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24 Dec 2024, Tue

‘ना मठ का महंत, ना फेंकू संत’ दैनिक भास्कर के फेक होर्डिंग की तस्वीर वायरल

 

देश के नामी मीडिया संस्थान दैनिक भास्कर ग्रुप के दफ्तरों पर गुरुवार को
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने छापेमारी की। इसके तहत आईटी विभाग की टीम ने
दिल्ली, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान में स्थित दैनिक
भास्कर समूह के ठिकानों पर छापेमारी की है। हालाँकि आयकर विभाग की ओर से यह
जानकारी नहीं दी गई है कि किस मामले में यह छापेमारी की जा रही है। इस
छापेमारी के बाद सोशल मीडिया में एक होर्डिंग की तस्वीर वायरल है, सोशल
मीडिया में दावा किया जा रहा है कि ये दैनिक भास्कर की होर्डिंग की तस्वीर
है। इस होर्डिंग पर लिखा है, “ना मठ का महंत, ना फेंकू संत।”


समाजवादी
पार्टी के विधायक अम्बरीश सिंह पुष्कर ने फ़ेसबुक पर शेयर किया। उन्होंने
इसे शेयर करते हुए लिखा, “दमनकारी सरकार’ ने ‘दैनिक भाष्कर’ की आवाज़ दबाने
की कोशिश की, फिर जो दैनिक भाष्कर ने किया वह आपके सामने है।”

 

एक
ट्विटर यूजर आदित्य कुमार यादव ने इस तस्वीर को साझा करते हुए लिखा है कि
ना मठ का महंत, ना फेंकू संत। अब चलेगा केवल सच वाह दैनिक भास्कर।

 

क्या है हकीकत?

सोशल
मीडिया में वायरल इन सभी तस्वीर में ‘योगी झूठा है’ नाम का एक वाटरमार्क
है, साथ ही इसी नाम का लेफ्ट कोर्नर में नीचे की ओर एक ‘लोगो’ भी है। इस
नाम से एक फेसबुक पेज भी है, इस पेज ने 22 जुलाई को इस तस्वीर को साझा किया
था। फेसबुक पेज ‘योगी झूठा है’ ने लिखा, ‘दमनकारी सरकार’ ने ‘दैनिक
भाष्कर’ की आवाज़ दबाने की कोशिश की, फिर जो दैनिक भाष्कर करना चाहेगा वह
आपके सामने है।


इस तस्वीर को अलग अलग एंगेल से क्रॉप कर रिवर्स इमेज
सर्च करने पर हमें न्यूज़ नेशन पर जनवरी 2020 में छपी एक आर्टिकल में
तस्वीर मिली। वायरल होर्डिंग की तस्वीर और न्यूज नेशन की इस तस्वीर में कई
समानताएं हैं। इस पर “देश मांगे नरेन्द्र मोदी, दिल्ली मांगे केजरीवाल”
नारा लिखा हुआ है। इसे दीपक मदान ने लगवाया था जो खुद को आरएसएस, बजरंग दल
और भाजपा कार्यकर्ता बताते हैं।

 

दरअसल दैनिक भास्कर ने 2017 में “न माया का जाल, न अखिलेश का क्लेश, न
दलितों की रानी न यादव की कहानी” नारों के साथ होर्डिंग लगवाई थीं। अब दैनिक
भास्कर पर इनकम टैक्स विभाग की छापेमारी के बाद इन्ही होर्डिंग को कई लोगों
ने सोशल मीडिया में साझा करते हुए लिखा, ”ना मठ का महंत, ना फेंकू संत।
क्या यह लिख होर्डिंग लग सकता है?’

ना मठ का महंत,
ना फेंकू संत।

क्या कल लखनऊ में ऐसे होर्डिंग लगवा सकता है 2017 के जैसे @DainikBhaskarpic.twitter.com/7RuJSYHOk7

— Rofl Gandhi 2.0 🏹🚜 (@RoflGandhi_) July 22, 2021

2017 में अखिलेश की सरकार के रहते ऐसे होल्डिंग्स @DainikBhaskar ने लगाए और पत्रकारिता पर किसी ने धौस नही जताई, छापे नही मारे।

आज 2021 में,
ना मठ का महंत,
ना फेंकू संत।

क्या कोई समाचार समूह यह लिख होर्डिंग लगवा सकता है?

लोकतंत्र को अपने घर की खेती समझने वालों को हराना होगा। pic.twitter.com/ZeaYd80hJ9

— Sunny Samuel Mittra 🇮🇳 (@sunnymittra) July 22, 2021

इसी पर ‘योगी झूठा है’ नाम के फेसबुक पेज ने एक फेक होर्डिंग बनाया है, जिसे अब लोग दैनिक भास्कर का होर्डिंग मानकर साझा कर रहे हैं।

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