिखता है और जिसकी अपनी भी दो बेटियां है, वह किसी अन्य स्त्री पर इतना घटिया आरोप कैसे लगा सकता है?
मुन्नवर राणा को आज इस मुकाम तक पहुँचाने वाले किसी के धर्म के लोग नहीं हैं उसके बावजूद वो हिन्दुओ के खिलाफ जहर उगल रहे हैं इससे पहले अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में सीएए, एनआरसी के विरोध प्रदर्शन में भाग लेने आई राणा की बेटी सुमैया राना ने कहा था कि ‘हमें ध्यान रखना है कि हमें इतना भी तटस्थ नहीं होना है कि हमारी पहचान ही खत्म हो जाए। पहले हम मुसलमान हैं और उसके बाद कुछ और हैं। हमारे अंदर का जो दीन है, जो इमान है, वह जिंदा रहना चाहिए। कहीं ऐसा न हो कि हम अल्लाह को भी मुंह दिखाने लायक न रह जाएं।’